‘कंट्री गार्डन’ की नाकामी से चीन में नए ‘रिअल इस्टेट क्राइसिस’ के संकेत – विश्लेषकों का दावा

बीजिंग – चीन के रिअल इस्टेट क्षेत्र की शीर्ष कंपनी ‘कंट्री गार्डन’ ने अमरिकी डॉलर के बांड के ब्याज का बकाया चुकाया नहीं हैं। यह जानकारी सामने आ रही हैं और साथ ही कंपनी ने वर्ष २०२३ के पहले छह महीनों में सात अरब डॉलर घाटा होने का ऐलान किया है। कंपनी पर कुल २०० अरब डॉलर कर्ज का भार हैं और इसके ब्याज का भुगतान करने के लिए भी कंपनी की तिजोड़ी में पर्याप्त राशि ना होने की जानकारी भी सामने आयी है। यही स्थिति कायम रही तो अगले महीने तक कंपनी दिवालियां घोषित हो सकती हैं और इससे चीन को नए ‘रिअल इस्टेट क्राइसिस’ का सामना करना पड़ सकता है, ऐसी चेतावनी विश्लेषकों ने दी है।

‘कंट्री गार्डन’ की नाकामी से चीन में नए ‘रिअल इस्टेट क्राइसिस’ के संकेत - विश्लेषकों का दावाचीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग ने वर्ष २०२० में देश के संपत्ति एवं गृहनिर्माण क्षेत्र के विरोध में व्यापक कार्रवाई शुरू की थी। इससे चीन के रिअल इस्टेट क्षेत्र की कई कंपनियां मुश्किलों से घिरी थी। वर्ष २०२१ में चीन के रिअल इस्टेट क्षेत्र की सबसे बड़ी ‘एवरग्रैण्डे’ कंपनी कर्ज का भुगतान करने में नाकाम हुई थी। इसके बाद कंपनी ने दिवालियां घोषित किया था। वर्ष २०२१ और २०२२ के दो सालों में इस कंपनी को कुल ८१ अरब डॉलर घाटा होने की जानकारी हाल ही में सामने आयी है।

‘एवरग्रैण्डे’ दिवालिया घोषित होने के बाद चीन के रिअल इस्टेट क्षेत्र ने सरकार से सहायता मांगी थी। लेकिन, कोरोना का दौर और बाद में घोषित हुए लॉकडाऊन एवं अन्य समस्याओं की पृष्ठभूमि पर चीन की हुकूमत ने इस क्षेत्र को पुरी तरह से अनदेखा किया था। इसका असर ‘कंट्री गार्डन’ के रूप में फिर से सामने आ रहा है, इसपर विशेषज्ञों ने ध्यान आकर्षित किया। ‘कंट्री गार्डन’ चीन में घरों का सबसे अधिक बिक्री करने वाली कंपनी कही जाती है।

‘कंट्री गार्डन’ की नाकामी से चीन में नए ‘रिअल इस्टेट क्राइसिस’ के संकेत - विश्लेषकों का दावाचीन में ‘कंट्री गार्डन’ ने तीन हजार गृह निर्माण प्रकल्पों का काम किया है। इनमें से ८० प्रतिशत से भी अधिक प्रकल्प ‘टिअर २’, ‘टिअर ३’ और ‘टिअर ४’ के शहरों में हैं। ७० हज़ार से भी अधिक लोगों को रोजगार देने वाली इस कंपनी के आय में वर्ष २०२२ में भारी १८ प्रतिशत से भी अधिक गिरावट हुई हैं। ऐसे में पिछले महीने ही कंपनी के शेअर्स का मुल्या २० प्रतिशत फिसला हैं। ब्याज की दो किश्तों का भुगतान करने में असफल हुई इस कंपनी ने शेअर्स के ज़रिये ३० करोड़ डॉलर की पुंजी पाने की योजना भी रद्द की है। चीन के रिअल इस्टेट क्षेत्र में कंपनी का स्थान पहले से पांचवे स्तर पर फिसला हैं।

‘कंट्री गार्डन’ ने ब्याज और कर्ज का भुगतान नहीं किए हुए किश्तों की राशि ‘एवरग्रैण्डे’ की तुलना में कम हैं, फिर भी चीन की मौजुदा आर्थिक स्थिति वषर्ओ २०२१ की तरह नहीं रहीं हैं, इसका अहसास विश्लेषक करा रहे हैं। ‘कंट्री गार्डन’ की नाकामी से चीन में नए ‘रिअल इस्टेट क्राइसिस’ के संकेत - विश्लेषकों का दावाचीन की अर्थव्यवस्था डिफ्लेशन में होने का ऐलान कुछ दिन पहले ही किया गया है। ‘डिफ्लेशन’ में सभी उत्पादों की मांग और बिक्री भारी मात्रा में कम होती हैं और गृहनिर्माण क्षेत्र भी इससे दूर नहीं हैं।

चीन की अर्थव्यवस्था में रिअल इस्टेट क्षेत्र का हिस्सा ३० प्रतिशत हैं और इसके मद्देनज़र घरों की मांग और बिक्री की हुई गिरावट चीन की अर्थव्यवस्था का संकट अधिक गहरा करेगी। वर्ष २०२१ की तरह चीन की हुकूमत आर्थिक सक्षम नहीं हैं, इस वजह से रिअल इस्टेट क्षेत्र को आर्थिक सहायता मुहैया करके राहत मिलने की संभावना भी न के बराबर हुई है।

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