पश्चिमियों को परमाणु युद्ध के खतरे से अवगत कराना ही होगा – रशिया के विदेश मंत्री सर्जेई लैव्हरोव्ह

मास्को – पश्चिमी देशों को परमाणु युद्ध के खतरे से लगातार अवगत कराना ज़रूरी हैं, ऐसा बयान रशिया के विदेश मंत्री सर्जेई लैव्हरोव्ह ने किया है। यूक्रेन युद्ध अधिक तीव्र हुआ तो उससे परमाणु युद्ध शुरू हुए बिना नहीं रहेगा। रशिया अपनी सुरक्षा के लिए परमाण युद्ध छिड़ने से बिल्कुल भी हिचकिचाएगी नहीं, ऐसा बयान रशियन नेता लगातार कर रहे हैं। इस पृष्ठभूमि पर विदेश मंत्री लैव्हरोव्ह ने इन परमाणु युद्ध की धमकियों की आवश्यकता स्पष्ट की। पश्चिमी देशोंको इस खतरे से अवगत कराए बिना वह रशिया के विरोध में खतरनाक कदम उठाना बंद नहीं करेंगे, ऐसा दावा विदेश मंत्री लैव्हरोव्ह ने किया है।

पश्चिमियों को परमाणु युद्ध के खतरे से अवगत कराना ही होगा - रशिया के विदेश मंत्री सर्जेई लैव्हरोव्हयूरोपिय महासंघ के विदेश नीति विभाग के प्रमुख जोसेफ बॉरेल ने हाल ही में दिए एक साक्षात्कार में रशिया के खिलाफ बयानबाज़ी की थी। रशिया कोई भू-राजनीतिक नज़रिये से चीन उतना अहम देश नहीं हैं, ऐसा बॉरेल ने कहा था। रशियन अर्थव्यवस्था का आकार छोटा है। इससे रशिया अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चीन जैसी बड़ी भूमिका नहीं निभा सकती, ऐसा दावा बॉरेल ने किया। रशिया एक गैस पंप का मालिक हैं और सीर्फ इस मालिक के बेड़े में परमाणु अस्त्र हैं, इन शब्दों में बॉरेल ने रशिया का मज़ाक उड़ाया। यूरोपिय महासंघ और अमरीका एवं नाटो ने पहले भी रशिया द्वारा दी जा रही परमाणु युद्ध की धमकियों को नज़रअंदाज किया था।

यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद रशिया परमाणु हमलों की धमकियां दे रही हैं, फिर भी रशिया ने परमाणु हमले के लिए आवश्यक गंभीर गतिविधियां अभी शुरू नहीं की है, ऐसे दावे अमरीका ने किए थे। लेकिन, कुछ महीने पहले ही रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने अपने मित्र देश बेलारूस में परमाणु अस्त्र तैनात करने का ऐलान किया था। यह परमाणु अस्त्र पुरी तरह से रशिया के नियंत्रण में रहेंगे, यह गवाही रशियन राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने दी थी। साथ ही निर्णायक स्थिति में ही इन परमाणु अस्त्रों का इस्तेमाल किया जाएगा, यह भी पुतिन ने कहा था। रशिया की इस परमाणु तैनाती के कारण यूरोप में सनसनी फैली थी। इसके ज़रिये रशिया ने अमरीका और यूरोपिय देशों को यही दर्शाया था कि, हमारी परमाणु युद्ध की धमकियां खोखली नहीं हैं।

बेलारूस में हुई इस तैनाती के बाद भी रशिया के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष दिमित्री मेदवेदेव, विदेश मंत्री लैव्हरोव्ह और राष्ट्राध्यक्ष पुतिन भी परमाणु युद्ध के खतरे को बार बार रेखांकित कर रहे हैं।

इस पृष्ठभूमि पर रशिया के विदेश मंत्री ने पश्चिमी देशों को परमाणु युद्ध के खतरे का अहसास करना आवश्यक होने का बयान किया है।

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