रशिया पर प्रतिबंध लगाकर अमरीका आग से खेल रही है – रशिया के विदेश मंत्रालय की कड़ी चेतावनी

मास्को/वॉशिंग्टन – आक्रामक रशिया के विरोध में भूमिका अपनाकर अमरीका आग से खेलने की कोशिश ना करें, ऐसी कड़ी चेतावनी रशियन विदेश मंत्रालय ने दी है। मंगलवार के दिन अमरीका ने ऐलेक्सी नैव्हेल्नी के मामले को लेकर रशिया के खिलाफ सख्त प्रतिबंधों का ऐलान किया था। इसके विरोध में रशिया ने भी ज़ोरदार प्रत्युत्तर दिया है और उल्टे प्रतिबंध लगाए जाएंगे, यह चेतावनी भी दी है। नैव्हेल्नी के मामले में लगाए ये प्रतिबंध, अमरीका के नए राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने रशिया के खिलाफ की हुई पहली बड़ी कार्रवाई साबित हुई है।

प्रतिबंधबीते वर्ष के अगस्त महीने में ऐलेक्सीन नैव्हेल्नी पर जानलेवा विषप्रयोग हुआ था। इसके लिए रशियन सरकार ज़िम्मेदार होने का आरोप हुआ था। जनवरी महीने में नैव्हेल्नी रशिया लौटे थे और इसके बाद तुरंत ही उन्हें गिरफ्तार करके जेल भेजा गया था। इसके विरोध में नैव्हेल्नी समर्थकों ने व्यापक प्रदर्शन शुरू किए हैं और पूरे महीने में रशिया के अलग अलग शहरों में प्रदर्शन हो रहे हैं। इन प्रदर्शनों के खिलाफ रशियन हुकूमत ने आक्रामक भूमिका अपनाई है और अब तक करीबन आठ हज़ार से अधिक प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है।

प्रतिबंध

नैव्हेल्नी पर किया गया विषप्रयोग और रशिया की प्रदर्शनकारियों पर जारी कार्रवाई, इन मुद्दों पर पश्‍चिमी देशों में तीव्र प्रतिक्रिया दर्ज़ हो रही थी। रशिया में राष्ट्राध्यक्ष पुतिन अपने विरोधियों की आवाज़ दबाने की कोशिश कर रहे हैं, ऐसे आरोप भी किए गए थे। कुछ यूरोपियन देशों ने रशियन राजनीतिक अधिकारियों को देश से बाहर खदेड़ा था। इसके बाद अब अमरीका ने प्रतिबंधों का ऐलान करके रशिया को तीखा संदेश दिया है, यह समझा जा रहा है। मंगलवार के दिन राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने, रशिया के सात वरिष्ठ अधिकारी और १४ उपक्रमों पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया। इनमें रशिया की गुप्तचर यंत्रणा के प्रमुख एवं दो उप-रक्षामंत्रियों का समावेश है।

बायडेन प्रशासन की इस कार्रवाई पर रशिया ने तीखी प्रतिक्रिया दर्ज़ की है। ‘अमरीका ने रशिया के खिलाफ हमला करने की आक्रामक भूमिका अपनाई है। हमारे सहयोगियों ने इस तरह से आग से खेलने की कोशिश नहीं करनी चाहिये’, ऐसी चेतावनी रशियन विदेश मंत्रालय ने दी। ‘अमरीका के प्रतिबंध यानी रशिया के अंदरूनी कारोबार में दखलअंदाज़ी करने के लिए आगे किया गया कारण है। रशिया इसे कभी भी बर्दाश्‍त नही करेगा। प्रतिबंध या अन्य प्रकार के दबाव से, रशिया पर कुछ भी थोपने की कोशिश पहले भी नाकाम हुई है और अब भी यही होगा। अमरीका की कार्रवाई पर रशिया उसी भाषा में प्रत्युत्तर देगा’, यह चेतावनी रशिया की प्रवक्ता मारिया झाखारोव्हा ने दी है।प्रतिबंध

अमरीका के बाद युरोपिय महासंघ ने भी रशिया के खिलाफ प्रतिबंधों का ऐलान किया है। महासंघ ने रशिया के चार वरिष्ठ अधिकारियों के प्रवेश पर रोक लगाने का ऐलान किया है और उनकी संपत्ति जब्त करने की बात भी स्पष्ट की। युरोप ने लगाए प्रतिबंधों में, राष्ट्राध्यक्ष पुतिन के करीबी ‘नैशनल गार्ड’ के प्रमुख व्हिक्टर झोलोटोव्ह का भी समावेश है। महासंघ ने प्रतिबंध लगाने पर, रशिया उनके साथ जारी संबंध तोड़ने का कदम उठा सकता है, यह चेतावनी रशियन विदेशमंत्री सर्जेई लैव्हरोव्ह ने पहले ही दी थी।

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