सेना ने ‘सर्जिकल स्ट्राईक’ की जानकारी संसदीय समिती को दी

नई दिल्ली, दि. १४ (वृत्तसंस्था) – ‘पीओके’ में हुए ‘सर्जिकल स्ट्राईक’ की जानकारी सेना ने संसद की स्थायी समिती को सौंप दी है| लेफ्टनंट जनरल बिपीन रावत ने संसद समिती के सदस्यों को इस सफल मुहिम की जानकारी दी| लेकिन यह जानकारी देते हुए किसी भी प्रकार के सवालों का स्वीकार नहीं किया जायेगा, ऐसा सेना ने स्पष्ट किया था| वहीं, भारत के विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने, ‘सर्जिकल स्ट्राईक’ के बारे में पाकिस्तान के समाचारपत्र में आयी जानकारी साफ़ झूठ है, ऐसा कहकर यह ख़बर ठुकरायी है|

‘सर्जिकल स्ट्राईक’२९ सितंबर की देर रात को, ‘पीओके’ में भारतीय सेना ने किये सर्जिकल स्ट्राईक की ख़बर से भारत में जल्लोष शुरू हुआ; वहीं, पाकिस्तान में खलबली मच गयी थी| पाकिस्तान ने, ‘सर्जिकल स्ट्राईक’ हुआ ही नहीं, ऐसा कहकर इस बात को ठुकराया था| इस पृष्ठभूमि पर, इस सर्जिकल स्ट्राईक’ के सबूत भारत ने ज़ाहिर करने चाहिए, ऐसी माँग की जाने लगी| लेकिन भारत सरकार ने ये सबूत खुले ना करने का फ़ैसला किया था| संसद की स्थायी समिती के सामने, इस मुहिम के बारे में जानकारी खुली करने की माँग हुई थी| इसी के तहत, सेना ने स्थायी समिती को इस मुहिम के बारे में तफ़सील सौंपे हैं|

इसी दौरान, पाकिस्तान में अभी तक सर्जिकल स्ट्राईक की गूँजें गूँज रही हैं| भारत इस बारे में अपप्रचार कर रहा है, ऐसा आरोप पाकिस्तान की मीड़िया कर रही है| साथ ही, पाकिस्तान सरकार, अपनी सुरक्षा को रहनेवाले ख़तरे की पृष्ठभूमि पर संसद का विशेष सत्र बुलाकर चिंता ज़ाहिर कर रही है| हफ़ीज़ सईद जैसे आतंकवादी नेता ने, भारत में ‘सर्जिकल स्ट्राईक’ कराने की धमकी दी थी| ‘जैश-ए-मोहम्मद’ का सरगना मौलाना मसूद अझहर, पाकिस्तान सरकार आतंकवादियों को खुला छोड़ दें, ऐसी मॉंग कर रहा है| यह सर्जिकल स्ट्राईक का असर है, ऐसा सामने आ रहा है|

पाकिस्तान का अख़बार ‘द न्यूज इंटरनैशनल’ ने सर्जिकल स्ट्राईक बारे में एक खबर छपवाई थी| जर्मन राजदूत का हवाला देकर, भारतीय सेना ने इस प्रकार की कोई कार्रवाई की ही नहीं, ऐसा दावा इस अख़बार ने अपनी ख़बर में किया था| भारत के विदेश सचिव एस. जयशंकर ने जर्मनी के राजदूतों के पास इस बात का क़बुलनामा दिया था, ऐसा इस अखबार में नमूद किया गया है| लेकिन विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने, पाकिस्तान के अखबार में छपी हुई यह खबर झुठलायी है| वहीं, यह खबर साफ़ ग़लत है, ऐसा दावा जयशंकर ने किया है|

पाकिस्तान की मीडिया और सामरिक विशेषज्ञ, अपनी सेना की आबरू बचाने के लिए, ‘पीओके में ‘सर्जिकल स्ट्राईक’ यह भारत का अपप्रचार है’ ऐसा दावा कर रहे हैं| लेकिन इस ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ के करीबन ९० मिनट की क्लिप सेना ने सरकार के हवाले कर दी है| साथ ही, इस हमले के बाद पाकिस्तान के अधिकारी और एजन्सियों के संभाषण के रेडिओ और वायरलेस संदेशों को पकड़कर, ये संदेश भारतीय न्यूजचैनल पर प्रसारित किये गये थे| साथ ही, एक भारतीय न्यूजचैनल ने, पीओके के एक पुलिस अधिकारी को फोन करके, भारतीय सेना का हमला हुआ था, इस बात की पुष्टि की थी| इस स्टिंग ऑपरेशन की बदौलत पाकिस्तान का भांडाफोड़ हुआ था| साथ ही, हाथ में आयी जानकारी के अनुसार, ‘लश्कर-ए-तोयबा’ के क़रीबन २० आतंकवादी इस हमले में मारे गये थे| वहीं, अपनी बदनामी ना हों इसलिए पाकिस्तान की सेना, ‘सर्जिकल स्ट्राईक’ नहीं हुआ, ऐसा कहकर अपने देशवासियों को अंधेरे में रख रही है, यह बात सामने आ रही है| इसके लिए मीडिया का इस्तेमाल किया जा रहा होकर, पाकिस्तान की मीडिया में, सेना के साथ निष्ठा रखनेवाला गुट इन प्रयासों का साथ दे रहा है|

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