ईरान के साथ बढ़ रहे तनाव की पृष्ठभूमि पर अमरीका की परमाणु पनडुब्बी खाड़ी क्षेत्र में तैनात

वॉशिंग्टन – १५४ टॉमाहॉक मिसाइलों की तैनाती के साथ अमरीका की परमाणु पनडुब्बी ‘यूएसएस फ्लोरिडा’ खाड़ी क्षेत्र में तैनात करने का ऐलान अमरिकी रक्षा मुख्यालय पेंटॅगॉन ने किया। पिछले कुछ दिनों से ईरान के साथ बढ़ रहे तनाव की पृष्ठभूमि पर अमरीका ने यह तैनाती करने का दावा किया जा रहा है। कुछ दिन पहले ही अमरीका ने ईरान के खतरे को रेखांकित करके सीरिया के तटीय इलाके के करीब अपने विध्वंसक की तैनाती की थी। इस वजह से मात्र एक हफ्ते में ही अमरीका ने ईरान के विरोध में यह दूसरी तैनाती की है, ऐसा सैन्य विश्लेषकों का कहना है।

अमरीका या विश्व का कोई भी देश कभी भी अपने पनडुब्बियों के स्थान एवं तैनाती का ऐलान नहीं करता। क्यों कि, पनडुब्बी को नौसेना के बेड़े का गुप्त हथियार जाना जाता है। अमरिकी नौसेना ने भी अब तक यही भूमिका अपनाई थी। लेकिन, शनिवार को अमरिकी रक्षा मुख्यालय पेंटॅगॉन ने ओरियो वर्ग की अपनी परमाणु पनडुब्बी ‘यूएसएस फ्लोरिडा’ की तैनाती का दुर्लभ ऐलान किया। अमरीका के ‘फिफ्थ फ्लीट’ नौसैनिक बेड़े की यह पनडुब्बी शुक्रवार को सुएझ नहर पार करके पर्शियन खाड़ी की ओर रवाना होने की जानकारी पेंटॅगॉन ने साझा की है।

बहरीन स्थित अमरिकी नौसेना के ‘फिफ्थ फ्लीट’ बेड़े में यह पनडुब्बी शामिल होगी। खाड़ी की सुरक्षा एवं स्थिरता बरकरार रखने के लिए इस पनडुब्बी की तैनाती करने की जानकारी ‘फिफ्थ फ्लीट’ के प्रवक्ता कमांडर टिमोथी हॉकिन्स ने प्रदान की। इस पनडुब्बी पर ज़मीन पर हमला करने की क्षमता के १५४ टॉमाहॉक मिसाइल तैनात होने की जानकारी कमांडर टिमोथी ने ही साझा की। इस पनडुब्बी की तैनाती का ज़िक्र करते हुए पेंटॅगॉन या ‘फिफ्थ फ्लीट’ ने ईरान का स्पष्ट ज़िक्र करना टाल दिया है। लेकिन, पर्शियन खाड़ी में इस पनडुब्बी की तैनाती करके अमरीका अपने सामर्थ्य का प्रदर्शन कर रही हैं, ऐसा दावा सैन्य विश्लेषक कर रहे हैं।

इसी बीच, ईरान और ईरान से जुड़ी आतंकवादी संगठनों ने पिछले कुछ दिनों से सीरिया में स्थित अमरिकी सेना पर किए हमलों पर विश्लेषक ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। सीरिया में स्थित अमरिकी सैन्य ठिकानों पर हुए एक ड्रोन हमले में एक ठेकेदार मारा गया था और साथ ही कुछ अमरिकी सैनिक एवं स्थानीय नागरिक घायल हुए थे। यह ड्रोन ईरान का बनाया होने का आरोप लगाकर ईरान से जुड़े आतंकवादियों ने ही इस हमले को अंजाम दिया है, ऐसा आरोप अमरीका ने लगाया था। इस पृष्ठभूमि पर कुछ दिन पहले अमरीका ने सीरिया के तटीय क्षेत्र के करीब विध्वंसक की तैनाती की थी। इसी बीच पर्शियन खाड़ी में विदेशी ईंधन टैंकर्स पर होनेवाले हमलों को रोकने के लिए इस परमाणु पनडुब्बी की तैनाती होने का दावा किया जा रहा है।

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