अमरीका खाड़ी में तैनात हवाई सुरक्षा यंत्रणा हटाकर यूक्रेन में तैनात करेगी – रेदॉन कंपनी का दावा

वर्जिनिया – अमरीका और खाड़ी देशों के बीच दरार अधिक बढ़ती जा रही है। अमरीका का बायडेन प्रशासन खाड़ी में तैनात हवाई सुरक्षा यंत्रणा हटाकर इसे शीघ्रता से यूक्रेन में तैनात करने की सोच रही है। यूक्रेन में रशिया के हवाई हमलों को रोकने के लिए बायडेन प्रशासन यह निर्णय लेगा, ऐसा दावा इस हवाई सुरक्षा यंत्रणा का निर्माण करनेवाली रेदॉन कंपनी ने किया। यूक्रेन की सुरक्षा के लिए खाड़ी देशों को ‘असुरक्षित’ करने के लिए बायडेन प्रशासन की कोशिश ध्यान आकर्षित करती है। इससे खाड़ी क्षेत्र में अमरीका के प्रभाव पर असर पड सकता है।

हवाई सुरक्षा यंत्रणारशिया के साथ युद्ध में यूक्रेन की सेना का बड़ा नुकसान होने की जानकारी सामने आने लगी है। रशिया के हवाई हमलों के सामने यूक्रेन की हवाई सुरक्षा यंत्रणा असफल हुई है। ऐसी स्थिति में अमरीका और नाटो सदस्य देश यूक्रेन को हवाई सुरक्षा यंत्रणा प्रदान कर रहे हैं। लेकिन, अमरीका के ‘नैशनल एडवान्सड् सर्फेस टू एअर मिसाइल सिस्टम’ (नैसैम्स) जैसी हवाई सुरक्षा यंत्रणा प्राप्त करने के लिए यूक्रेन ने लॉबिंग करने की बात स्पष्ट हुई है।

पश्चिमी देशों ने यूक्रेन के लिए भेजी गई हवाई सुरक्षा यंत्रणा की तुलना में नैसैम्स लंबी दूरी की मिसाइल का पता लगाकर उसे नष्ट कर सकती है, यह दावा किया जा रहा है। इसकी वजह से यह यंत्रणा पाने के लिए यूक्रेन की कोशिश जारी थी। अमरीका ने बुधवार को यूक्रेन के साथ १.२ अरब डॉलर्स का समझौता किया और इसके तहत छह नैसैम्स प्रदान करने का समझौता हुआ है। रेदॉन कंपनी की इन नैसैम्स की आपूर्ति २०२५ तक पूरी होगी, ऐसा इस कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ग्रेग हेस ने कहा है।

एक हवाई सुरक्षा यंत्रणा के निर्माण के लिए दो साल की अवधि लगती है। इसकी वजह से रशिया से संघर्ष करने के लिए तुरंत यह यंत्रणा प्रदान करना मुमकिन ना होने का अहसास हेस ने कराया।

हवाई सुरक्षा यंत्रणा

ऐसी स्थिति में अमरीका ने इससे पहले खाड़ी के मित्रदेशों को प्रदान की हुई हवाई सुरक्षा यंत्रणा हटाकर इसे यूक्रेन में तैनात करने पर बायडेन प्रशासन एवं नाटो के सहयोगी देश विचार कर रहे हैं, यह जानकारी हेस ने साझा की।

अगले २४ महीने यानी दो साल बाद खाड़ी देशों को इस हवाई सुरक्षा यंत्रणा की सुरक्षा प्रदान होगी, ऐसा हेस ने कहा।

अमरिकी रक्षा मुख्यालय पेंटॅगॉन ने इस पर बयान नहीं किया है। साथ ही खाड़ी के कौनसे देशों में यह हवाई सुरक्षा यंत्रणा तैनात है, इसकी जानकारी साझा करने से रेदॉन कंपनी ने इन्कार किया है। लेकिन, कतार और ओमान दोनों को अमरीका ने नैसैम्स की आपूर्ति की है, ऐसी जानकारी सामने आ रही है।

इसकी वजह से अमरीका इन दोनों देशों से ही यह हवाई सुरक्षा यंत्रणा हटाएगी और इसे यूक्रेन में तैनात किया जाएगा। ऐसा हुआ तो कतार और ओमान असुरक्षित हो जाएंगे, यह दावा अंतरराष्ट्रीय विश्लेषक कर रहे हैं।

इससे पहले अमरीका ने सौदी अरब और यूएई में तैनात हवाई सुरक्षा यंत्रणा हटाई थी। साथ ही अमरीका के इन दोनों पुराने खाड़ी मित्रदेशों को हथियारों की सहायता प्रदान करने पर भी बायडेन प्रशासन ने प्रतिबंध लगाए थे। इसी कारण ईरान और येमन के हौथी विद्रोहियों के हमलों का खतरा महसूस कर रहे सौदी और यूएई ने नई हवाई सुरक्षा यंत्रणा खरीदने के लिए भारत और इस्रायल से चर्चा शुरू की है, ऐसी खबरें भी प्राप्त हुईं थी।

बायडेन प्रशासन के ऐसे बेताल निर्णयों की वजह से अमरीका ने सौदी और यूएई ने ऐसे मित्रदेश खोए हैं, ऐसी आलोचना हुई थी। ऐसी स्थिति में कतार और ओमान में तैनात हवाई सुरक्षा यंत्रणा हटाकर बायडेन प्रशासन खाड़ी में अमरीका का प्रभाव कम करता दिख रहा है।

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