पाकिस्तान आतंकवाद का केंद्र हैं, यह विश्व भुला नही है – विदेश मंत्री एस.जयशंकर की फटकार

संयुक्त राष्ट्र संघ – अपने बरामदे में सांपों का पोषण करके वह सीर्फ दूसरों को ड़ंख करेंगे, यह उम्मीद नहीं रख सकते। वह सांप आप को भी ड़ंख लगाए बिना नहीं रहेंगे, ऐसा बयान करके अमरीका की पूर्व विदेश मंत्री हिलरी क्लिंटन ने अपने कार्यकाल के दौरान पाकिस्तान को आगाह किया था। साथ ही पाकिस्तान की उस समय की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खान के सामने ही क्लिंटन ने यह कहा था। मौजूदा पाकिस्तान की विदेश राज्य मंत्री बनी खार ने भारत के खिलाफ ही आतंकवाद के आरोप लगाने के बाद भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर ने क्लिंटन के उसी बयान की यादें ताज़ा की हैं। कोरोना की महामारी के कारण विश्व की स्मरण शक्ती पर काफी दबाव बना हैं, फिर भी पाकिस्तान ही आतंकवाद का वैश्विक केंद्र हैं, यह विश्व अभी भूला नहीं हैं, क्यों कि, विश्व मुर्ख नहीं है, ऐसा विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा।

संयुक्त राष्ट्र संघ में कश्मीर का मुद्दा उठाकर पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने यह आरोप लगाए थे कि, भारत ने ही आतंकवाद फैलाया हैं। इससे पहले पाकिस्तान के विदेश राज्य मंत्री हिना रब्बानी खार ने यह आरोप लगाया कि, भारत की तरह सफाई से कोई भी आतंकवाद का इस्तेमाल नहीं करता। इसपर भारतीय विदेश मंत्री ने ओसामा बिन लादेन की मेहमान नवाजी करनेवाला देश, इन शब्दों में पाकिस्तान की आलोचना की थी। इसके अलावा अन्य एक वार्ता परिषद में बोलते हुए जयशंकर ने हिना रब्बानी खार के सामने ही अमरीका की उस समय की विदेश मंत्री हिलरी क्लिंटन ने आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान की की हुई खड़ी आलोचना का दाखिला दिया।

अपने बरामदे में सांप रखनेवाले यह सांप पड़ोसियों को ही ड़सेंगे, यह उम्मीदे नहीं रख सकते। वह सांप आप को लक्ष्य किए बिना नहीं रहेंगे, ऐसा इशारा हिलरी क्लिंटन ने अपने पाकिस्तान दौरे के बीच दिया था। इसकी याद दिलाकर जयशंकर ने पूरा विश्व पाकिस्तान को आतंकवाद के केंद्र के तौर पर देख रहा हैं, इसका अहसास कराया। कोरोना की महामारी के कारण विश्व की याददाश पर मुमकिन है, थोड़ा-बहुत भार भी बड़ा होगा। लेकिन, पाकिस्तान की हरकते नज़रअंदाज नहीं कर सकते। क्यों कि, विश्व मुर्ख नहीं हैं और उतना क्षमाशील भी नहीं है, इन शब्दों में जयशंकर ने हिना रब्बानी खार ने भारत पर लगाए आरोपों का जवाब दिया।

न्यूयॉर्क में आयोजित वार्तापरिषद में बोल रहे जयशंकर से किसी पाकिस्तानी पत्रकार ने भारत-पाकिस्तान और अफ़गानिस्तान के आतंकवाद का खेल और कबतक शुरू रहेगा, यह सवाल किया था। आपने यह सवाल गलत विदेशमंत्री से किया हैं। यह सवाल असल में पाकिस्तान के ही विदेश मंत्री को ही करना होगा। क्यों कि, पाकिस्तान ही आतंकवाद फैला रहा हैं और इससे इस सवाल का जवाब पाकिस्तान के विदेश मंत्री ही दे सकेंगे,’ ऐसी फटकार जयशंकर ने लगाई। भारत से प्राप्त हुए इस राजनीतिक स्तर के जोरदार जवाब की वजह से पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो का संतुलन बिगड़ता दिख रहा हैं। इस वजह से उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री की गलत भाषा का इस्तेमाल करके आलोचना की। इसपर भारतीय विदेश मंत्रालय की तीखीं प्रतिक्रिया प्राप्त हुई हैं।

बिलावल भुट्टो ने इस्तेमाल की हुई भाषा पाकिस्तान जैसें देश को भी सूट ना करने उतनी निचले स्तर की हैं, ऐसा भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा हैं। पाकिस्तान ने बंगाली भाषिक और हिंदू धर्मियों का नृशंस हत्याकांड़ किया था और इसके असर १९७१ के १६ दिसंबर को देखा गया था, यह इतिहास पाकिस्तान के विदेश मंत्री भुले हैं।इसका अहसास भी अरिंदम बागची ने कराया। इस वजह से आतंकवाद का राष्ट्रीय नीति के तौर पर इस्तेमाल करते रहे पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने अपनी नाराज़गी इस ढ़ंग से व्यक्त किए बिना आतंकवाद विरोधी आतंकियों की ओर ध्यान केंद्रीत करे, ऐसा इशारा बागची ने दिया हैं।

साथ ही लादेन को आश्रय देने वाला पाकिस्तान झकीउर रेहमान लख्वी, हफीज सईद, मसूद अझहर, साजिद मिर और दाऊद इब्राहिम इन आतंकियों का घर हैं। संयुक्त राष्ट्रसंघ ने आतंकी घोषित किए हुए १२६ लोग पाकिस्तान में ही रह रहे हैं। पाकिस्तान को अबतक चार बार एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में शामिल किया गया था। इसपर भी भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने ध्यान आकर्षित किया।

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