अमरीका, दक्षिण कोरिया ने किया सबसे बड़े युद्धाभ्यास का ऐलान

सेऊल – उत्तर कोरिया की भीषण प्रत्युत्तर की धमकी के बावजूद अमरीका और दक्षिण कोरिया युद्धाभ्यास जारी रखेंगे। उत्तर कोरिया की धमकी से ड़रकर सबसे बड़े सालाना युद्धाभ्यास करना नहीं छोडेंगे, ऐसा ऐलान अमरीका और दक्षिण कोरिया ने किया। उत्तर कोरिया के उकसावे के खिलाफ तैयार रहने के लिए यह युद्धाभ्यास अहम हैं, ऐसा दावा दक्षिण कोरिया ने किया।

अमरीका और दक्षिण कोरिया के सैन्य प्रवक्ता ने शुक्रवार को संयुक्त निवेदन जारी किया। इसमें दोनों देशों की सेनाएं दो बड़े युद्धाभ्यास में शामिल होंगीं। १३ से २३ जनवरी के बीच यह युद्धाभ्यास आयोजित किए जाएंगे। इनमें से ‘फ्रीडम शील्ड’ युद्धाभ्यास पूर्ण रूप से कम्प्युटर पर आधारित प्रशिक्षण होगा। इससे दक्षिण कोरिया की सुरक्षा एवं प्रत्युत्तर की क्षमता बढ़ेगी, ऐसी जानकारी दक्षिण कोरिया के रक्षाबलप्रमुख के प्रवक्ता कर्नल ली सूंग जुन ने साझा की।

इस कम्प्युटर सिम्युलेटेड युद्धाभ्यास के दौरान अमरीका और दक्षिण कोरिया की सेनाएं ‘वॉरियर शील्ड एफटीएक्स’ युद्धाभ्यास भी करेंगीं। योजना के अनुसार प्रत्युत्तर प्रत्यक्ष युद्धभूमि में उतारने का अभ्यास इस अवसर पर किया जाएगा, ऐसा अमरिकी सेना के प्रवक्ता कर्नल आयसैक एल.टेलर ने कहा। इसमें दोनों देशों के ‘एम्फिबियस युद्धपोत’ शामिल होंगे।

अमरीका और दक्षिण कोरिया की सेनाओं का कोई भी नया युद्धाभ्यास भीषण प्रत्युत्तर को आमंत्रित करेगा, ऐसी धमकी उत्तर कोरिया ने पिछले महीने दी थी। साथ ही उत्तर कोरिया ने परमाणु हमलों की भी धमकी दी थी। लेकिन, उत्तर कोरिया की इस धमकी की हमें कोई परवाह नहीं है, यह अमरीका और दक्षिण कोरिया ने दर्शाया है।

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