तैवान से राजनितिक सम्बन्ध तोड़नेवाले मध्य अमरिकी देशों के राजदूतों को अमरिका ने वापस बुलाया

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वाशिंग्टन/तैपेई – तैवान से संबंध तोड़कर चीन से राजनैतिक संबंध जोड़ने वाले मध्य अमरिका में ३ देशों पर अमरिका ने कार्रवाई करने की धमकी दी है। डोमिनिकन रिपब्लिक, पनामा एवं एल साल्वाडोर इन तीनो देशों से अमरिका ने अपने राजदूतों को वापस बुलाया है। पिछले हफ्ते में तैवान से संबंध तोड़ने वाले इन देशों के विरोध में कठोर कार्रवाई की सिफारिश करने वाला विधेयक अमरिकी संसद में दाखिल किया गया था।

पिछले २ वर्षों में चीन ने पनामा, डोमिनिकन रिपब्लिक एवं एल साल्वाडोर इन मध्य अमरिकी देशों को दबाव डालकर तैवान के साथ होने वाले संबंध तोड़ने के लिए विवश किया है। इसकी वजह से वित्त सहायता के बल पर इन तीनो देशो से राजनैतिक संबंध प्रस्थापित करके चीन ने तैवान तथा अमरिका को भी झटका दिया है, यह माना जा रहा है। इससे पहले भी अमरिका ने तैवान से संबंध तोड़नेवाले देशों को चेतावनी दी थी, फिर भी ठोस कार्रवाई की भूमिका नहीं ली थी। पर अब राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने सूत्र हाथ लेने के बाद अमरिका ने तैवान के मुद्दे पर आक्रामक भूमिका लेनी शुरू की है।

मार्च महीने में अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने तैवान ट्रैवेल एक्ट पर हस्ताक्षर करके चीन को चेतावनी दी थी। उसके बाद तैवान को लड़ाकू विमान, हेलीकॉप्टर, विध्वंसक प्रदान करने वाली बात अमरिका ने घोषित की थी। जून महीने में राजधानी तैपेई में अमरिकन इंस्टीट्यूट ऑफ तैवान (एआयटी) का उद्घाटन करके अमरिका ने चीन पर दबाव अधिक बढ़ाया था। राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प इनके निर्णय के विरोध में चीन ने लगातार नाराजगी व्यक्त की है। फिर भी अमरिका ने इसकी तरफ हमेशा नजरअंदाज किया है।

पिछले महीने में तैवान के राष्ट्राध्यक्ष त्साई इंग वेन ने लैटिन अमरिकी देशों का दौरा करते हुए अमरिका को भी भेंट दी थी। अमरिका एवं तैवान के बढ़ते सहयोग की वजह से चीन अस्वस्थ हुआ है और तैवान के अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सहयोग तोड़ने की मुहिम हाथ ली है। इस मुहिम का भाग के तौर पर चीन ने लैटिन अमरिका और अफ्रीकी देशों पर दबाव बढाने के लिये प्रयत्न किए थे। उसके परिणाम के तौर पर एल साल्वाडोर इस देश ने तैवानी राष्ट्राध्यक्ष के दौरे के बाद कुछ ही दिनों में संबंध तोड़ने की घोषणा की थी।

एल साल्वाडोर के इस निर्णय पर अमरिका से तीव्र प्रतिक्रिया उमड़ रही थी। चीन मध्य अमरिका के देशों में हस्तक्षेप करने का आरोप करके अमरिका ने एल साल्वाडोर सरकार को भी चेतावनी दी है। एल साल्वाडोर से संबंध का विचार किया जाएगा, ऐसा अमरिका ने सूचित किया था। उसके बाद भी अमरिका के संसद में तैवान के मुद्दे पर स्वतंत्र विधेयक प्रस्तुत किया गया है। इस विधेयक में तैवान से संबंध तोड़ने वाले देशों के साथ अमरिका के संबंध तोड़ना अथवा उन्हें दिए जाने वाली वित्तीय सहायता रोकने की सिफारिश की गई है।

उस पृष्ठभूमि पर शुक्रवार को अमरिका के विदेश विभाग ने मध्य अमरिका के इन ३ देशों से राजदूतों को वापस बुलाने की घोषणा की है। विदेश विभाग के प्रवक्ता हीथर न्युअर्ट ने यह जानकारी दी है। पनामा, डोमिनिकन रिपब्लिक एवं एल साल्वाडोर इन तीनो देशों के राजदूत आगे की कार्रवाई के बारे में अमरिकी नेतृत्व से चर्चा करेंगे, ऐसा न्यूअर्ट ने निवेदन द्वारा स्पष्ट किया है।

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