कोरोना संक्रमण बढ़ने से चीन के बीजिंग समेत कई शहरों में फिर से लॉकडाऊन घोषित

लॉकडाऊन घोषितबीजिंग – चीन में शुक्रवार को कोरोना संक्रमण के २५ हज़ार से अधिक नए मामले सामने आए। इनमें राजधानी बीजिंग समेत ग्वांगझाऊ और झेंगझोऊ समेत लगभग २० बड़े शहरों का समावेश है। राजधानी बीजिंग में कोरोना के ५०० से अधिक मामले दर्ज होने पर लॉकडाऊन घोषित किया गया है और अगले कुछ दिन नागरिक बाहर ना निकलें, ऐसे आदेश कम्युनिस्ट हुकूमत ने जारी किए हैं। चीन में कोरोना के इस नए विस्फोट की आर्थिक एवं सामाजिक स्तर पर तीव्र गूंज सुनाई दे रही है और कुछ शहरों में जनता ने प्रदर्शन करने का भी वृत्त सामने आ रहा है।

लॉकडाऊन घोषितपिछले कुछ महीनों से चीन में कोरोना की महामारी फिर से फैल रही है। कोरोना के ‘ओमीक्रॉन’ वेरियंट के विभिन्न उप-प्रकार चीन में पाए गए हैं और कुछ वेरियंट विदेश से यहां पहुँचने की बात कही जा रही है। चीन के पश्चिमी हिस्से के झिंजियांग और तिब्बत से पूर्व की राजधानी बीजिंग तक लगभग सभी हिस्सों में कोरोना का विस्फोट हो रहा है। चीन की हुकूमत ने अपनाई ‘ज़ीरो कोविड पॉलिसी’ और टीकाकरण के दावों के बावजूद कोरोना काबू करने में चीन असफल रहा है। कुछ विश्लेषक एवं सोशल मीडिया की पोस्टस्‌‍ से यह दावे किए जा रहे है कि, कम्युनिस्ट हुकूमत जानबूझकर कोरोना की महामारी और जनता पर लगाए गए प्रतिबंध कम होने ना देने की कोशिश कर रही है।

लॉकडाऊन घोषितकुछ महीने पहले चीन के आर्थिक केंद्र के नाम से जाने जा रहे शांघाय शहर में कोरोना का विस्फोट होने पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तीव्र प्रतिक्रिया दर्ज़ हुई थी। इसके बाद चीन ‘ज़ीरो कोविड पॉलिसी’ शिथिल करेगा, ऐसे संकेत दिए गए थे। लेकिन, प्रत्यक्ष में राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग और उनके करीबी नेताओं ने इस नीति का आक्रामकता से समर्थन किया है। पर, चीन की जनता इस नीति से तंग आ चुकी है और ग्वांगझाऊ जैसे औद्योगिक केंद्र वाले शहर में स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन ध्यान आकर्षित करते हैं। ग्वांगझाऊ के अलावा अन्य शहरों में भी नागरिकों की सरकारी यंत्रणा और अधिकारों से विवाद के वीडियो एवं फोटो सोशल मीडिया पर प्रसिद्ध हो रहे हैं।

इस पृष्ठभूमि पर राजधानी बीजिंग में जारी किया गया लॉकडाऊन ध्यान आकर्षित कर रहा है। बीजिंग की जनसंख्या लगभग सवा दो करोड़ है और प्रशासकीय केंद्र के साथ ही अर्थव्यवस्था एवं अन्य क्षेत्रों के लिए भी बीजिंग एक अहम हिस्सा है। इस वजह से यह शहर अधिक समय तक लॉकडाऊन रहा तो कम्युनिस्ट पार्टी के लिए मुश्किल साबित हो सकता है। बीजिंग के साथ ही देश के अन्य अहम शहरों में भी लॉकडाऊन कायम होने से वैश्विक स्तर की सप्लाई चेन एवं व्यापार फिर से बड़ी मात्रा में बिगड़ने की संभावना है। अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था पर पहले ही मंदी का साया है और ऐसी स्थिति में यह बात अन्य देशों के सामने के संकटों की तीव्रता बढ़ानेवाली साबित होगी, ऐसा इशारा विश्लेषक एवं आर्थिक विशेषज्ञों ने दिया है।

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