छोटे बच्चों की हत्या के बाद ईरान में प्रदर्शनों का नया विस्फोट

प्रदर्शनों का नया विस्फोटतेहरान – ईरान सुरक्षा बल की गोलीबारी में दो नाबालिग बच्चे मारे गए हैं और इनमें से एक की उम्र ९ साल थी। इस घटना के बाद ईरान में फिर से प्रदर्शनों का विस्फोट हुआ है। संतप्त प्रदर्शनकारियों ने ईरान के पूर्व सर्वोच्च धार्मिक नेता आयातुल्ला खोमेनी के घर को आग के हवाले किया। ऐसे में ईरान के मौजूदा सर्वोच्च नेता आयातुल्ला खामेनी के खिलाफ तीव्र नारेबाज़ी की। सन १९७९ में ईरान में इस्लामिक क्रांति करके नई शासन व्यवस्था स्थापित करनेवाले आयातुल्ला खोमेनी के घर पर हमला करके प्रदर्शनकारी इस व्यवस्था पर गुस्सा व्यक्त करते दिखाई दे रहे हैं।

दो दिन पहले ईरान के इज़ेह शहर में प्रदर्शनकारी और सुरक्षा रक्षकों पर दो बाईक संवारों ने अंधाधुंध गोलीबारी करने की वारदात हुई थी। इस दौरान सात लोग मारे गए और ईरान की सरकार ने इसे आतंकी हमला बताया था। लेकिन, गोलीबारी में मारे गए नौं साल के कियान पिरफलक की मां ने इस घटना की चौंकाने वाली जानकारी सार्वजनिक की।

प्रदर्शनों का नया विस्फोटकियान और परिवार के कुछ सदस्य गाड़ी से सफर कर रहे थे, तभी सुरक्षा सैनिकों ने उनकी गाड़ी रोक दी। करीबी क्षेत्र में प्रदर्शन शुरू होने की बात कहकर इन सैनिकों ने गाड़ी को मोड़ने की सूचना दी। गाड़ी ने मोड़ लेते ही इन सैनिकों ने गाड़ी पर अंधाधुंध गोलीबारी की, ऐसी दहलाने वाली जानकारी कियान की मां ने प्रदान की। ईरान की अर्ध-सरकारी वृत्तसंस्था ने यह खबर प्रसिद्ध की।

इसमें कियान के साथ १४ साल का सेपेहर मघसौदी भी मारा गया। कियान और सेपेहर की मौत की खबर सामने आते ही ईरान में प्रदर्शन अधिक तीव्र हुए। ईरान में पिछले दो महीनों से हिजाब सख्ति विरोधि प्रदर्शन जारी हैं और इसे कुचलने के लिए रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ की हुई कार्रवाई में ४०० से अधिक लोग मारे गए हैं। इनमें से ५७ नाबालिग बच्चे होने की जानकारी बुधवार की वारदात के बाद सामने आयी है। इस वजह से इज़ेह शहर में हुए इस हमले की गूंज राजधानी तेहरान समेत ईरान के अन्य शहरों में भी सुनाई पड़ी।

प्रदर्शनों का नया विस्फोटगुरूवार रात मरकाज़ी प्रांत के खोमेन शहर में प्रदर्शनकारी जोरदार नारे लगा रहे थे और ईरान के पूर्व सर्वोच्च धार्मिक नेता आयातुल्ला रुहोल्लो खोमेनी के घर पर हमला करके इसे आग के हवाले कर किया। इस आगजनी के बाद प्रदर्शनकारियों ने खुशियां मनाईं और ईरान के मौजूदा सर्वोच्च धार्मिक नेता आयातुल्ला खामेनी के विनाश के नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों के पास पेट्रोल बम होने का दावा ईरानी माध्यम कर रहे हैं। इस घटना के बाद ईरान के प्रसार माध्यमों पर सख्ती लगाई गई है और इंटरनेट की सुविधा भी बाधित की गई है।

सन १९७९ में ईरान में हुई इस्लामिक क्रांति के संस्थापक के तौर पर आयातुल्ला रुहोल्ला खोमेनी को जाना जाता है। सन १९८९ में खोमेनी की मौत के बाद आयातुल्ला अली खामेनी के हाथों में ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता पद की बागड़ोर सौंपी गई। ईरान समेत पूरे विश्व के शिया पंथियों के लिए सर्वोच्च धार्मिक नेता के तौर पर आयातुल्ला पद का बड़ा सम्मान किया जाता है। ईरान की सत्ता की बागड़ोर भी सर्वोच्च धार्मिक नेता के हाथों में होती है। इस पद का अवमान करने पर सज़ा के तौर पर मृत्युदंड़ दिया जाता है।

इसके बावजूद पिछले दो महीनों से ईरान में हो रहे प्रदर्शनों में सीधे आयातुल्ला खामेनी के खिलाफ नारेबाज़ी हो रही है। इस वजह से गुरुवार को खोमेनी के घर पर प्रदर्शनकारियों का हमला ईरान में हो रही काफी बड़ी राजनीतिक एवं सामाजिक उथल-पुथल की साक्ष दे रही है।

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