चीन के घुसपैठी विमानों पर ताइवान करेगा ‘फर्स्ट स्ट्राईक’ – ताइवान के रक्षामंत्री की चेतावनी

ताइपे – ‘पहले ताइवान की ज़मीन पर तोप या मिसाइल्स का हमला हुआ तो प्रत्युत्तर में ‘फर्स्ट स्ट्राईक’ यानी पहला हमला करने की नीति ताइवान ने अपनाई थी। लेकिन, चीन के लड़ाकू विमानों की बढ़ती घुसपैठ की वजह से फर्स्ट स्ट्राईक की व्याख्या बदली गई है। चीन के सैन्य विमानों ने हमारी हवाई सीमा में घुसपैठ की तो ताइवान को पहले हमला करने का अधिकार होगा’, ऐसा ताइवान के रक्षामंत्री शिअऊ कुओ-शेंग ने इशारा दिया। इसी बीच चीन के साथ संघर्ष को ध्यान में रखते हुए ताइवान हर महीने ईंधन, अनाज का भंड़ारण बढ़ा रहा है, यह जानकारी भी सामने आयी है।

चीन के लड़ाकू बॉम्बर विमानों की ताइवान की घाटी में घुसपैठ बढती जा रही है। पिछले कुछ हफ्तों में चीन के विमानों ने ताइवान की ‘मिडियन लाईन’ पार की थी। ताइवान की संसद में चीन की इस आक्रामक हरकत की गूंज सुनाई दी है। ताइवान की संसद में विदेश नीति और राष्ट्रीय रक्षा समिती के सामने बोलते हुए रक्षामंत्री शिऊ कुओ-शेंग ने चीन की घुसपैठ के खिलाफ निर्धारित नीति होने की बात स्पष्ट की।

चीन और ताइवान को विभाजित करनेवाली ‘मिडियन लाईन’ पर अव्यक्त समझौता था। लेकिन, चीन के विमानों ने इस मिडियन लाईन को पार करके इस समझौते का भंग किया है। अब ताइवान की सीमा के करीब युद्धाभ्यास का आयोजन करके और विमानों की गश्त बढ़ाकर चीन यह स्थिती सामान्य करने की कोशिश कर रहा है, ऐसा रक्षामंत्री शिऊ ने कहा। लेकिन, चीनी  विमानों की इस घुसपैठ के खिलाफ ताइवान भी ‘रेड लाईन’ रखता है, ऐसा इशारा शिऊ ने दिया।

ताइवान ने अपनी ‘फर्स्ट स्ट्राईक’ नीति में बदलाव किया, यह कहकर रक्षामंत्री शिऊ ने चीन को संदेश दिया। तोप या मिसाइल हमला हुआ तो ताइवान हमला करेगा, इस भ्रम में चीन ना रहे। बल्कि चीन के सैन्य विमानों ने ताइवान की सीमा लांघ दी तो पहला हमला किया जाएगा, ऐसी चेतावनी रक्षामंत्री ने दी। चीन के ड्रोन्स को लेकर भी यही नियम लागू होता है, ऐसी जानकारी शिऊ ने ताइवान की संसद को प्रदान की।

इसी बीच, आनेवाले समय में चीन की नौसेना ताइवान की खाड़ी को घेरकर चीन ताइवान पर हमला कर सकता है, ऐसा इशारा कुछ दिन पहले प्रसिद्ध हुआ था। अमरिकी नौसेना ताइवान की इस घेरे को तोड़ सकती है, यह दावा अमरीका की इंडो-पैसिफिक कमांड के प्रमुख एडमिरल सैम्युएल पापेरो ने किया। लेकिन, चीन की आक्रामक साज़िशों का संज्ञान लेकर ताइवान ने हर महीने ईंधन, अनाज का भंड़ारण बढ़ाना शुरू किया है। चीन के साथ संघर्ष हुआ तो इसकी पूर्वतैयारी के तौर पर ऐसे ध्यान रखा जा रहा है, ऐसा ताइवान के उप-वित्तमंत्री ने स्पष्ट किया।

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