अमरिकन ‘बॉम्बर’ की ‘साउथ चाइना सी’ के द्वीपों पर उड़ान

वॉशिंग्टन: अमरिका के परमाणु वाहक बॉम्बर विमानों ने ‘साउथ चाइना सी’ के स्प्रार्टले द्वीप के पास से उड़ानें भरी हैं। सिंगापूर में पूरी हुई ‘शांग्री-ला’ की बैठक में ‘साउथ चाइना सी’ को लेकर अमरिका और चीन के बीच तनाव निर्माण हुआ था। इस पृष्ठभूमि पर, अमरिकी बॉम्बर विमानों की स्प्रार्टले द्वीप के पास गश्त लगाना, तनाव बढाने वाली घटना साबित हो सकती है।

बॉम्बर, उड़ान, शांग्री-ला, साउथ चाइना सी, स्प्रार्टले द्वीप, अमरिका, सिंगापूरअमरिका के प्रमुख न्यूज़ चैनल ने रक्षा विभाग के अधिकारी के हवाले से दी हुई जानकारी के अनुसार, अमरिकी वायुसेना के ‘बी-५२’ इन परमाणु वाहक बॉम्बर विमानों ने सोमवार को स्प्रार्टले द्वीप के पास गश्त लगाई है। ‘साउथ चाइना सी’ के स्प्रार्टले द्वीप समूह पर चीन ने अपना अधिकार जताया है। इसके पहले ही इन द्वीप समूहों की सीमा से अमरिकी विमानों की गश्त साथ ही युद्धपोतों की गश्त इस क्षेत्र में तनाव का कारण बन चुकी है। इस वजह से अमरिका के परमाणु वाहक बॉम्बर विमानों की यह कार्रवाई, तनाव बढाने वाली घटना साबित हो सकती है, ऐसा दावा किया जा रहा है।

लेकिन अमरिका के पसिफ़िक कमांड के प्रवक्ता कैप्टन व्हिक्टोरिया हाईट ने अमरिकन न्यूज़ चैनल के इस दावे को ख़ारिज किया है। अमरिकी विमानों ने स्प्रार्टले द्वीप के पास से गश्त नहीं लगाई है, ऐसा हाईट ने कहा है। प्रशांत महासागर के गुआम द्वीपों पर तैनात अमरिकी बॉम्बर विमानों ने हाल ही में हिन्द महासागर के ‘दिएगो गार्सिया’ इन द्वीपों का दौरा किया है। लेकिन इस पूरी यात्रा में अमरिकी बॉम्बर विमानों ने स्प्रार्टले द्वीप के पास से गश्त नहीं लगाई है, ऐसा हाईट ने कहा है।

पिछले कुछ दिनों से ‘साउथ चाइना सी’ के बारे में अमरिका और चीन के बीच कमाल का तनाव निर्माण हुआ है। सिंगापूर में हुई ‘शांग्री-ला’ की बैठक में भी ‘साउथ चाइना सी’ के मुद्दे को लेकर अमरिका और चीन के नेताओं के बीच शाब्दिक युद्ध भड़का था। चीन ने इस क्षेत्र का सैन्यकरण कर दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों में दहशत का माहौल निर्माण करने का आरोप अमरिकी रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस ने किया था। साथ ही इस समुद्री क्षेत्र में परिवहन की आजादी के लिए अमरिका अपनी गश्त जारी रखने वाला है, ऐसा मैटिस ने स्पष्ट किया है।

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