सन २०२२ तक नए भारत का संकल्प करेंगे – प्रधानमंत्री मोदी का आवाहन

नई दिल्ली: ‘सन २०२२ में देश के स्वतंत्रता को ७५ साल पूर्ण होंगे तब तक नए भारत के निर्माण का संकल्प सभी देशवासी अपने सामने रखें और उसके लिए अपनी सामूहिक शक्ति का उपयोग करें’, यह आवाहन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है। गरीबों के पक्के घर होंगे, पानी और बिजली मिलेगी, किसानों की आमदनी आज से दुगनी होगी, नौजवान और महिलाओं को अपने ख्वाब पूर्ण करने के लिए भरपूर मौके उपलब्ध होंगे, यह नए भारत के निर्माण का संकल्प प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को दिया है।

नए भारत का संकल्पस्वतंत्रता दिन के अवसर पर लाल किले से संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने ‘सही समय पर कार्य पूर्ण न होने पर उसके सही परिणाम नहीं मिलेंगे’ यह कहते हुए सन २०२२ तक नए भारत का संकल्प करने के लिए उन्होंने आवाहन किया है। ‘देश की स्वतंत्रता को ७० वर्ष पूर्ण हुए हैं और सन २०२२ में स्वतंत्रता के ७५ साल पूर्ण होंगे। इन ५ सालों की अवधि में इस संकल्प को पूर्ण करने के लिए हमें आगे बढ़ना होगा’, यह प्रधानमंत्री ने सुझाया है। साथही सरकार ने जनता, किसान और उद्योग क्षेत्र के विकास के लिए हाथ लिए योजनाओं की जानकारी और उन्हें मिली सफलता का विवरण प्रधानमंत्री अपने भाषण में किया है। साथी नोटबंदी और जीएसटी से हुए फायदो की जानकारी भी प्रधानमंत्री ने दी।

किसानों को पर्याप्त मात्रा में यूरिया उपलब्ध किया जा रहा है। साथ ही देश में दाल का कीर्तिमान उत्पाद होते हुए सरकार से पहली बार १६ लाख टन इतने बड़े स्तर पर दाल की खरीदारी हुई है। ‘पानी उपलब्ध होने पर देश का किसान मिट्टी में से सोना उगाने की क्षमता रखे हुए हैं। किसानों के लिए बनाई ९९ योजनाओं में २१ योजना सफलतापूर्वक कार्यान्वित हुई और शेष रही योजनाएं आने वाले ५ सालों में कार्यांवित होंगी’, यह प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया। बीज से लेकर बाजार तक किसान के सफर की व्यवस्था जब तक नहीं की जायेगी, किसान का भाग नहीं खुलेगा, यह कहते हुए प्रधानमंत्री ने किसानों के विषय में लक्ष्य केंद्रित किया।

देश में जीएसटी जारी होने के बाद व्यापार में पारदर्शकता बढ़ी है। इस वजह से माल परिवहन का समय ३०% कम हुआ है। जिसका लाभ जनता को जरुर मिलेगा’, यह विश्वास प्रधानमंत्री ने व्यक्त किया। भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए सरकार वचनबद्ध है, यह कहते हुए सरकार ने सवा लाख करोड़ रुपयों से अधिक कीमत का काला धन ढूंढ निकाला है। साथ ही आयकर दाताओं की संख्या २२ लाख से ५६ लाख हुई है, यह कहते हुए प्रधानमंत्री ने समाधान व्यक्त किया।

जम्मू-कश्मीर की समस्या का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कश्मीरीओं से ‘गाली गलोज और गोलीबारी से यह समस्या नहीं सुलझेगीकी’ यह दावा किया है। कश्मीरियों ने प्यार से गले मिलते हुए यह प्रश्न सुलझाना चाहिए। आतंकवादी रक्तपात का मार्ग छोड़ते हुए देश की प्रमुख धारा में आए, यह आवाहन सरकार ने किया है। पर आतंकवाद की मार्ग पर रहने वालों को सरकार माफ नहीं करेगी यह स्पष्ट संकेत भी प्रधानमंत्री ने दिया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.