इराक में हो रहे ईरान के हस्तक्षेप का विरोध करनेवाले प्रदर्शनकारियों पर इराकी सरकार की हिंसक कार्रवाई – ३४ लोगों की मौत और १,२०० से अधिक जख्मी

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरबगदाद: प्रधानमंत्री अदेल अब्दुल महदी के आदेश पर इराकी पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर की गोलीबारी में ३४ लोगों की मौत हुई है और बगदाद में सरकार के विरोध में शुरू हुए प्रदर्शन अब बसरा और किरकूक तक जा पहुंचे है| महदी सरकार की निती के साथ ही इराक में बढ रहे ईरान के हस्तक्षेप पर नाराज हुए इराकी युवाओं ने इन प्रदर्शनों में बढी पहल दिखाई है, यह दावा स्थानिय माध्यम कर रहे है| इराक के राष्ट्राध्यक्ष एवं लोकसभा अध्यक्ष ने भी प्रदर्शनकारियों पर हुई गोलीबारी पर क्रोध व्यक्त किया है|

इराक में महदी सरकार के विरोध में शुरू प्रदर्शन शुक्रवार के रोज चौथे दिन भी शुरू रहे| मंगलवार से हो रहे यह प्रदर्शन शुरू में शांति के साथ हो रहे थे| लेकिन, इस बार प्रदर्शनकारियों ने इराक में हस्तक्षेप कर रहे ईरान के विरोध में नारेबाजी की और इन प्रदर्शनों में हिंसा शुरू हुई| लेकिन, प्रदर्शनकारियों ने ही दंगा शुरू किया है, यह दावा करके प्रधानमंत्री महदी ने सुरक्षा यंत्रणाओं को कार्रवाई के आदेश दिए, यह आरोप इराक की भूतपूर्व सांसद शिरौक अबायाची ने किया है| पुलिस गोलीबारी में ३४ लोग मारे गए है और १,२०० लोग जख्मी हुए है, यह सरकार ने घोषित किया है, फिर भी इस घटना में हुई जीवित हानी और भी अधिक होगी, यह दावा अबायाची ने किया|

पिछले कुछ वर्षों से इराक में सरकार के विरोध में प्रदर्शनों का विस्फोट हो रहा है| इन प्रदर्शनकारियों को इराक में धार्मिक नेता मुक्तदा अल सद्र का समर्थन होता है| लेकिन, इस बार पहली दफा किसी भी सियासी समर्थन के बिना ही यह प्रदर्शन भडक उठे है, इस बात पर अबायाची ने ध्यान आकर्षित किया| इसी बीच इन प्रदर्शनों में युवाओं की तादाद काफी ज्यादा है और सोशल मीडिया पर सरकार के विरोध में अपना असंतोष व्यक्त करके यह युवक रास्तों पर उतरे है, यह जानकारी अबायाची ने अरबी समाचार संस्ता को दी| साथ ही यह प्रदर्शन राजधानी बगदाद तक सीमित नही रही है और अब इराक के अन्य प्रांतों के युवक भी इन प्रदर्शनों के समर्थन में उतर रहे है, ऐसा अबायाची ने कहा|

पिछले कुछ हफ्तों से प्रधानमंत्री महदी ईरान के इशारों पर काम करते दिख रहे है और इसके विरोध में इराकी जनता के मन में नाराजगी बढ रही है| पिछले हफ्ते में ही प्रधानमंत्री महदी ने आतंकवाद विरोधी दल के उपप्रमुख अब्दुल वहाब अल सादी को सेवा से बाहर किया| सादी संबंधी किए निर्णय की सभी स्तरों पर आलोचना हुई थी| वही, इराक में अमरिकी अड्डों पर हमलें करने की धमकी ईरान के राजदूत इराज मस्जेदी ने दी थी| यह दो घटना यानी इराक की राजनीति में ईरान का खुलेआम हस्तक्षेप होने का आरोप इराकी जनता कर रही है|

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