इस्रायल-लेबनान समुद्री समझौते को अमरीका ने गारंटी दी है – लेबनान के नेताओं का दावा

बेरूत – इस्रायल के चुनाव में बेंजामिन नेत्यान्याहू की जीत होने की वजह से लेबनान की हिज़बुल्लाह समर्थक सरकार सदमे में हैं। लेबनान का हित करनेवाले इस्रायल के साथ किए समुद्री समझौते के लिए अमरीका ने गारंटी दी हैं। नेत्यान्याहू की सरकार ने यह समझौता तोड़ने की कोशिश की तो भी अमरीका ओऐसा होने नहीं देगी, यह विश्वास लेबनान के नेता व्यक्त कर रहे हैं। इसी बीच, हिज़बुल्लाह ने स्वीकार किया हुआ समुद्री समझौते का निर्णय किया जाएगा, यह चेतावनी नेत्यान्याहू ने पिछले हफ्ते ही दी थी। इसी कारण से लेबनान के नेता चिंता जता रहे हैं।

पिछले हफ्ते बायडेन प्रशासन ने मध्यस्थता करके इस्रायल और लेबनान का समुद्री समझौता कराया था। पिछले कई सालों में इन दोनों देशों के विवादित समुद्री क्षेत्र का बंटवारा किया गया था। इस्रायल के प्रधानमंत्री लैपिड ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए और लेबनान के मौजूदा प्रधानमंत्री मिशेल एऑन ने इस समझौते को मंजूरी प्रदान करने वाले प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए। समुद्री विवाद के मुद्दे पर इस्रायल को धमका रहीं हिज़बुल्लाह ने ही इस समझौते का स्वागत किया था।

इस्रायल के चुनावी प्रचार में इस समझौते की गूंज सुनाई पड़ी थी। बेंजामिन नेत्यान्याहू ने लेबनान का यह समझौता यानी इस्रायल से धोखा होने का बयान करके प्रधानमंत्री होने पर यह समझौता खत्म करने का ऐलान किया था। इसकी ज़िम्मेदारी बेन ग्वीर को दी जाएगी, यह ऐलान भी नेत्यान्याहू ने किया था। इस्रायल के आक्रामक विचारधारा रखनेवाले गुट के नेता, यह पहचान रखनेवाले ग्वीर के नाम के इस ऐलान पर लैपिड की सरकार के साथ अमरीका और लेबनान से बयान सामने आया था।

इस्रायल के समुद्री समझौते को बरकरार रखने की गारंटी अमरीकाने दी हैं। इस वजह से इस्रायल के चुनाव में नेत्यान्याहू जीत हासिल करते हैं तो भी अमरीका इस समझौते की सुरक्षा करेगी, यह उम्मीद लेबनान के नेता व्यक्त कर रहे हैं। नेत्यान्याहू के इस ऐलान पर बायडेन प्रशासन ने बयान नहीं किया है। लेकिन, ग्वीर को इस्रायल के मंत्री मंड़ल में स्थान मिलता हैं तो बायडेन प्रशासन इसपर बयान कर सकता हैं। इस्रायल में आक्रामक विचारधारा के समर्थक के तौर पर इस्रायल ने पहले ग्वीर की आलोचना की थी, इसकी याद भी अमरिकी नेता ताज़ा कर रहे हैं।

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