‘नायजर’ में हुए आतंकी हमले में ७३ सैनिक मारे गए

निआमे – पश्‍चिम अफ्रीका के ‘नायजर’ में इनातेस लष्करी अड्डे पर हुए बडे आतंकी हमले में ७३ सैनिक मारे गए है| पिछले महीने से पश्‍चिम अफ्रीका के साहेल क्षेत्र में हुआ यह तिसरा बडा आतंकी हमला साबित हुआ है| पिछले महीने में माली और नायजर सीमाक्षेत्र में बने माली के लष्करी अड्डे को लक्ष्य किया गया था| नए आतंकी हमले में नायजर सेना पर हमला करके आतंकी संगठनों ने फिर एक बार अपनी ताकत का प्रदर्शन किया दिख रहा है|

अफ्रीका में साहेल क्षेत्र के तौर पर जाने जा रहे देशों में अल कायदा एवं आयएस इन आतंकी संगठनों के सक्रिय ठिकाने बने है| इन्हीं ठिकानों के आतंकी लगातार इस क्षेत्र में सेना को लक्ष्य कर रहे है| पिछले वर्ष से माली, नायजर, बुर्किना फासो एवं नायजर के लष्करी अड्डों को लक्ष्य किया गया है| इन देशों के अलावा चाड इस अन्य अफ्रीकी देशों का समावेश होनेवाले ‘जी५-साहेल फोर्स’ का गठन किया गया है| इस दल का हिस्सा होनेवाले अड्डों पर आतंकी गुट हमलें कर रहे है, यह भी स्पष्ट हो रहा है|

मंगलवार की रात माली की सीमा के निकट बने नायजर के इनातेस लष्करी अड्डे पर आतंकियों ने बडा हमला किया| सैकडों आतंकियों ने यह हमला किया था, यह जानकारी लष्करी सूत्रों ने प्रदान की| हमले में राकेटस् और विस्फोटकों से भी गाडियों का इस्तेमाल किया गया| आतंकियों ने इतनी बडी मात्रा में हथियारों का प्रयोग करने की इस क्षेत्र की यह पहली ही घटना होने का दावा स्थानिय सेना ने किया है|

हमले में ७० से भी अधिक सैनिक मारे गए है और १२ सैनिक गंभीर रूप से जख्मीं हुए है| इसके अलावा करीबन ३० से भी अधिक सैनिक लापता है और इन्हें ढुंढने के लिए स्वतंत्र मुहीम चलाने की जानकारी सूत्रों ने साझा की| आतंकियों ने किए इस हमले के जवाब में की कार्रवाई के दौरान कुछ आतंकी भी मारे गए है, यह दावा भी हो रहा है| पर, इस दावे का अभी समर्थन नही हो सका है| नाजयर में हुए इस बडे हमले के बाद राष्ट्राध्यक्ष इसोफोउ ने अपनी इजिप्ट यात्रा रद्द की है|

पिछले सात महीनों में नायजर के लष्करी अड्डे पर आतंकी हमला होने की यह दुसरी घटना है| मई महीने में टोंगो टोंगो क्षेत्र में हुए आतंकी हमले में नायजर के २८ सैनिक मारे गए थे| यह हमला भी माली की सीमा के निकट होनेवाले लष्करी ठिकाने पर ही किया गया था| नवंबर महीने में माली-नाजयर सीमा क्षेत्र के गाओ प्रांत में आतंकियों ने लष्करी दल पर किए हमले में माली के २४ सैनिक मारे गए थे|

लगातार हो रहे इन आतंकी हमलों की वजह से पश्‍चिमी अफ्रीका में आतंकी संगठनों का वर्चस्व फिर से बढने के संकेत प्राप्त हो रहे है| फ्रान्स सरकार ने यूरोपिय देशों की सहायता से पश्‍चिमी अफ्रीका के साहेल क्षेत्र में चार हजार से भी अधिक सैनिकों का समावेश होनेवाले विशेष दल का निर्माण किया था| इस दल ने आतंकवाद के विरोध में कई मुहीम को अंजाम दिया| पर लगातार हो रहे आतंकी हमलों की वजह से इस दल की कार्रवाई का जरूरी कामयाबी ना मिलने की बात दिख रही है|

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