मध्य प्रदेश में ११,४२७ करोड़ रुपयों के महामार्ग की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन

भोपाल/नई दिल्ली – केंद्रीय महामार्गमंत्री नितीन गडकरी के हाथों मंगलवार के दिन मध्य प्रदेश के ११,४२७ करोड़ रुपयों की ४५ महामार्गों की परियोजनाओं का शिलान्यास एवं उद्घाटन किया गया। मध्य प्रदेश में शुरू की गई इन परियोजनाओं में से ५० हज़ार करोड़ रुपयों का काम वर्ष २०२३ तक पूरा किया जाएगा, यह जानकारी केंद्रीय मंत्री ने इस दौरान साझा की। अगले दो वर्षों में राज्य में विश्व स्तर के महामार्ग का नेटवर्क तैयार होगा और राज्य का चेहरा बदल जाएगा, यह विश्‍वास भी उन्होंने इस दौरान व्यक्त किया।

मध्य प्रदेश में ११,४२७ करोड़ रुपयों के महामार्ग की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटनकेंद्रीय मंत्री गडकरी के हाथों मंगलवार के दिन १,३६१ किलोमीटर के रास्तों के निर्माण कार्य का शिलान्यास एवं उद्घाटन किया गया। वीडियो कान्फरन्सिंग के माध्यम से यह कार्यक्रम किया गया। इस परियोजना के लिए एक लाख करोड़ रुपयों का निवेश होगा। मध्य प्रदेश में शुरू की गई ३० करोड़ रुपयों की परियोजनाओं का ७० प्रतिशत काम पूरा हो गया है। और वर्ष २०२३ तक ५० हज़ार करोड़ रुपयों की परियोजनाओं का काम पूरा करने का उद्देश्‍य रखा गया है, यह बयान भी गडकरी ने इस दौरान किया। साथ ही इसी बीच ९९२ किलोमीटर की २६ परियोजनाओं का उद्घाटन भी किया गया है। इन परियोजनाओं के लिए ८,८१८ करोड़ रुपयों का निवेश किया गया है। इसी दौरान लगभग २,६०९ करोड़ रुपयों के लागत से ३६९ किलोमीटर के रास्तों का निर्माण करने की योजना पर भी काम हो रहा है। इसके तहत १९ परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया।

मध्य प्रदेश में ११,४२७ करोड़ रुपयों के महामार्ग की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटनमध्य प्रदेश राज्य और केंद्र सरकार ने मिलकर ८,००० करोड़ रुपयों की लागत से चंबल एक्सप्रेस वे का निर्माण करने का तय किया है और जल्द ही इस परियोजना का शिलान्यास भी होगा। इस परियोजना के लिए मुख्यमंत्री भूसंपादन का काम जल्द से जल्द करें, इस परियोजना के लिए जीएसटी की सहुलियत प्रदान करें, यह बात गडकरी ने इस दौरान कही। इन रास्तों का काम शुरू होने पर मध्य प्रदेश के गावों में अच्छी संपर्क प्रणाली निर्माण हो सकेगी। इससे राज्य के लोगों की यातायात के मसला हल होगा। मध्य प्रदेश की सीमा से जुड़े राजस्थान, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगड़ जैसे पड़ोसी राज्यों को भी इससे लाभ होगा। सफर के समय और इंधन की बचत होगी, साथ ही कार्बन उत्सर्जन और प्रदुषण कम होगा, यह दावा केंद्रीय मंत्री ने किया।

रास्ते और महामार्ग के इस नेटवर्क की वजह से दिल्ली-कोलकाता कॉरिडोर, उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर, पूर्व-पश्‍चिम कॉरिडोर और दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे के बीच ‘क्रॉस कनेक्टिविटी’ प्राप्त हो सकेगी। इससे बड़ी मात्रा में रोज़गार भी उपलब्ध होंगे। नियोजित १ लाख करोड़ रुपयों की दिल्ली-मुंबई द्रुतगति महामार्ग की परियोजना के लिए राज्य में ८,२१४ करोड़ रुपयों का निवेश किया जाएगा, यह जानकारी भी गडकरी ने साझा की। यह मार्ग पूरा होने पर दिल्ली-मुंबई सफर १२ घंटों में हो सकेगा।

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