नाटो के हथियार यूक्रेन को जीता नहीं सकते – रशिया के रक्षा मंत्री की कड़ी चेतावनी

मास्को – नाटो ने यूक्रेन को कितने भी हथियार प्रदान किए तो भी इससे युद्ध में यूक्रेन की जीत नहीं होगी। उल्टा नाटो के हथियारों की वजह से यह युद्ध लंबा चलेगा और इससे अधिक तबाही होगी, ऐसी चेतावनी रशिया के रक्षा मंत्री सर्जेई शोईगू ने दी। यूक्रेन क हथियार प्रदान करने के परिणाम भयंकर होंगे, ऐसी चेतावनी ने रशिया ने अमरीका और नाटो को पहले भी दी थी।

अमरीका और नाटो यूक्रेन को प्रचंड़ मात्रा में हथियार प्रदान कर रहे हैं और यह हथियार गेमचेंजर साबित होंगे, ऐसे दावे यूक्रेन के राष्ट्राध्यक्ष झेलेन्स्की कर रहे हैं। इसके अलावा अमरीका और नाटो यूक्रेन को हवाई सुरक्षा यंत्रणा और अन्य हथियारों के साथ लड़ाकू विमानों की भी आपूर्ति करें, ऐसी मांग राष्ट्राध्यक्ष झेलेन्स्की कर रहे हैं। अमरीका के पूर्व रक्षा मंत्री लिऑन पेनेट्टा ने यूक्रेन की यह मांग पुरी करने का आवाहन बायडेन प्रशासन से किया हैं।

यूक्रेन को लड़ाकू ‘एफ-१६’ विमान प्रदान करने का निर्णय अमरीका कर सकती हैं। इससे फिलहाल रशिया से टकरा रहे यूक्रेन को अधिक ताकत मिलेगी, ऐसा दावा अमरीका के पूर्व रक्षा मंत्री ने किया। साथ ही रशिया से क्रिमिया का हिस्सा वापस पाने के लिए हमले करना यूक्रेन शुरू करें, ऐसी सलाह भी लिऑन पेनेट्टा ने दी है। यूक्रेन युद्ध में रशिया के राष्ट्राध्यक्ष पुतिन बड़े परेशान हुए हैं, यह कहकर पेनेट्टा ने अपने दावे का समर्थन किया।

इसी बीच, रशिया के रक्षा मंत्री शोईगू ने नाटो देशों के हथियारों की वजह से यूक्रेन को इस युद्ध में जीत हासिल करना मुमकिन ही नहीं हैं, यह कहकर नाटो को वास्तव का अहसास दिलाने की कोशिश की। उल्टा इन हथियारों की वजह से यूक्रेन युद्ध अधिक लंबा चलेगा और इससे विध्वंस बढ़ेगा। ऐसे में यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति करके नाटो आग से खेल रही हैं, ऐसी चेतावनी रक्षा मंत्री शोईगू ने दी।

अमरीका और नाटो के सदस्य देश यूक्रेन को भारी मात्रा में शस्त्र और बारूद प्रदान कर रहे हैं, फिर भी इसका सही इस्तेमाल करने की कुशलता और क्षमता इस देश की सेना नहीं रखती, ऐसे दावे हो रहे हैं। इसी वजह से यूक्रेन की सेना प्राप्त हथियार और बारूद का बेछूट इस्तेमाल कर रही हैं और उसे अधिक से अधिक हथियारों की आपूर्ति करते हुए अमरीका और नाटो के सदस्य देशों पर भार बढ़ने की खबरें कुछ समय पहले प्रसिद्ध हुई थी। इस पृष्ठभूमि पर रशिया के रक्षा मंत्री ने नाटो को दिए इशारे की अहमियत बढ़ी है। लेकिन, यूक्रेन का इस युद्ध में क्या होगा, इससे अमरीका और नाटो को कुछ भी लेना-देना नहीं हैं। सीर्फ रशिया को पराजित करना और रशिया के राष्ट्राध्यक्ष पुतिन की पकड़ ढ़िली करने का उद्देश्य सामने रखकर अमरीका और नाटो ने यूक्रेन युद्ध शुरू करवाया था। इनमें से एक भी उद्देश्य प्राप्त नहीं किया जा सकता, इसका अहसास अमरीका और नाटो को हुआ हैं। इसकी कबुली अमरिकी अधिकारी देने लगे होने की खबरें भी प्राप्त हो रही हैं।

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