हायपरसोनिक मिसाइलों से लैस रशियन युद्धपोत अमरिकी तट के करीब तैनात है – रशिया के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष दिमित्री मेदवेदेव

मास्को – रशिया में स्थित अमरिकी दूतावास ने एक वीडियो जारी करके आम रशियन जनता को यूक्रेन युद्ध विरोधी संदेश दिया था। बुधवार को जारी हुए इस वीडियो पर रशिया की तीखी प्रतिक्रिया सामने आयी है। रशिया के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष और मौजूदा सिक्युरिटी कौन्सिल के उपाध्यक्ष दिमित्री मेदवेदेव ने इसपर अमरीका की कड़ी आलोचना की हैं। इसके अलावा रशिया का युद्ध पोत अमरिकी तट से मात्र १०० मील दूरी पर हैं और झिरकॉन मिसाइलों से लैस होने की धमकी मेदवेदेव ने दी है। साथ ही नाटो सदस्य देश भी रशिया के निशाने पर हैं, इसका अहसास भी उन्होंने कराया हैं।

रशियन जनता को यूक्रेन युद्ध विरोधी संदेश देने वाले अमरीका के दूतावास ने जारी किए किए वीडियो में अमरीका और रशिया के सांस्कृतिक समानता की जानकारी साझा की गई थी। महान रशियन साहित्यकार प्योदोर दोस्तोवस्की का खास ज़िक्र इस वीडियो में था। साथ ही लिओनाईड ब्रेझनेव, मिखाईल गोर्बाचेव और बोरिस येलत्सीन जैसे नेताओं का भी ज़िक्र इस वीडियो में किया गया हैं। इसके बाद रशिया के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष मेदवेदेव ने अमरीका की तीखे शब्दों में आलोचना की। साथ ही अमरीका को गंभीर परिणामों की चेतावनी भी उन्होंने दी हैं।

करीबन ५०० से हज़ार किलोमीटर मारक क्षमता के झिरकॉन मिसाइलों से लैस रशियन युद्धपोत अमरीका के तट से मात्र १०० मील दूरी पर तैनात हैं, ऐसा इशारा मेदवेदेव ने दिया हैं। साथ ही नाटो सदस्य देश भी रशिया के निशाने पर हैं और उन्हें नए साल का गिफ्ट रशिया से प्राप्त हो सकता है, ऐसी चेतावनी मेदवेदेव ने दी हैं। मेदवेदेव ने इससे पहले भी अमरीका और ब्रिटेन से यूक्रेन को प्राप्त हो रही सहायता पर तीव्र गुस्सा व्यक्त किया था और इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे, यह चेतावनी भी दी थी। रशिया पर हमले होते हैं तो लंदन और वॉशिंग्टन डीसी भी सुरक्षित नहीं रह सकती, उसे लक्ष्य करने की क्षमता रशिया रखती हैं। इसका इस्तेमाल करने में रशिया हिचकिचाएगी नहीं, ऐसा मेदवेदेव ने धमकाया था।

यूक्रेन युद्ध परमाणु युद्ध में तब्दील होगा, ऐसी चेतावनी रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने बार बार दी थी। साथ ही इस युद्ध में यूक्रेन को अमरीका से प्राप्त हो रही सैन्य सहायता की वजह से यूक्रेन की भूमि पर रशियन और अमेरिकी सेना का सीधा टकराव होगा, इसका अहसास भी रशिया के राष्ट्राध्यक्ष ने कराया था। परमाणु युद्ध की संभावना एवं सीधे संघर्ष के इशारे मिलने के बावजूद अमरीका ने यूक्रेन को अधिक मात्रा में सैन्य सहायता प्रदान करना जारी रखा हैं। ऐसी स्थिति में अमरीका ने शनिवार को यूक्रेन के लिए तीन अरब डॉलर्स की सैन्य सहायता घोषित की और इसपर रशिया की अधिक जहाल प्रतिक्रिया सामने आ सकती हैं। इसी बीच रशिया के नेतृत्व के विरोध में रशियन जनता को भड़काने की कोशिश करके अमरीका राष्ट्राध्यक्ष पुतिन और उनके सहयोगियों को नए से उकसाती दिख रही हैं।

इसके बाद रशिया यूक्रेन युद्ध में अधिक आक्रामक होने के संकेत प्राप्त होने लगे हैं और अमरीका समेत नाटो सदस्य यूरोपिय देशों को भी रशियन आक्रामकता से नुकसान पहुंचने की संभावना सामने आ रही हैं।

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