चीन के ‘स्पाय बलून’ की अमरीका और कनाड़ा में निगरानी – ‘पेंटॅगॉन’ ने लड़ाकू विमोनों को अलर्ट पर रखा गया

वॉशिंग्टन – पिछले कुछ दिनों से चीन ने भेजे हुए ‘बलून’ की सहायता से अमरीका में जासूसी की सनसनीखेज खबर सामने आयी है। अमरीका के रक्षा विभाग ने इसका गंभीर संज्ञान लिया है और राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने इस मामले की जांच करने के आदेश जारी किए हैं। अमरीका के अलावा कनाड़ा में भी चीनी बलून द्वारा जासूसी करने की घटना सामने आयी है और कुछ माध्यमों ने दो बलून देखे जाने के दावे किए हैं। इस पर चीन के विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि, अमरीका फिजूल दावे कर रही है।

अमरीका के मोंटाना प्रांत में पिछले कुछ दिनों से काफी बड़े आकार का सफेद रंग का बलून आकाश में उड़ता देखा गया है, ऐसे दावे सामने आए थे। यह बलून ‘हाय अल्टिट्यूड सर्विलन्स’ जैसा है और अमरिकी रक्षा विभाग की इस पर नज़र होने का बयान पेंटॅगॉन के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल पैट्रिक रायडर ने किया। यह बलून अमरीका के उत्तरी क्षेत्र के मोंटाना प्रांत में उड़ रहा है और व्यापारी एवं यात्री विमानों से भी अधिक उंचाई पर उड़ान भर रहा है, यह भी रायडर ने कहा। इस बलून ने संवेदनशील क्षेत्र से उड़ान भरी है, फिर भी इससे खतरा ना होने का दावा पेंटॅगॉन के प्रवक्ता ने किया।

लेकिन, अमरीका के सियासी दायरे में इस प्रति आक्रामक बयान सामने आए है। मोंटाना प्रांत के सिनेटर स्टीव डेन्स ने रक्षा विभाग को बड़ा तीखा खत लिखकर तीव्र चिंता जताई है। चीन का जासूसी करने वाला बलून मोंटाना में स्थित वायुसेना के एवं परमाणु अस्त्रों के अड्डों को लक्ष्य कर सकता है, ऐसा ड़र डेन्स ने इस खत में व्यक्त किया है। इस बलून का मार्ग एवं इसके इरादों को लेकर अमरिकी रक्षा विभाग स्पष्ट खुलासा करे, ऐसी मांग भी उन्होंने की। अमरीका के कुछ सांसदों ने इस मुद्दे पर संसद में शीघ्र ही ‘सिक्युरिटी ब्रिफिंग’ करें, ऐसी आक्रामक भूमिका अपनाई है।

अमरिकी रक्षा विभाग ने इस घटना की जानकारी राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन से साझा की है। बायडेन ने इस घटना की गहराई से जांच करने के आदेश दिए हैं। बायडेन ने इस बलून को गिराने की सूचना की थी, लेकिन, पेंटॅगॉन ने ऐसा करने से इन्कार किया, ऐसा वृत्त कुछ माध्यमों ने प्रदान किया है। लेकिन, इसका पुख्ता समर्थन नहीं हुआ है। मोंटाना एवं करीबी इलाकों के हवाई अड्डों को अलर्ट पर रखा गया है और इस बलून पर नज़र बनाए रखने के लिए कुछ लड़ाकू विमान भेजे गए हैं, यह भी कहा जा रहा है। इससे पहले भी इस तरह के बलून की घटनाएं देखी जाने का दावा पेंटॅगॉन से जुड़े सूत्र ने किया।

अमरीका से पहले इस बलून ने कनाड़ा के कुछ हिस्सों में निगरानी करने की बात स्पष्ट हुई है। कनाड़ा में इसी तरह का दूसरा चीनी बलून पाए जाने की जानकारी भी सामने आ रही है। इस मामले में हम अमरीका का सहयोग कर रहे हैं, ऐसा कनाड़ा ने कहा है। इसी बीच चीन ने इस मामले का खुलासा करने के लिए निवेदन जारी किया है।

‘चीन ने मौसम संबंधित अनुसंधान के लिए बलून्स तैनात किए थे। लेकिन, हवा के कारण यह बलून निर्धारित मार्ग से भटक गए और अमरीका की हवाई सीमा में पहुँचे। अमरीका की सीमा में इसके प्रवेश के लिए हमें बहुत खेद है’, ऐसा चीन के विदेश मंत्रालय ने अपने निवेदन में कहा है। इससे पहले चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने आरोप लगाया था कि, अमरीका इस घटना को बेवजह अहमियत दे रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.