भारतीय अर्थव्यवस्था का प्रदर्शन अगले आर्थिक साल में भी अच्छा ही होगा – अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की प्रमुख ख्रिस्तिलिना जॉर्जिवा

वॉशिंग्टन – वैश्विक अर्थकारण का चमकता सितारा बना भारत अगले आर्थिक साल में भी जोरदार प्रदर्शन करेगा। अगले साल विश्व के आर्थिक विकास में अकेले भारत का योगदान १५ प्रतिशत रहेगा, ऐसा विश्वास अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोश की प्रमुख ख्रिस्तिलिना जॉर्जिवा ने व्यक्त किया है। डिजिटायजेशन के लिए की हुई पहल, समझदारी से निर्धारित की हुई वित्तीय नीती और बड़ी मात्रा में किया पूंजी निवेश की वजह से भारत की अर्थव्यवस्था अगले साल भी जोरदार प्रदर्शन करेगी, ऐसा दावा जॉर्जिवा ने किया।

मार्च महीने में खत्म हो रहे २०२२-२३ के वित्तीय वर्ष में भारत का विकास दर ६.८ प्रतिशत रहेगा। लेकिन, साल २०२३-२४ के आर्थिक वर्ष में भारत का विकास दर ६.१ प्रतिशत तक जा पहुंचेगा। दुनिया भर की अन्य अर्थव्यवस्थाओं के विकास दर की भारी गिरावट जारी होने के साथ भारत का विकास दर भी फिसलेगा, इसपर विवाद नहीं। फिर भी वैश्विक अर्थव्यवस्था पर गौर करें तो भारत का विकास दर ६.१ प्रतिशत रहना काफी अच्छा कहना होगा, ऐसा दावा जॉर्जिवा ने किया। आर्थिक अनुशासन का पालन और विकास को गति प्रदान करने के लिए उचित जगह पर किया निवेश एवं डिजिटाइजेशन की प्रक्रिया को प्रदान की हुई गति की वजह से भारत की अर्थव्यवस्था विश्व की तुलना में काफी अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं, ऐसा जॉर्जिवा ने पीटीआई दो दिए साक्षात्कार के दौरान कहा।

कोरोना की महामारी से प्राप्त हुई सबक से भारत ने उचित पाठ लिया है और इसके अनुसार अपनी नीति में ज़रूरी बदलाव किए। इसके अच्छे परिणाम भारतीय अर्थव्यवस्था पर दिखाई दे रहे हैं, ऐसा जॉर्जिवा ने कहा। आर्थिक स्थित के मद्देनज़र इसके अनुसार निर्णय करने की भारत की नीति की जॉर्जिवा ने सराहना की। साल २०२३-२४ के लिए केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने घोषित किए बजट की भी जॉर्जिवा ने सराहना की। इस बजट में पूंजी निवेश बढ़ाना उद्योग, कारोबार और रोजगार को गति देगा, यह विश्वास मुद्राकोश की प्रमुख जॉर्जिवा ने व्यक्त किया।

इसी बीच ख्रिस्तिलिना जॉर्जिवा जल्द ही भारत यात्रा पर आ रही हैं। जी-२० देशों की अर्थ विषयक बैठक का बंगलुरू में आयोजन होगा। इसमें शामिल होने के लिए वह भारत यात्रा पर आ रही हैं, यह कहा जा रहा है। भारत की आज़ादी के ७५ साल पूरे हुए हैं और परिपक्व भारत अब वैश्विक स्तर पर अपनी भूमिका निभाएगा, यह दावा जॉर्जिवा ने इस अवसर पर किया। साथ ही जी-२० परिषद का यजमान पद संभाल रहे भारत ने इस परिषद के लिए ‘वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्युचर’ यानी ‘एक वसुंधरा, एक परिवार, एक भविष्य’ यह कल्पना अपनाई है। यह कल्पना हम सबको प्रोत्साहित और गति देती है, ऐसा जॉर्जिवा ने कहा है।

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