ईरान विरोधी युद्ध अमरीका-इस्रायल के लिए दफनभूमि ही साबित होगा – ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ के प्रमुख का इशारा

तेहरान – ‘ईरान में दंगे छेडकर, कलह फैलाकर विभाजन करने की साज़िश अमरीका, इस्रायली हुकूमत और उनके गिरोहों ने की है। लेकिन, ईरान के शत्रु कितनी भी ताकत लगाएं और बिल्कुल विश्वयुद्ध शुरू छेडें तब भी यह युद्ध अमरीका, इस्रायल और उनके साथियों की दफनभूमि बनेगा’, यह इशारा ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ के प्रमुख मेजर जनरल हुसेन सलामी ने दिया। ईरान के सवोच्च नेताओं द्वारा नियंत्रित हो रहे रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ के प्रमुख की यह धमकी काफी गंभीर होने का दावा इस्रायली माध्यम कर रहे हैं।

पिछले दस हफ्तों से ईरान में हिज़ाब सख्ति विरोधी प्रदर्शन हो रहे हैं। ईरान के प्रत्येक कोने से इन प्रदर्शनों को समर्थन प्राप्त हो रहा है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इसकी गूंज सुनाई दे रही है। किसी भी नेतृत्व के बिना ढ़ाई महीनों से जारी इन प्रदर्शनों को तोड़ने में ईरान की हुकूमत असफल रही है, इस बात पर अंतरराष्ट्रीय माध्यम ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। ईरान ने इन प्रदर्शनों को दंगे और प्रदर्शनकारियों को आतंकी करार दिया है। साथ ही इराक में आश्रय लेने वाले ईरान द्वेषी कुर्द संगठन इन दंगों के पीछे होने का आरोप ईरान लगा रहा है।

अमरीका, इस्रायल और सौदी अरब इन दंगावरों को, आतंकियों को हथियार प्रदान कर रहे हैं, यह आरोप ईरान ने लगाया था। साथ ही शीशे के महल में रहने वाला सौदी का नेतृत्व प्रदर्शनकारियों को सहायता देना बंद नहीं करता है तो उसे इसकी बड़ी कीमत चुकानी पडेगी, यह चेतावनी ईरान ने दी थी। ऐसे में दो दिन पहले ईरान के सर्वोच्च नेता आयातुल्ला खामेनी ने पश्चिमी देशों की आलोचना करके प्रदर्शनकारियों पर सख्त कार्रवाई कर रहे बसिज मिलिशिया को बढ़ावा दिया। रविवार को रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ के प्रमुख मेजर जनरल सलामी ने इसी बसिज मिलिशिया के सामने पश्चिमी मित्रदेशों को धमकाया।

‘अमरीका, ब्रिटेन, इस्रायल, जर्मनी, फ्रान्स और सौदी का शाही परिवार अपने नियंत्रण के माध्यमों का इस्तेमाल करके ईरान में दरार ड़ालने का काम कर रहे हैं। उनकी इस साज़िश पर ईरान की कड़ी नज़र है। इसकी वजह से शत्रु देश ईरान की सरकार गिराने के कितने भी सपने देखते हों और भ्रम का जाल बुनते हों तब भी ईरान और ईरान की मज़बूत सरकार उनके सामने नहीं झुकेगी, यह उन्हें ज्ञात है। इस्रायल ईरान का बाल भी बांका नहीं कर सकता। अमरीका, ब्रिटेन, इस्रायल और सौदी एक ओर और ईरान एवं ईरान की सुरक्षा यंत्रणा दूसरी ओर होने के बावजूद पश्चिमी देश ईरान को नुकसान नहीं पहुँचा सकते’, यह दावा जनरल सलामी ने किया।

इसके बाद रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ के प्रमुख ने इतिहास के दाखिले देते हुए अमरीका और ब्रिटेन पर हमला किया। ‘कई युद्धों में अमरीका ने लाखों का कत्ल किया है, अमानवी उत्पीड़न किया है और अन्य देशों को विनाशकारी हथियार भी प्रदान किए हैं। ब्रिटेन ने तो पूरे विश्व में बड़े-बड़े संहार किए और औपनिवेशक की मानसिकता रखी है। यही देश आज ईरान को नुकसान पहुँचाने चले हैं। लेकिन, उनके इरादों में वे कभी भी सफल नहीं हो पाएंगे, ऐसा सलामी ने कहा।

इसी बीच ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ के प्रमुख ने इस्रायल, सौदी और पश्चिमी देशों की कार्रवाई की जानकारी साझा नहीं की। लेकिन, जल्द ही ईरान के साथ प्रत्यक्ष युद्ध छिड़ेगा, इसका अहसास इस्रायली सेना की गुप्तचर यंत्रणा के प्रमुख अपने सैनिकों को करा रहे हैं। ईरान विरोधी कार्रवाई करने के लिए यही अवसर उचित होने का दावा भी इस्रायली रक्षाबलप्रमुख इस बीच कर रहे हैं।

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