रशिया और चीन के खतरे का मुकाबला करने के लिए अमरिका की तरफ से नए ‘फ्यूचर्स कमांड’ की घोषणा

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वॉशिंग्टन – रशिया और चीन की तरफ से रक्षा लागत में की गई अत्यधिक बढ़ोत्तरी और आक्रामक गतिविधियों की पृष्ठभूमि पर अमरिका ने भी भविष्य में संघर्ष के दृष्टिकोण से जोरदार तैयारी शुरू की है। अमरिका के ‘आर्मी सेक्रेटरी’ मार्क इस्पर ने नए ‘फ्यूचर्स कमांड’ की घोषणा की है और उसका मुख्यालय टेक्सास प्रान्त के ऑस्टिन में होगा, ऐसा घोषित किया है।

अमरिकी लष्कर के इस नए कमांड पर भविष्य के युद्ध के लिए सज्जित लष्कर तैयार करने की जिम्मेदारी होगी, ऐसा लष्कर प्रमुख जनरल मार्क मिली ने स्पष्ट किया है। सन १९७३ के बाद पहली बार अमरिकी लष्कर ने नए कमांड की घोषणा की है और यह बात ध्यान आकर्षित करने वाली साबित हो रही है।

‘अमरिका पिछले १६ वर्षों से भी अधिक समय से इराक, सीरिया और दुनिया के अन्य इलाकों में संघर्ष कर रहा है। इस दौरान चीन और रशिया इन देशों ने अपनी लष्करी क्षमता बढाई है। युद्ध का स्वरुप बदल गया है और हम उसके केंद्र में हैं। वर्तमान में चल रहे विभिन्न संघर्षों के लिए अमरिकी लष्कर ने अपने आधुनिकीकरण का महत्वपूर्ण कार्यक्रम अलग रखा था। भविष्य में युद्ध का बदलता स्वरुप और उसके अमरिकी लष्कर पर हो रहे दुष्परिणाम, इस पर नजर रखने वाली ठोस यंत्रणा अस्तित्व में नहीं थी’, ऐसा कहकर लष्करप्रमुख जनरल मार्क मिली ने नए कमांड की जरुरत स्पष्ट की है।

मार्क इस्पर ने ‘फ्यूचर्स कमांड’ मतलब लष्कर की पुनर्रचना का सबसे महत्वपूर्ण पड़ाव होने का दावा किया है। इस कमांड की स्थापना की वजह से अमरिकी सैनिकों को भविष्य में युद्ध के लिए आवश्यक हथियार और यंत्रणा उचित समय पर उपलब्ध होगी, ऐसी अपेक्षा भी व्यक्त की है। फ्यूचर्स कमांड में ५०० लोगों का समावेश है और उसमें सैनिकों के साथ साथ तकनीकी क्षेत्र के विशेषज्ञों का समावेश होगा। फ्यूचर्स कमांड के मुख्यालय के तौर पर ‘ऑस्टिन’ यह लष्कर का सबसे बड़ा अड्डा ‘फोर्ट हुड’ से एक घंटे की दूरी पर है।

लष्कर के आधुनिकीकरण के दृष्टिकोण से चल रही महत्वपूर्ण योजनाओं को तेज करना यह फ्यूचर्स कमांड की जिम्मेदारी होगी, ऐसा लष्कर के वरिष्ठ अधिकारी रायन मकार्थी ने कहा है। उसमें ‘लॉन्ग रेंज प्रिसिजन फायर्स’, ‘नेक्स्ट जनरेशन कॉम्बैट व्हेईकल’, ‘एयर एंड मिसाइल डिफेन्स’, जैसी योजनाओं का समावेश है। आने वाले साल में फ्यूचर्स कमांड पूरी क्षमता के साथ काम करेगा, ऐसा दावा भी मकार्थी ने किया है। लष्कर का संशोधन, विकास और तकनीक क्षेत्र से संबंधित विविध विभाग आने वाले समय में इस कमांड के नियंत्रण में लाए जाएंगे, ऐसी जानकारी एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी है।

चीन और रशिया ने पिछले कुछ सालों में रक्षा दल के आधुनिकीकरण को बहुत तेज बनाया है और कुछ क्षेत्र में उन्होंने अमरिका को भी पीछे छोड़ने का दावा किया जाता है। चीन और रशिया की इन प्रगत क्षमताओं का सामना करने के लिए अमरिका ने भी तैयारी शुरू की है और लष्कर के नए कमांड का निर्माण उसीका ही हिस्सा है।

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