अमरीका के ‘बी-52 बॉम्बर’ ने किए हेरात में तालिबान के ठिकानों पर हवाई हमले

वॉशिंग्टन/काबुल – अमरीका के ‘बी-52 बॉम्बर’ विमान ने अफ़गानिस्तान के हेरात प्रांत में स्थित तालिबान के ठिकानों पर हवाई हमले करने की जानकारी सामने आयी है। शुक्रवार के दिन किए गए इन हमलों ने तालिबान को बड़ा नुकसान पहुँचाया है, ऐसा कहा जा रहा है। अफ़गानिस्तान से वापसी कर रही अमरीका ने तालिबान पर हवाई हमले करने का इस हफ्ते में दूसरा अवसर है। इन हवाई हमलों से अमरीका ने तालिबान को स्पष्ट संदेश दिया है, ऐसा समझा जाता है।

तालिबान ने बीते हफ्ते से ही हेरात पर कब्ज़ा करने के लिए आक्रामक हमले शुरू किए थे। शुक्रवार की रात तालिबान ने हेरात में स्थित संयुक्त राष्ट्रसंघ के मुख्यालय पर भी हमला किया था। हेरात के गुज़ारा और गुलरान में भी तालिबान ने हमले किए। इस पृष्ठभूमि पर अमरीका के ‘बी-52 बॉम्बर’ ने हेरात में तालिबानी ठिकानों पर हमला करना अहमियत रखता है।

सिआवोशान में मौजूद तालिबान के ठिकानों पर हमले होने की जानकारी स्थानीय सूत्रों ने प्रदान की। हेरात में तालिबान के बढ़ रहे वर्चस्व को रोकने के लिए इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया, ऐसा कहा जा रहा है। अमरिकी बॉम्बर के हमले जारी थे तभी अफ़गान सेना ने भी तालिबान के खिलाफ मुहिम शुरू करने का वृत्त प्रसिद्ध हुआ है। हेरात प्रांत ईरान की सीमा से जुड़ा है और इस पर कब्ज़ा करना अफ़गानिस्तान और ईरान का संपर्क खंड़ित कर सकता है।

अमरिकी ‘बी-52 बॉम्बर’ ने हेरात में किए हवाई हमले इस हफ्ते की दूसरी बड़ी हवाई कार्रवाई है। बीते शुक्रवार के दिन अमरिकी लड़ाकू विमानों ने कंदहार और हेल्मंड़ प्रांतों में स्थित तालिबान के ठिकानों पर बड़े हमले किए थे। इन हमलों में तालिबान को जान का बड़ा नुकसान उठाना पड़ा था। इसके बाद तालिबान ने अमरीका को धमकाया भी था। लेकिन, इस धमकी को नजरअंदाज़ करके अमरीका ने फिर से तालिबान को लक्ष्य किया हुआ दिख रहा है।

अमरीका के सेंटकॉम ने इस मुद्दे पर इशारा भी दिया था। तालिबान ने अपनी हरकतें बंद नहीं कीं तो अफ़गान सेना को सहायता प्रदान करने के लिए हवाई हमले बढ़ाने का इशारा भी सेंटकॉम के प्रमुख जनरल केनिथ मैकेन्ज़ी ने दिया था। कुछ विश्‍लेषकों ने अमरीका के ‘बी-52 बॉम्बर’ ने किए हमलों की तुलना वर्ष 2001 में अमरीका ने अंजाम दिए कार्रवाई से की है। वर्ष 2001 में अमरिकी बॉम्बर्स ने किए हमले तालिबान की हुकूमत हटाने के लिए निर्णायक साबित हुए थे, ऐसा कहा जाता है।

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