दो दशक बाद अमरीका ने अफ़गानिस्तान के बगराम हवाई अड्डे का कब्ज़ा छोड़ा

काबुल – अफ़गानिस्तान में अमरीका का प्रमुख केंद्र रहें बगराम हवाई अड्डे का कब्ज़ा अमरीका ने छोड़ दिया हैं। आतंकवाद विरोधी कार्रवाई में अहम भूमिका निभाए अफ़गानिस्तान के इस सबसे बड़े अड्डे का नियंत्रण छोड़कर अमरीका ने अफ़गानिस्तान से अपनी वापसी पुरी होने की कगार पर होने के संकेत दिए हैं। तालिबान के प्रवक्ता झबिउल्ला मुजाहिद ने इसका स्वागत किया हैं।

वर्ष २००१ में अमरीका ने अफ़गानिस्तान में आतंकवाद के विरोध में युद्ध शुरू किया था, तब से बगराम हवाई अड्डा अमरीका और नाटो की सेनाओं का प्रमुख अड्डा बना था। अफ़गानिस्तान में तालिबान और अल कायदा के खिलाफ कार्रवाई का नियंत्रण इसी अड्डे से किया जा रहा था। इसी कारण तालिबान ने इस अड्डे पर हमले करने की कई बार कोशिश की थी। लेकिन, तालिबान को इस कोशिश में कामयाबी हासिल नहीं हुई थी। ऐसी स्थिति में बगराम का नियंत्रण छोड़कर अमरीका ने अफ़गानिस्तान से सेना की वापसी लगभग पूरी होने के संकेत दिए हैं, ऐसा अंतरराष्ट्रीय माध्यम कह रहे हैं। 

इसके आगे बगराम हवाई अड्डे का नियंत्रण अफ़गानी सेना के हाथों में रहेगा। अधिकृत स्तर पर शनिवार के दिन इस अड्डे की चाभियाँ अफ़गान सेना को प्रदान की जाएगी। इसी बीच दो दशक बाद अमरीका और नाटो की सेनाओं ने बगराम का कब्ज़ा छोड़ने से अफ़गान एवं अंतरराष्ट्रीय विश्‍लेषक चिंता जता रहा हैं। अमरीका ने बगराम हवाई अड्डे का नियंत्रण छोड़ना यानी तालिबान के सामने अफ़गानिस्तान को अलग-थलग छोड़ने जैसा होने का दावा ऑस्ट्रेलिया में स्थित अफ़गान मुद्दे से संबंधित विश्‍लेषक निशांक मोटवानी ने किया। साथ ही ‘बीते २० वर्षों से जिस अफ़गानिस्तान की सुरक्षा आपने की, वह देश जलता हुआ और वहां की जनता इसमें झुलसती हुई अमरीका और नाटो के सैनिक घर पहुँचने पर देखेंगे’, यह इशारा मोटवानी ने दिया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.