यूक्रेन को दो अरब डॉलर्स के हथियारों की सहायता देने का अमरीका ने किया ऐलान – रशिया-यूक्रेन युद्ध रोकने के लिए फ्रेंच राष्ट्राध्यक्ष करेंगे चीन दौरा

वॉशिंग्टन/पैरिस – रशिया-यूक्रेन युद्ध का एक वर्ष पूरा होते ही अमरीका ने यूक्रेन को दो अरब डॉलर्स के अतिरिक्त हथियारों की सहायता देने का ऐलान किया है। इसमें ‘हायमर्स रॉकेटस्‌‍’, ‘लेज़र गाइडेड रॉकेट सिस्टम्स’, चार विभिन्न प्रकार के ड्रोन्स व तोप गोलों का समावेश है। इस सहायता के ऐलान की पृष्ठभूमि पर अमरीका यूक्रेन में अफ़गानिस्तान मुहिम से अधिक खर्च कर रही है, ऐसा दावा यूरोपियन अध्ययन मंडल ने किया है। इसी बीच, फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष इमैन्युएल मैक्रॉन ने रशिया-यूक्रेन संघर्ष का हल निकालने के लिए चीन का दौरा करने का ऐलान किया।

दो अरब डॉलर्सरशिया ने पिछले साल फ़रवरी में यूक्रेन पर हमला किया था। इस हमले से पहले अमरीका ने यूक्रेन को भारी मात्रा में हथियारों की आपूर्ति शुरू की थी। इसमें यूक्रेनी सेना को दिए गए प्रशिक्षण का भी समावेश था। अमरीका के सैन्य सलाहकारों का दल 2014 के बाद यूक्रेन में तैनात किया गया था। साल 2014 से हर वर्ष अमरीका यूक्रेन को लगातार रक्षा सहायता देने का ऐलान करती रही है। रशिया-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद अमरीका लगभग हर महीने अरबों डॉलर्स के हथियारों की आपूर्ति कर रही है। अमरीका ने यूक्रेन को अब तक प्रदान किए गए शस्त्रों का मूल्य 46 अरब डॉलर्स तक जा पहुंचने की बात कही जा रही है।

इस पृष्ठभूमि पर अमरीका ने यूक्रेन को फिर से दो अरब डॉलर्स के हथियारों की सहायता प्रदान करने का ऐलान किया है। इसमें रॉकेट सिस्टम्स, ड्रोन्स, तोप गोले, सुरंग विरोधी यंत्रणा, इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेअर डिटेक्शन सिस्टम का समावेश है। इसके अलावा प्रशिक्षण एवं देखभाल के लिए निधि का प्रावधान करने का बयान अमरिकी रक्षा विभाग ने किया है। नए शस्त्र सहायता के तहत प्रदान हो रहे शस्त्र अमरिकी रक्षा विभाग के भंड़ार से प्रदान नहीं होंगे और अमरिकी रक्षा कंपनियों से इसकी आपूर्ति होगी, यह स्पष्ट किया गया है।

इसी बीच, फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष इमैन्युएल मैक्रॉन ने अप्रैल में चीन का दौरा करने का ऐलान किया है। कुछ दिन पहले चीन ने रशिया-यूक्रेन संघर्ष रोकने के लिए 12 धाराओं के समावेश का प्रस्ताव घोषित किया है। इस प्रस्ताव पर चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग से चर्चा करने के लिए चीन का दौरा करेंगे, ऐसा मैक्रॉन ने स्पष्ट किया। पश्चिमी गुट के कई देशों ने चीन के प्रस्ताव पर आशंका जताई है। इसी बीच अमरिकी गुप्तचर यंत्रणा सीआईए के प्रमुख विल्यम बर्न्स ने कहा है कि, चीन रशिया को हथियारों की आपूर्ति करेगा, इसकी अमरीका को पुख्ता जानकारी प्राप्त हुई है।

 

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