अमरीका यूक्रेन में जैव हथियारों का निर्माण कर रही हैं – रशिया के रक्षा मंत्रालय का आरोप

मास्को – रशिया विरोधी संघर्ष के लिए अमरीका ने यूक्रेन स्थित प्रयोगशालाओं में जैव हथियारों का निर्माण शुरू किया हैं। रशियन सीमा के करीबी इलाकों में बनाई इन प्रयोगशालाओं में हो रहे इन जैव हथियारों के निर्माण की वजह से देश में कुछ समय के लिए ड़र का माहौल बना था, इसकी कबुली रशियन रक्षा मंत्रालय ने प्रदान की। अमरीका यूक्रेन में जैव हथियारों के निर्माण में जुटी होने के सबूत रशिया ने प्राप्त किए हैं और यूक्रेन की सेना ने यह सबूत मिटाने की कोशिश भी की थी, ऐला आरोप भी रशियन रक्षा मंत्रालय ने लगाया।

‘रशिया की सीमा के करीबी यूक्रेन के सरहदी क्षेत्र में बनाए जैव लैब में अमरिकी रक्षा मंत्रालय कम लागत से भारी मात्रा में संक्रमित होने वाले विषाणुओं पर काम कर रहा हैं। इस वजह से अमरीका राष्ट्रीय अधिकार क्षेत्र के बाहर जैव हथियारों का निर्माण करने में जुटी होने की बात फिर से स्पष्ट हुई है’, ऐसा आरोप रशिया के ‘किरणोत्सारी, रासायनिक और जैव सैन्य विभाग’ के प्रमुख लेफ्टनंट जनरल इगॉर किरिलोव्ह ने लगाया।

यूक्रेन के खारकोव स्थित ‘इन्स्टीट्यूट ऑफ एक्स्प्रिमेंटल ॲण्ड क्लिनिकल वेटरीनरी मेडिसीन’ लैब में अमरिकी रक्षा मुख्यालय जैवं हथियारों पर काम कर रहा हैं। यूक्रेन के ‘अस्कानिया-नोवा बायोस्फिअर रिज़र्व लैब्रोटरी’ में बरामद हुए कागज़ातों से यह जानकारी सामने आने का बयान लेफ्टनंट जनरल किरिलोव ने किया। यूक्रेन के खारकोव में स्थित प्रयोगशाला अमरीका के लिए काम कर रही हैं, ऐसी चिंता किरिलोव्ह ने जताई।

‘यू-पाय-८’ और ‘पाय-४४४’ जैसे विषाणुओं पर अनुसंधान किया जा रहा है। इसके अलावा ‘फ्लू-फ्लाइ-वे’ का निर्माण करने के लिए जल्द ही कदम उठाएं जाएंगे। आम हथियारों की तुलना में कम लागत में इस प्रयोगशाला में तैयार किए जा रहे यह जहरिले विषाणु प्रचंड़ गति से फैल सकते हैं। इन विषाणुओं के फैलाव से संबंधित देश की अर्थव्यवस्था ढ़ह जाएगी और अन्न सुरक्षा का संकट खड़ा होगा, ऐसा दावा किरिलोव्ह ने किया।

अमरीका यूक्रेन के प्रयोगशाला में कर रहे इन प्रयोग की वजह से वर्ष २०२१ में रशिया में बर्ड फ्ल्यू फैला था, ऐसा गंभीर आरोप किरिलोव्ह ने लगाया। यूक्रेन के अस्कानिया-नोवा के अभयअरण्य में वर्ष २०२१ में सैकड़ों पक्षियों को संदिग्ध पद्धती से कत्ल किया गया था। इस बर्ड फ्ल्यू का फैलाव रशिया के साथ यूरोप में भी हुआ था, इसपर किरिलोव्ह ने ध्यान आकर्षित किया।

इसी बीच, पिछले साल जिनेवा में आयोजित अंतरराष्ट्रीय बैठक में अमरीका द्वारा यूक्रेन में चलाए जा रहे जैव प्रयोगशालाओं के मामले रशिया ने नए सबूतों के साथ उठाए थे। अमरीका का रक्षा विभाग यूक्रेन में २६ जैव प्रयोगशाला चला रहा हैं। इनपर अमरीका का सीधा नियंत्रण हैं और कोरोना के साथ अन्य कई घातक विषाणुओं पर वहां प्रयोग हो रहे हैं, ऐसे आरोप रशिया ने लगाए थे। इन प्रयोगशालाओं से अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन का बेटा हंटर बायडेन के ताल्लुकात होने का दावा भी रशिया ने किया था। यूक्रेन के सांसदों ने अमरिकी प्रयोगशालाओं पर आपत्ति जताने पर भी रशिया ने ध्यान आकर्षित किया था।

Leave a Reply

Your email address will not be published.