अमरीका, ताइवान के नेताओं की चर्चा के परिणाम गंभीर होंगे – चीन की अमरीका को चेतावनी

बीजिंग – लैटिन अमरिकी देशों के दौरे पर निकली ताइवान की राष्ट्राध्यक्षा त्साई इंग-वेन अगले हफ्ते अमरिकी जनप्रतिनिधि सदन के सभापति केविन मैकार्थी से मुलाकात करेगी। लेकिन, उससे पहले ही बेचैन हुए चीन ने अमरीका को धमकाया है। अमरीका के नेताओं ने ताइवान के राष्ट्राध्यक्ष से मुलाकात करने के परिणाम काफी गंभीर होंगे, ऐसी चेतावनी चीन ने अमरीका को दी है।

दो दिन पहले ही चीन ने लैटिन अमरिकी देश होंडूरास को ताइवान के सहयोग से तोड़ दिया था। होंडूरास को कर्जे के फंदे में खिंचकर चीन ने ताइवान को अलग-थलग करने के लिए और एक कदम बढ़ाया हैं। इस वजह से फिलहाल ताइवान को देश के तौर पर स्वीकृति प्रदान करनेवाले देशों की संख्या महज़ १२ हुई हैं। इनमें ग्वातेमाला और बेलीझ इन लैटिन अमरिकी देशों का समावेश हैं। इन देशों के साथ व्यापारी सहयोग बढ़ाने के लिए ताइवान की राष्ट्राध्यक्ष बुधवार को दस दिनों के दौरे पर रवाना हुई।

गुरुवार को न्यूयॉर्क पहुंचने के बाद राष्ट्राध्यक्षा ग्वातेमाला और बेलीझ इन देशों का दौरा करेगी। ताइवान रवाना होने से पहले राष्ट्राध्यक्ष त्साई फिर से अमरीका के लॉस एंजलिस शहर पहुंचेगी। इस दौरान अमरिकी जनप्रतिनिधि सदन के सभापति मैकार्थी से वह मुलाकात करेगी। चीन का खतरा, ताइवान के सहयोग जैसे मुद्दों पर मैकार्थी और राष्ट्राध्यक्ष त्साई की चर्चा होने की उम्मीद थी। लेकिन, ताइवान के राष्ट्राध्यक्ष के इस दौरे की वजह से चीन की बेचैनी बढ़ी हैं।

अमरीका का कोई भी नेता ताइवान के राष्ट्राध्यक्ष से मुलाकात ना करें किसी भी तरह का संपर्क ना बनाए और ताइवान की स्वतंत्रता के समर्थन में कोई भी बयान अमरिकी नेता ना करें, ऐसी मांग चीन ने की हैं। इसके बाद भी अमरिकी नेताओं ने ताइवान के राष्ट्राध्यक्ष से मुलाकात की तो इसके बड़े गंभीर परिणाम अमरीका को भुगतने पड़ेंगे, ऐसी चेतावनी चीन ने दी है। इसी बीच ताइवान की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी उठाने वाली अमरीका ने इसपर चीन को प्रत्युत्तर नहीं दिया है।

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