नाइजीरिया के वांशिक संघर्ष में ७४ की मौत – वायव्य नाइजीरिया में ८० लोगों का अपहरण

मैदुगरी – नाइजीरिया के बेनु प्रांत में हुई हिंसा के दौरान ७४ लोग मारे गए हैं। स्थानीय सुरक्षा यंत्रणा ने यह वांशिक हत्याकांड़ का हिस्सा होने का दावा किया है। एक ही प्रांत के दो विभिन्न क्षेत्रों में खानाबदोश जनजातियों के सशस्त्र गुटों ने इन हमलों को अंजाम देने की बात कही जा रही है। इसी बीच वायव्य नाइजीरिया के झम्फारा प्रांत में आतंकी गुट ने कुल ८० लोगों का अपहरण किया हैं और इसकी रिहाई के लिए तीन करोड़ नाइरा (स्थानीय मुद्रा) फिरौती के तौर पर मांगी होने का वृत्त माध्यमों ने जारी किया है।

नाइजीरिया यह अफ्रीका के ईंधन समृद्ध देशों में से एक कहा जाता है। अफ्रीकी महाद्वीप की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में शामिल इस देश में हाल ही में राष्ट्राध्यक्ष पद के चुनाव हुए। इस चुनाव में स्थिरता और सुरक्षा का मुद्दा प्रमुख था। लेकिन, वांशिक संघर्ष और आतंकवादी हमलों के साए में किए गए इस चुनाव में महज २७ प्रतिशत वोटिंग हुई थी। नए राष्ट्राध्यक्ष बोला तिनुबु ने देश के सभी नागरिकों की सुरक्षा का वादा किया था। लेकिन, हिंसा और अपहरण की इन नई घटनाओं के कारण यह वादा नाकाम होता दिख रहा है।

पिछले हफ्ते मध्य नाइजीरिया के बेनु प्रांत में उमोगिदि क्षेत्र में सशस्त्र गुट ने गांव में किसानों पर जोरदार हमला किया था। इस दौरान लगभग ४६ लोगों के मारे जाने की जानकारी स्थानीय यंत्रणा ने साझा की। हमलावर खानाबदोश जनजातियों से संबंधित थे, ऐसा सुरक्षा अधिकारी ने कहा हैं। किसान और खानाबदोश जनजातियों के बीच ज़मीन और पानी के मुद्दे पर जारी विवाद से यह हमला होने की बात कही जा रही है। कुछ अधिकारियों ने इस हमले को वांशिक हत्याकांड़ का हिस्सा बताकर ड़र व्यक्त किया है।

इस हमले के बाद एम्गबन क्षेत्र के स्थानांतरितों के शिविर में रहनेवाले किसानों पर हमला किया गया। इससे कम से कम २८ लोग मारे गए और कई घायल हुए हैं। हमलावर खानाबदोश जनजातियों के फुलानी बंश के थे, ऐसा आरोप गांववालों ने लगाया है। इससे पहले हुई हिंसक घटनाओं के कारण किसानों के सामने विस्थापित होने का संकट खड़ा हुआ था। सरकार ने उन स्थानांतरितों के शिविरों में जगह बनायी थी। इस शिविर को सरकार ने सुरक्षा भी मुहैया की हैं। लेकिन, इसके बावजूद हमला होने से सरकार विरोदी नाराज़गी जताई जा रही हैं।

एक के बाद एक हुए इन हमलों के बाद देश के वायव्य हिस्से के झम्फारा प्रांत में अपहरण की घटना हुई। शुक्रवार को वान्झामाई गांव में बच्चे और महिला खेतों में काम कर रहे थे, तभी यह घटना हुई। कई गाड़ियों से वहां पहुंचे आतंकवादियों ने खेतों में काम कर रही महीला और बच्चों का घेराव करके उनका अपहरण किया, ऐसा गांववालों ने कहा। लगभग ८० लोगों का अपहरण होने का प्राथमिक अनुमान हैं। आतंकवादी गुट ने इनकी रिहाई के लिए फिरौती के तौर पर तीन करोड़ नायरा देने की मांग रखी है।

अफ्रीका के प्रमुख देशों में से एक नाइजीरिया में पिछले दशक से हिंसक घटनाओं की मात्रा बढ़ती दिख रही है। अल कायदा और आयएस से संबंधित आतंकवादी गुट, सरकार विरोधी विद्रोही गुट, सशस्त्र वांशिक गुट एवं डकैतों के गिरोह लगातार हमले और अपहरण कर रहे हैं। इस वजह से नाइजीरिया में काफी अस्थिरता फैली हैं और सेना एवं सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने के बावजूद भी स्थिति में सुधार नहीं हो सका है, यह नई घटनाओं से दिखाई देता है।

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