हुवेई के वैंगझाऊ मेंग की रिहाई चीन की जीत है – चिनी प्रसार माध्यमों की डींग

बीजिंग/वॉशिंग्टन – अमरीका के न्याय विभाग के साथ ‘डिफर्ड प्रॉसिक्युशन एग्रीमेंट’ पर हस्ताक्षर करने के बाद हुवेई की संचालिका वैंगझाऊ मेंग को रिहा किया गया है। मेंग की रिहाई होने से पहले चीन ने मायकल कोवरिग और मायकल स्पैवर नामक कनाड़ा के नागरिकों की रिहाई की है। इसलिए कनाड़ा के इन नागरिकों को चीन ने मेंग के बदले में ‘बंधक’ बनाए रखने की बात स्पष्ट हुई है। लेकिन, चीन के माध्यम यह दावे करने लगे हैं कि, मेंग की रिहाई चीन की हुकूमत द्वारा अमरीका के खिलाफ अपनाई गई नीति की जीत है।

चीन की शासक कम्युनिस्ट हुकूमत से ताल्लुकात रखनेवाली ‘हुवेई’ कंपनी की संचालिका वैंगझाऊ मेंग को दिसंबर २०१८ में कनाड़ा में गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद उन्हें प्रत्यर्पित करके अमरीका को सौंपने की गतिविधियाँ भी शुरू हुईं थी। लेकिन, मेंग ने इसके खिलाफ कानूनी याचिक दाखिल करके प्रत्यर्पण रोकने की माँग की थी। इसी के साथ चीन की शासक कम्युनिस्ट हुकूमत ने अमरीका और कनाड़ा को धमकाकर राजनीतिक एवं अन्य स्तरों पर दबाव ड़ालने की कोशिशें शुरू की थीं। लेकिन, कनाड़ा की यंत्रणाओं ने लगातार तकरीबन तीन वर्ष तक मेंग को नज़रबंद किया हुआ था।

शुक्रवार के दिन मेंग ने अमरीका में सुनवाई के दौरान ‘वर्चुअल’ उपस्थित रहकर अमरिकी प्रशासन का प्रस्ताव स्वीकार किया। उन्होंने अमरीका के न्याय विभाग के साथ ‘डिफर्ड प्रॉसिक्युशन एग्रीमेंट’ पर हस्ताक्षर किए और खुद दोषी ना होने का दावा किया है। इस समझौते के अनुसार अमरीका मेंग के खिलाफ कार्रवाई नहीं करेगी, फिर भी हुवेई कंपनी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया आगे भी जारी रहेगी। मेंग की रिहाई से पहले चीन ने मायकल कोवरिग और मायकल स्पैवर कनाड़ा के इन नागरिकों को रिहा किया है।

चीन के प्रसार माध्यम और विश्‍लेषकों ने मेंग की रिहाई चीन की जीत है, यह दावे करने लगे हैं। चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत ने अमरीका और कनाड़ा के खिलाफ अपनाई आक्रामक भूमिका और लगातार दबाव ड़ालने के कारण दोनों देशों ने मेंग को रिहा किया, ऐसा चीन के सरकारी मुखपत्र ‘ग्लोबल टाईम्स’ ने कहा है। इस दौरान जुलाई में हुई अमरीका-चीन की बैठक का भी ज़िक्र किया गया है। इस बैठक में चीन द्वारा पेश की गई ‘सूचि’ में मेंग की रिहाई का समावेश था और उनकी रिहाई करके अमरीका ने अपनी भूल स्वीकार की है, यह डींग भी चीनी मुखपत्र ने मारी है।

लेकिन, विदेशी माध्यमों ने इस ओर ध्यान आकर्षित किया है कि, कनाड़ा के नागरिकों की रिहाई और मेंग की रिहाई का एक-दूसरे से कोई संबंधित ना होने की बात साबित हुई है और चीन के दावे झूठे हैं। चीन के शासकों ने मेंग और कनाड़ा के नागरिकों की कार्रवाई का संबंध ना होने का बयान लगातार किया था। लेकिन, बीते २४ घंटों के दौरान हुई घटनाओं से चीन द्वारा ‘होस्टेज डिप्लोमसी’ का इस्तेमाल किए जाने का आरोप विदेशी माध्यमों ने लगाया है। इसी बीच मेंग की रिहाई के बाद अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन के खिलाफ हो रही आलोचना तीव्र होने के संकेत प्राप्त हुए हैं। बायडेन प्रशासन मेंग की रिहाई करके चीन के सामने झुकता हुआ दिखाई दे रहा है, ऐसी आलोचना रिपब्लिकन पार्टी करेगी, यह दावा भी किया जा रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.