‘कोरोना’ के बाद ‘भूखमरी’ की महामारी कोहराम मचाएगी – संयुक्त राष्ट्रसंघ के ‘डब्ल्यूएफपी’ के प्रमुख का इशारा

न्यूयॉर्क, (वृत्तसंस्था) – ‘कोरोना वायरस की महामारी की वजह से आज दुनिया में भूखमरी का संकट अधिक डरावना बना है। समय पर कदम नहीं उठाए, तो भूखमरी का यह संकट अधिक भीषण स्वरूप धारण करेगा। दुनियाभर में कोरोना वायरस से जितनी मौतें नही हुईं हैं, उससे भी अधिक लोग इस ‘भूखमरी’ की महामारी में दम तोडेंगे’, ऐसी दहलानेवाली चेतावनी संयुक्त राष्ट्रसंघ के ‘वर्ल्ड फूड प्रोग्राम’ (डब्ल्यूएफपी) के प्रमुख डेव्हिड बेस्ले ने दी है। कोरोना वायरस की महामारी, अगले कुछ दिनों में दुनिया पर टूट पड़नेवाले संकटों की श्रृंखला लेकर आयी है, यह इशारा ‘डब्ल्यूएफपी’ के प्रमुख बेस्ले ने राष्ट्रसंघ की सुरक्षा परिषद की बैठक में दिया।

कोरोना वायरस के कारण दुनियाभर के १८० से भी अधिक देशों में लॉकडाउन घोषित किया गया है। इसका सीधा असर इन देशों की अर्थव्यवस्था पर हुआ है और आर्थिक मंदी का संकट इन देशों की गरीब जनता को निचोडनेवाला होगा, यह बयान बेस्ले ने संयुक्त राष्ट्रसंघ की सुरक्षा परिषद की बैठक में किया है। इस लॉकडाउन की वजह से दुनियाभर में बेरोज़गारी काफी मात्रा में बढी है और दिहाड़ी लोगों का रोजगार इस महामारी ने छिना है, इस बात पर बेस्ले ने ग़ौर फ़रमाया है। इससे दुनियाभर में भयंकर स्थिति बनी है, यह एहसास बेस्ले ने दिलाया।

कोरोना वायरस की महामारी कोहराम मचाने से पहले ही दुनियाभर में ८२ करोड जनता आधे पेट रह रही थी। इनमें से १३.५० करोड लोगों के खाने का प्रश्‍न गंभीर हुआ था। इनमें से दस करोड लोगों को ‘डब्ल्यूएफपी’ द्वारा खाने की आपूर्ति की जा रही हैं। फिर भी दुनियाभर की तीन करोड जनता को भूखमरी बर्दाश्‍त करनी पड़ रही थी। लेकिन अब इस कोरोना वायरस की महामारी के कारण भूखमरी का सामना करनेवालों की संख्या दुगुनी होगी, यह गंभीर संभावना बेस्ले ने सामने रखी है।

कोरोना के बाद दुनिया पर टूट पड़नेवाली भूखमरी के संकट का सामना करने के लिए समय पर प्रावधान करना आवश्‍यक साबित होगा। नहीं तो कोरोना के विषाणु से भी अधिक, लॉकडाउन से निर्माण होनेवाली भूखमरी की महामारी में अधिक लोगों की मृत्यु होगी, यह इशारा बेस्ले ने दिया है। इसी बीच, ‘डब्ल्यूएफपी’ के अध्यक्ष डेव्हिड बेस्ले कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं।

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