कोरोना वायरस – केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मंजूर की १५ हजार करोड रुपयों की निधि

नई दिल्ली, (वृत्तसंस्था) – देश में कोरोना वायरस के मृतकों की संख्या ६५२ और मरीजों की संख्या २१ हजार तक जा पहुँची हैं। बुधवार के दिन महाराष्ट्र में कोरोना के ४३१ नए मरीज पाये गए। इसके साथ ही महाराष्ट्र में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या बढकर ५,६४९ हुई है। पिछले २४ घंटों में केवल मुंबई में ही कोरोना के ३०९ नए मरीज पाये गए और मुंबई में कोरोना के मरीजों की संख्या ३,७५४ हुई। कोरोना की महामारी के बढ रहे संक्रमण की पृष्ठभूमि पर केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक हुई। इस दौरान केंद्र सरकार ने स्वास्थ्य यंत्रणा की तैयारी बढाने के लिए एवं आपात्काल की सहायता प्रदान करने हेतु १५ हजार करोड रुपयों की निधि प्रदान करने का तय किया। इस महामारी पर नियंत्रण पाने के लिए और इस बिमारी के निदान तथा इलाज से संबंधित सुविधाएँ विकसित करके आपात्कालीन कार्रवाई की क्षमता विकसित करने के लिए इस निधि का इस्तेमाल होगा।

देश में कोरोना के मरीजों की संख्या १,४०० से बढकर २०,४७१ तक पहुँचने की बात स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी की हुई जानकारी से स्पष्ट हो रही हैं। लेकिन इसमें बुधवार के दिन में अलग अलग राज्यों में देखें गए नए मरीजों की संख्या शामिल नहीं की गई है। महाराष्ट्र में बुधवार के दिन कोरोना के ४३१ नए मामले सामने आए। दिल्ली में ८९, तमिलनाडू में ३३, राजस्थान में १५३, उत्तर प्रदेश में ११२, गुजरात में १३२, पश्‍चिम बंगाल में कोरोना के ३२ नए मरीज पाये गए। इसके साथ ही, देश में कोरोना के मरीजों की कुल संख्या बढकर २१ हजार से भी अधिक हुई हैं।

पिछले हफ्ते से देश में कोरोना के मरीजों की संख्या प्रतिदिन १,२००-१,५०० से बढ रही है। सरकार ने कोरोना की जाँच करने की मात्रा में भी बढोतरी की है। इस कारण नए मरीज देखें जाने की गति भी बढी है, यह कहा जा रहा है। परीक्षण बढाने के लिए रैपिड टेस्टिंग शुरू की गई थी। पर, चीन से मँगवाए गए रैपिड टेस्टिंग के ये किटस्‌ सदोष होने से यह परीक्षण फिलहाल बंद किया गया है। इस कारण बुधवार के दिन देशभर में कुल परीक्षण की संख्या में कमी हुई। चीन ने इसपर प्रतिक्रिया दर्ज करते समय, सदोष किटस्‌ के मामले में भारत से सहयोग करेंगे, यह कहा है।

इसी बीच, कोरोना की महामारी का मुकाबला करने के लिए और साथ ही भविष्य में ऐसें संकट का सामना करने के लिए स्वास्थ्य यंत्रणा को तैयार करने के उद्देश्‍य से केंद्र सरकार ने १५,००० करोड रुपयों का प्रावधान किया है। इनमें से ७,७७४ करोड रुपये आपात्काल में सहायता देनेवाली यंत्रणा और सुविधाओं का विकास करने के लिए निधि के तौर पर मंजूर किए हैं। इसके अलावा भविष्य में इसी प्रकार के संकट का सामना करने के लिए लैब का निर्माण, जैविक सुरक्षा की दृष्टि से तैयारी, महामारी से संबंधित अनुसंधान के कार्य के लिए खर्च करने के उद्देश्‍य से शेष निधि का प्रावधान किया गया है।

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