कोरोना की महामारी की पृष्ठभूमि पर युरोपिय महासंघ ने किया ‘डिजिटल ग्रीन पास’ का ऐलान

ब्रुसेल्स – अमरीका के बाद कोरोना की महामारी से सर्वाधिक नुकसान उठा रहें युरोप ने इससे बाहर निकलने के लिए तेज़ गतिविधियाँ शुरू की हैं। युरोपिय महासंघ की प्रमुख उर्सुला व्हॉन डेर-लेयन ने, सदस्य देशों के नागरिकों के लिए ‘डिजिटल ग्रीनपास’ देने का ऐलान किया है। कोरोना का टीका प्राप्त हुए युरोपिय नागरिकों के लिए ही यह सुविधा उपलब्ध की जाएगी, ऐसा कहा जा रहा है। लेकिन इस योजना को युरोप में ही विरोध किया जाने लगा है और बेल्जियम ने इस योजना का हिस्सा होने से इन्कार किया है।

विश्‍वभर में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर ११.७० करोड़ और कोरोना के मृतकों की संख्या करीबन २६ लाख हुई है। युरोपिय देशों में कोरोना के २.२५ करोड़ संक्रमित देखें गए हैं और ५.४७ लाख संक्रमित मृत हुए हैं। लेकिन, इसी के साथ बीते कुछ दिनों में विश्‍वभर में कोरोना संक्रमितों की संख्या में गिरावट देखी जाने की रिपोर्ट भी सामने आ रही है।

अमरीका और ब्रिटेन जैसें देशों में हर हफ्ते दर्ज़ हो रहें कोरोना के मामले ४० से ५० प्रतिशत कम होने की जानकारी संबंधित यंत्रणाएँ प्रदान कर रही हैं। टीकाकरण और अन्य इलाज़ों की वजह से कोरोना के मृतकों की संख्या में कमी होती दिख रही है। इस पृष्ठभूमि पर, कई देशों ने अपनी अर्थव्यवस्था को गति प्रदान करने के लिए रोज़ाना कारोबार शुरू करने के साथ ही कई क्षेत्रों में खुली छूट देना शुरू किया है। युरोपिय महासंघ ने पेश किया ‘डिजिटल ग्रीन पास’ का प्रस्ताव भी इसी का हिस्सा है।

इस ‘डिजिटल ग्रीन पास’ में यात्रा करनेवाले व्यक्ति की जानकारी दर्ज़ रहेगी। संबंधित व्यक्ति का कोरोना परीक्षण हुआ है या नहीं, यह व्यक्ति कोरोना संक्रमित है या नहीं, यह जानकारी इस पास में ‘डिजिटल पास’ में दर्ज़ रहेगी। इस पास में कोरोना के टीकाकरण के मुद्दे की जानकारी भी रहेगी, ऐसा सूत्रों ने कहा है। यात्रा सुरक्षित हों, इसके लिए भी यह पास काफी बड़ी अहम भूमिका निभाएगा, ऐसा महासंघ ने कहा है।

यात्रा करनेवाले व्यक्ति की निजी जानकारी की जाँच की जाएगी, साथ ही यह पास सुरक्षित होगा, ऐसा दावा महासंघ की प्रमुख उर्सुला व्हॉन डेर-लेयेन ने किया। लेकिन, यात्रा करनेवाले सभी लोगों के लिए यह पास बंधनकारक है या नही, इसपर अभी स्पष्ट भूमिका तय नहीं हुई है। युरोपिय महासंघ के सदस्य देशों के साथ ही युरोप के बाहर यात्रा करने के लिए भी यह पास उपयुक्त साबित होगा, यह दावा किया गया है। लेकिन, अभी इसकी पुख्ता पुष्टि नहीं की गई है।

महासंघ ने हालाँकि ‘डिजिटल पास’ का समर्थन किया है, फिर भी इसे सभी सदस्य देशों का समर्थन प्राप्त ना होने की बात सामने आ रही है। बेल्जियम ने इस प्रस्ताव को विरोध जताया है। बेल्जियम के उप-प्रधानमंत्री सोफि विल्म्स ने चेतावनी दी है कि इस प्रस्ताव की वजह से भेद की भावना बढ़ने का खतरा है। यह पास काफी धांदली निर्माण करनेवाली प्रक्रिया है और टीकाकरण जैसी बात ‘फ्रीडम ऑफ मुव्हमेंट’ से जोड़ने को हमारा विरोध है, यह बयान विल्यम्स ने किया है।

युरोप में टीकाकरण के मुद्दे पर फिलहाल बड़ी धांदली निर्माण हुई है और मात्र छह प्रतिशत नागरिकों को टीका लगाया गया है। कई देशों में टीकाकरण की मुहिम की बड़ी आलोचना हो रही है और महासंघ में बनें मतभेद भी सामने आए हैं।

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