रशिया से युआन और युरोप के निवेश में काफी बढोतरी

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मास्को – रशिया के मध्यवर्ती बैंक ने अमरिकी डॉलर को झटका देकर युआन और युरो इन दो चलनों में हो रहे निवेश का प्रमाण बडी मात्रा में बढाया है, यह जानकारी सामने आ रही है| २०१८ में रशिया ने विदेशी मुद्रा भांडार में अमरिकी डॉलर का हिस्सा लगभग शून्य तक घटाने के संकेत दिए थे| इसके लिए केवल तीन महीनों के समय में रशिया ने लगभग १०१ अरब डॉलर्स के अमरिकी ऋणपत्र की बिक्री करने की बात स्पष्ट हुई थी| इस बिक्री से रशिया ने ८८ अरब डॉलर्स के युआन और युरो की खरीदी करने की बात उजागर हुई थी|

वैश्‍विक अर्थव्यवस्था में सबसे अधिक विदेश भांडार रख रहे देशों की सुचि में रशिया पहले १० देशों में शामिल है| जून २०१८ के आकडों के नुसार रशिया के पास ४५८ अरब डॉलर्स की विदेशी मुद्रा का भांडार है और उसमें अमरिकी डॉलर्स के अलावा युआन, युरो, येन और सोने का समावेश है| २०१४ में रशिया ने युक्रेन पर किए हमले की पृष्ठभुमि पर अमरिका ने रशिया पर बडी तादात में प्रतिबंध लगाए थे| इन प्रतिबंधों का सामना करने के लिए रशिया ने अमरिकी डॉलर्स का निवेश कम करके सोना और अन्य चलनों का हिस्सा बढाने पर जोर दिया था|

अमरिकी प्रसार माध्यमों के दावे के अनुसार रशिया ने विदेशी मुद्रा भांडार में चीन के युआन का हिस्सा बडी मात्रा में बढाया है| २०१८ के शुरूआत में रशिया की विदेशी मुद्रा भांडार में युआन का हिस्सा ५ प्रतिशत तक था| लेकिन नए आकडों के अनुसार यह हिस्सा अब १५ प्रतिशत तक पहुंचा है| इसके पिछे २०१८ के दुसरे तिमाही में रशिया ने ‘युआन’ में किया ४४ अरब डॉलर्स का निवेश अहम साबित हुआ है| युआन के अलावा रशिया ने ‘युरो’ में भी एक समान निवेश करके अमरिकी डॉलर्स को अर्थव्यवस्था से बाहर निकाल ने के लिए कदम बढाए है, यह दिखाई दे रहा है|

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