अमरिकी परमाणु अस्त्र का जवाब परमाणु अस्त्र से ही दिया जाएगा – उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय की धमकी

सेउल – अमरीका और उसके गुलाम देशों के गैरज़िम्मेदाराना सैन्यकी युद्धाभ्यास और हरकतों की वजह से कोरियन क्षेत्र में राजनीतिक और रक्षा संबंधी स्थिति रेड लाईन अर्थात सीमारेखा के करीब पहुँची है। अमरीका की किसी भी सैन्य कार्रवाई को उत्तर कोरिया से सख्त प्रत्युत्तर मिलेगा। अमरिकी परमाणु अस्त्रों को परमाणु अस्त्र से ही और सर्वंकष युद्ध को सर्वंकष युद्ध से ही जवाब दिया जाएगा, ऐसी धमकी उत्तर कोरिया ने दी है। जरुरत पडने पर अमरीका अपने परमाणु अस्त्र और मिसाइल यंत्रणा पूरी क्षमता के साथ दक्षिण कोरिया में तैनात करेगी, ऐसा ऐलान अमरिकी रक्षा मंत्री ने हाल ही में किया था। इसके बाद उत्तर कोरिया ने यह धमकी दी है।

रशिया-यूक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि पर चीन लगातार ताइवान पर हमले करने की धमकियां दे रहा है। उत्तर कोरिया सीधे अमरीका को लक्ष्य करने की क्षमता के मिसाइलों के परीक्षण करके इस क्षेत्र में तनाव बढ़ा रहा है। उत्तर कोरिया को चीन का समर्थन होने के दावे किए जा रहे हैं। चीन और उत्तर कोरिया की इस आक्रामकता के खिलाफ आक्रामक होकर जापान और दक्षिण कोरिया अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गुहार लगा रहे हैं। अमरीका ने भी जापान और दक्षिण कोरिया में मौजूद अपनी तैनाती बढ़ाने के संकेत दिए थे। दो दिन पहले अमरिकी रक्षा मंत्री लॉईड ऑस्टिन ने दक्षिण कोरिया का दौरा करके इस विषय को लेकर अहम ऐलान किया। दक्षिण कोरिया को नाटो सदस्य देशों की तर्ज पर सुरक्षा मुहैया कराने की गारंटी ऑस्टिन ने दी। उत्तर कोरिया के परमाणु हमले का खतरा बढ़ता है तो दक्षिण कोरिया में अमरीका अपने परमाणु अस्त्र भी तैनात करेगी, यह ऐलान अमरिकी रक्षा मंत्री ने किया।

इसके बाद बुधवार को अमरीका और दक्षिण कोरिया की वायु सेना के संयुक्त युद्धाभ्यास का आयोजन हुआ। इसमें अमरीका के ‘एफ-२२’ और ‘एफ-३५’ लड़ाकू विमानों के अलावा ‘बी-१बी बॉम्बर’ विमान शामिल हुए थे। दक्षिण कोरिया के सहयोग और तैनाती को लेकर अमरीका काफी गंभीर है, यही दर्शाने के लिए इस युद्धाभ्यास का आयोजन किया गया था। उत्तर कोरिया ने सैन्य कार्रवाई की हरकत की तो अमरीका यकीनन दक्षिण कोरिया की सहायता के लिए आगे बढेगी, यह संदेश इस युद्धाभ्यास के ज़रिये दिया गया था। आनेवाले समय में भी अमरीका और दक्षिण कोरिया के ऐसे युद्धाभ्यासों का आयोजन किया जाएगा, यह ऐलान अमरीका ने किया। दक्षिण कोरिया के बॉम्बर विमानों की तैनाती को लेकर अमरीका गंभीरता से सोच रही है, ऐसी खबरें भी इस अवसर पर सामने आयी थी।

अमरीका और दक्षिण कोरिया का युद्धाभ्यास यानी हम पर हमला करने की तैयारी है, यह आरोप उत्तर कोरिया ने लगाया था। ऐसी स्थिति में इस युद्धाभ्यास के साथ ही अमरीका ने दक्षिण कोरिया में परमाणु अस्त्र तैनात करने का ऐलान करने की वजह से आगबबूला हुए उत्तर कोरिया ने सीधे परमाणु युद्ध की ही धमकी दी है। उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय की इस धमकी में सबसे विनाशकारी परमाणु अस्त्रों का प्रयोग करने की चेतावनी दी गई है।

कोरियन क्षेत्र में भारी मात्रा में हथियार तैनात करने के लिए अमरीका बहाने बना रही है। लेकिन, अमरीका की किसी भी सैन्य गतिविधि को उतनी ही सख्ती से जवाब दिया जाएगा। अमरीका के परमाणु अस्त्रों पर परमाणु अस्त्र से ही और सर्वंकष युद्ध का जवाब सर्वंकष युद्ध से ही दिया जाएगा। अमरीका का कोई भी इरादा सफल नहीं होने देंगे, यह ऐलान उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय ने किया है।

इसी बीच, बायडेन प्रशासन और दक्षिण कोरिया की सरकारें उत्तर कोरिया के साथ चर्चा करके इस विवाद को खत्म करने की पर्याप्त कोशिश नहीं कर रही हैं, ऐसी आलोचना अमरीका के कुछ नेता कर रहे हैं। पिछले साल अमरीका ने दक्षिण कोरिया के साथ युद्धाभ्यास शुरू करने के बाद ही उत्तर कोरिया ने मिसाइल परीक्षणों की तीव्रता बढ़ाई है, इस पर यह नेता ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published.