चीन ‘एआय’ की मदद से विध्वंसकों का निर्माण करेगा – चीन के वैज्ञानिकों का दावा

बीजिंग – प्रशिक्षित अभियंता और प्रगत कॉम्प्युटर्स की मदद से विध्वंसक का डिझाईन तैयार करने के लिए कम से कम एक साल का समय ज़रूरी होता हैं। लेकिन, ‘एआय’ यानी कृत्रिम बुद्धिमत्ता की मदद से मात्र कुछ ही घंटों में विध्वंसक के ४०० से अधिक डिझाईन तैयार करने की सफलता हासिल हुई है। इस वजह से आनेवाले समय में चीन काफी तेज़ी से विध्वंसकों का निर्माण कर सकता हैं, ऐसा दावा चीन के वैज्ञानिकों ने किया है। अमरीका की तुलना में चीन की नौसेना तकात बढ़ा रही हैं, ऐसी चेतावनी अमरीका के वरिष्ठ नौसैनिक अधिकारी ने कुछ दिन पहले ही दिया था। इस पृष्ठभूमि पर चीन के वैज्ञानिकों ने किए दावे की अहमियत बढ़ने की बात अंतरराष्ट्रीय माध्यम कह रहे है।

पिछले महीने चीन के पीपल्स लिबरेशन आर्मी से जुड़े जर्नल में ‘कॉम्प्युटर इंटिग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग सिस्टिम्स’ में लेख प्रसिद्ध हुआ था। चीन के वैज्ञानिकों के एक गुट ने ‘एआय’ की मदद से विध्वंसक के इलेक्ट्रिकल यंत्रणा का डिझाईन एक दिन में तैयार किया था। नौसेना के इंजिनिअर्स और विश्व के प्रगत कॉम्प्युटर्स से भी यह काम पूरा करने के लिए कम से कम एक वर्ष का समय लगता हैं, ऐसा इस लेख में कहा गया था। इसके साथ ही ‘एआय’ ने १०० प्रतिशत सटीकता के साथ विध्वंसक बनाने के लिए आवश्यक हर एक डिजाइन तैयार किया था। इसमें विध्वंसक के कठिन से कठिन डिजाइन का भी समावेश था, ऐसा दावा इस लेख में किया गया था।

‘चाइना’ज्‌‍ शिप डिझाइन ॲण्ड रिसर्च सेंटर’ ने भी ‘एआय’ की मदद से विध्वंसक के ४०० से अधिक डिजाइन तैयार करने का ऐलान किया है। चीन की सेना से संबंधित वरिष्ठ इंजिनिअर लुओ वेई ने भी ‘एआय’ पर आधारित बनाया यह ‘प्रोग्राम’ इस्तेमाल करने के लिए तैयार होने का ऐलान किया। चीन के विध्वंसक बनाने वाली कंपनियों के इस्तेमाल के लिए यह तैयार है, ऐसा दावा वेई ने किया। ‘एआय’ पर आधारित इस प्रोग्राम की वजह से चीन में विध्वंसकों निर्माण की गति बढ़ेगी, ऐसा भी वेई ने कहा था। कुछ दिन पहले अमरिकी नौसेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने दी हुई चेतावनी की पृष्ठभूमि पर चीन के वैज्ञानिकों का यह दावा पश्चिमी माध्यमों का ध्यान आकर्षित कर रहा है।

विश्व की सबसे बड़ी नौसेना अमरीका की होने का दावा किया जाता है। लेकिन, जल्द ही चीन इस मोर्चे पर अमरीका को पीछे धकेल देगा, ऐसी चेतावनी अमरिकी नौसेनाप्रमुख ने हाल ही में दी थी। अमरीका में युद्धपोत, विध्वंसकों के निर्माण के काम मे काफी देरी हो रही है। इस तुलना में चीन में विध्वंसकों के निर्माण का काम काफी तेज़ीसे शुरू होने का दाखिला अमरिकी नौसेनाप्रमुख ने दिया था। इस वजह से कागज़ों पर ताकतवर महसूस हो रही अमरिकी नौसेना चीन की नौसेना के सामने कुछ भी ना होने का दावा अमरिकी नौसेना प्रमुख ने किया था। ऐसी स्थिति में चीन के वैज्ञानिकों ने ‘एआय’ की मदद से विध्वंसक निर्माण की गति बढ़ेगी बढ़ने का किया ऐलान ध्यान आकर्षित कर रहा हैं।

इसी बीच, इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में अमरिकी नौसेना का प्रभाव कम करने के लिए चीन तेज़ीसे विमान वाहक युद्धपोतों का निर्माण करता जा रहा हैं। चीन की नौसेना जल्द ही इस क्षेत्र में अमरिकी नौसेना के लिए चुनौती साबित होगी, ऐसी चेतावनियां अमरिकी माध्यम दे रहे हैं। लेकिन, इन विमान वाहक युद्धपोतों के लिए आवश्यक विमानों के लिए चीन के पास प्रशिक्षित और कुशल विमान चालकों की बड़ी कमी होने की चौकानेवाली जानकारी सामने आ रही हैं। चीन ने इन विमान चालकों की तलाश में नई भर्ती शुरू करने की खबरें प्राप्त हो रही हैं। इस वजह से चीन अपने सैन्य ताकत का भ्रम निर्माण करता दिखाई दे रहा है।

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