पाकिस्तान के नए सेनाप्रमुख ने भारत को धमकाया

इस्लामाबाद – पाकिस्तान में सरकार और विपक्षी दल एवं सेना अधिकरियों के बीच दरार पडी है और पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था कंगाल होने की कगार पर है। अफ़गानिस्तान की सीमा पर तालिबान ने पाकिस्तानी सेना पर हमले शुरू किए हैं। और इसके घातक परिणाम पाकिस्तान में होते दिख रहे हैं। ऐसे में पाकिस्तान के नए सेनाप्रमुख ने भारत द्वेष के मुद्दे पर अपने देश में एकजुट करने की तैयारी शुरू की है। ‘पीओके’ यानी पाकिस्तान के कब्ज़े वाले कश्मीर का दौरा करके पाकिस्तान के सेनाप्रमुख जनरल असीम मुनीर ने भारत के हमले पर पाकिस्तान की सेना मुंहतोड़ जवाब देगी, ऐसा धमकाया। साथ ही भारत अपने नापाक मंसूबे कभी भी पूरे नहीं कर पाएगी, ऐसा इसारा भी पाकिस्तान के सेनाप्रमुख ने दिया है।

नए सेनाप्रमुखभारतीय सेना की नॉर्दन कमांड के प्रमुख लेफ्टनंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कुछ दिन पहले ‘पीओके’ को लेकर अहम बयान किया था। वार्तापरिषद में पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा था कि, सरकार ने आदेश दिया तो ‘पीओके’ पर कब्ज़ा करने की क्षमता और तैयारी सेना ने की है। फिलहाल पाकिस्तान के कब्ज़े वाला ‘पीओके’ क्षेत्र भारत का ही हिस्सा है और भारतीय संसद ने काफी पहले यह निर्णय किया है, इसकी याद भी लेफ्टनंट जनरल द्विवेदी ने दिलाई थी। उनके इस बयान के बाद पाकिस्तान के माध्यमों में बड़ा हड़कंप मचा था। पाकिस्तान की अस्थिरता का लाभ उठाकर भारत पीओके पर कब्ज़ा करने के लिए हमला करेगा, यह ड़र पाकिस्तानी माध्यम जता रहे हैं। भारत ऐसी धमकियां दे रहा है और ऐसे में पाकिस्तान के सेनाप्रमुख इस पर जवाब क्यों नहीं देते, ऐसे सवाल भी माध्यम कर रहे थे।

इसके बाद पाकिस्तान के नए सेनाप्रमुख ने भारत को धमकाने वाले बयान करके इस देश के माध्यमों को खुश किया है। लेकिन, यह बयान भारत से ज्यादा पाकिस्तानी जनता को ही संदेश देने के लिए किया गया है, यह दिख रहा है। फिलहाल पाकिस्तान की सरकार और विपक्षी नेता इम्रान खान के बीच जोरदार संघर्ष जारी है।

इम्रान खान ने फिलहाल राजधानी इस्लामाबाद पहुँच रहे प्रदर्शन बंद किए हैं। लेकिन हमारी पार्टी के सदस्य सभी प्रांतों की विधानसभाओ को इस्तीफा देंगे, यह कहकर इम्रान खान ने सनसनी फैलायी। इसकी वजह से पाकिस्तान में राजनीतिक अस्थिरता निर्माण होगी, ऐसे दावे किए जा रहे हैं। इस राजनीतिक संघर्ष से बचने के लिए पाकिस्तान सरकार ने इम्रान खान से किसी भी शर्त के बिना चर्चा करने का आवाहन किया है।

पाकिस्तान सरकार ही नहीं, बल्कि इस सरकार के पीछे खड़ी सेना की भी विपक्षी नेता इम्रान खान और उनके सहयोगी लगातार आलोचना कर रहे हैं। इसका असर दिखने लगा है और पहली बार पाकिस्तान की सेना विपक्ष को जनता का समर्थन प्राप्त होने से दबाव में है। ऐसी स्थिति में भारत के हमले की संभावना जताकर जनरल मुनीर अपने देश को एकजुटता का संदेश दे रहे हैं। लेकिन, मौजूदा स्थिति में सेनाप्रमुख जनरल असीम मुनीर के संदेश का विशेष असर पाकिस्तान पर नहीं पडेगा, ऐसा दिख रहा है। भारत ने आर्थिक और प्रौद्योगिकी एवं अन्य क्षेत्रों में बडी प्रगति की है और सेना के विद्रोह का लगातार सामना करने वाला पाकिस्तान भारत की तुलना में काफी पीछे है। इसके लिए पाकिस्तान की सेना ही ज़िम्मेंदार है, इसका अहसास पाकिस्तान की जनता को है। इसकी वजह से सेना के खिलाफ असंतोष बढ़ रहा है और अपनी सेना अकार्यक्षम, भ्रष्ट होने का आरोप पाकिस्तान के पत्रकार और विश्लेषक खुलेआम लगाने लगे हैं। इसे इम्रान खान की पार्टी के नेता समर्थन दे रहे हैं।

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