तुर्की-सीरिया के प्रलयंकारी भूकंप में मरनेवालों की संख्या २३ हज़ार से अधिक

– तीस लाख से अधिक विस्थापित
– सड़कों के ढ़हने से राहतकार्य प्रभावित
– अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने किया सहायता के लिए आवाहन

अंकारा – तुर्की और रशिया को दहलाने वाले भीषण भूकंप में मरनेवालों की संख्या २३ हज़ार से अधिक हुई है। दोनों देशों की सैंकड़ों इमारते ढ़ह गई हैं और इसका मलबा हटाने का काम जारी है। ऐसे में यहां पर मृतकों की संख्या बढ़ेगी, यह ड़र जताया जा रहा है। इस क्षेत्र कई सड़कें ढ़ह गई हैं और इससे राहतकार्य पहुंचाने वाले वाहन और सैनिक भूकंप पीडितों तक पहुँच भी नहीं पाए हैं। इसकी वजह से राहतकार्य में बाधाएं आने का दावा किया जा रहा है। इसी बीच, वर्ल्ड बैंक एवं अन्य संगठनों ने भूकंप पीडितों के लिए शीघ्रता से आर्थिक सहायता मुहैया कराने का ऐलान किया है।

सोमवार को ७.८ रिश्टर स्केल तीव्रता के भूकंप ने तुर्की और सीरिया को दहला दिया। इस भूकंप में मृतकों की संख्या २० हज़ार तक पहुँचेगी, यह ड़र विश्व स्वास्थ्य संगठन ने व्यक्त किया था। लेकिन, यहां पर तबाही पर गौर करें तो राहतकार्य में जुटे संगठन मृतकों का आँकड़ा इससे कई गुना अधिक होगा, ऐसा दावा कर रहे हैं। शुक्रवार को तुर्की सरकार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार इस भूंकप में १९,३३८ की मौत हुई और ७७ हज़ार से अधिक घायल हैं। इसेक अलावा सीरिया में मृतकों की संख्या ४ हज़ार के करीब पहुँची है और २२ हज़ार घायल हैं।

तुर्की और सीरिया में राहतकार्य करने वाले एवं मेडिकल इलाज मुहैया करा रहे संगठनों के सामने बड़ी चुनौतियां होने की जानकारी सामने आ रही है। यहां पर शवगृह पूरे भर जाने की वजह से शव रखने के लिए जगह भी नहीं रही, इसके अलावा शवों को दफनाने के लिए भी जगह न होने जैसे दहलाने वाले दावे माध्यम कर रहे हैं। सोमवार के भूकंप से ५०० से अधिक इमारतें ढ़ह गईं। इस भूकंप के बाद भी तुर्की को सौ से अधिक झटके महूसस हुए हैं। इसकी वजह से भूकंप के पहले झटके से कमज़ोर हुईं इमारतें भी ढ़ह रही हैं, ऐसे दावे किए जा रहे हैं।

इसी बीच इन भूकंपों से सड़कों में बड़ी दरारें निर्माण की हैं और राहतकार्य मुश्किल हो रहा है। कुछ हिस्सों में राहत पहुँचाना भी मुश्किल हो गया है। विस्थापितों के लिए फुटबॉल के मैदानों में तंबू लगाकर अस्थायी रहने की व्यसव्था की गई है। लेकिन, विस्थापितों की संख्या लाखों में होने की वजह से इसमें भी कठिनाई हो रही है, ऐसी शिकायत अधिकारी कर रहे हैं। तुर्की-सीरिया में कड़ी ठंड़ है और तापमान माइनस पांच तक गिर गया है। इससे खुले में रहने वाले विस्थापितों की स्थिति अधिक कठिन हुई है।

तुर्की में भूकंप पीड़ितों तक तेज़ी से सहायता पहुंच रही है और संयुक्त राष्ट्र संघ ने भी स्वतंत्र राहत पहुँचाई है। लेकिन, सीरिया में भूकंप पीडितों तक सहायता नहीं पहुंच रही है, ऐसी शिकायत यहां का मानव अधिकार संगठन कर रहा है। अमरीका और पश्चिमी देशों ने सीरिया की अस्साद सरकार पर लगाए प्रतिबंधों से यहां के भूकंप पीड़ितों का नुकसान हो रहा है, ऐसी आलोचना इस संगठन ने की है। संयुक्त राष्ट्र संघ एवं पश्चिमी देश सीरिया पर लगाए गए प्रतिबंध हटाएं, ऐसा आवाहन इस संगठन ने किया है।

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