सिराजुद्दीन हक्कानी के भाई को अफगानिस्तान ने फ़ाँसी की सज़ा सुनाई

काबुल, दि. ३० (वृत्तसंस्था)- अफगानिस्तान में आतंकी हमले करनेवाला ‘हक्कानी नेटवर्क’ का एक प्रमुख नेता और ‘सिराजुद्दीन हक्कानी’ का भाई ‘अनस हक्कानी’ को अफगानिस्तान के न्यायालय ने फ़ाँसी की सज़ा सुनाई है| दो साल पहले अफगानिस्तान की ख़ुफ़िया एजन्सी ने अनस हक्कानी को गिरफ्तार किया था| अनस हक्कानी को फ़ाँसी की सजा सुनायी जाना, यह ‘हक्कानी नेटवर्क’ के लिए बड़ा झटका माना जाता है|

siraj-haqqani anas- सिराजुद्दीन हक्कानी

अफगानिस्तान की मीडिया ने अनस की फ़ाँसी की ख़बर प्रकाशित की| पिछले दो साल से अफगानिस्तान के प्राथमिक न्यायालय में ख़ुफ़िया तरीक़े से ‘अनस हक्कानी’ पर मुक़दमा शुरू है| इस मुक़दमे का फ़ैसला हुआ है| अफगानी न्यायालय ने अनस को फ़ाँसी की सजा सुनाई| अफगानिस्तान के सरकार ने इस संदर्भ में अधिकृत जानकारी जारी नहीं की है| लेकिन अफगानिस्तान की सेना ने इस खबर को ख़ारिज कर दिया| तालिबान प्रवक्ता ‘झबिहुल्ला मुजाहिद’ने इसपर प्रतिक्रिया देने से इन्कार किया| लेकिन अनस को फ़ाँसी हो सकती है, यह दावा खुफिया एजन्सी ने किया है|

सन २०१४ में अफगानिस्तान की ख़ुफ़िया एजन्सी ‘नॅशनल डायरेक्ट्रेट ऑफ सिक्युरिटी’ (एनडीएस) ने पूर्व अफगानिस्तान के पाकतिया इलाके में की हुई कार्रवाई में हक्कानी नेटवर्क के दो वरिष्ठ कमांडर्स को गिरफ़्तार किया था| इनमे ‘अनस’ और ‘हफिज रशिद’ दोनों शामिल थे, यह अफगानी रक्षा एजन्सियों ने स्पष्ट किया| अफगानिस्तान में बड़े हमले की साजिश रची थी| उस वक्त ही योजना बनाकर ‘एनडीएस’ ने हक्कानी नेटवर्क के दोनों कमांडर्स को हिरासत में ले लिया|

कुछ वृत्तसंस्थाओ/म् ने दी जानकारी के अनुसार, अनस और रशिद को क़तार में से गिरफ़्तार किया गया| अमरीका ने ‘ग्वांतनामो बे’ कारागृह से तालिबान के कुछ आतंकवादियों को छोड दिया था| इन आतंकवादियों से मिलने के लिए अनस और रशिद क़तार पहुँचे थे| उसी वक्त इन दोनो आतंकवादियों को हिरासत में लिया गया और अफगानी रक्षा एजन्सियों के हवाले किया गया| क़तार में तालिबान का अधिकृत दूतावास है|

अल-कायदा, तालिबान से जुड़े और अफ़गानिस्तान में किये गए आतंकी हमलों के ज़िम्मेदार संगठन के रूप से ‘हक्कानी नेटवर्क’ को देखा जाता है| जलालुद्दीन हक्कानी के पास इस संगठन की जिम्मेदारी है और उसे लादेन और मुल्लाह ओमर का भरोसे का साथी माना जाता है| पाकिस्तान के वझिरीस्तान में ‘हक्कानी नेटवर्क’ का अड्डा है| पाकिस्तानी सेना इस गुट पर कार्रवाई करें, ऐसी सूचना अमरीका ने पाकिस्तान को दी थी| लेकिन पाकिस्तानी सेना ने ‘हक्कानी नेटवर्क’ के बजाय तालिबान के बाकी छोटे गुटों पर कार्रवाई की| इसपर नाराज़गी जताते हुए, पाकिस्तान आतंकवादियों में ‘गुड’ और ‘बॅड’ ऐसा फ़र्क कर रहा है, यह आरोप अफगानिस्तान ने किया है|

‘अनस’ यह ‘जलालुद्दीन हक्कानी’ का बेटा और सिराजुद्दीन का भाई है| अनस की गिरफ़्तारी से पहले जलालुद्दीन हक्कानी की मौत की जानकारी सामने आयी थी| लेकिन ‘हक्कानी नेटवर्क’ ने इस वृत्त को ख़ारिज किया था| सिराजुद्दीन हक्कानी अमरीका की ‘मोस्ट वॉंटेन्ड’ की सूचि में है|

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