सर्बिया को यूरोपिय महासंघ और रशिया में से एक को चुनना होगा – महासंघ के विदेश व्यवहार विभाग प्रमुख की चेतावनी

ब्रुसेल्स/मास्को – रशिया से करीबी ताल्लुकात रखने पर सर्बिया को यूरोपिय महासंघ की सदस्यता प्राप्त नहीं हो सकती। इस वजह से सर्बिया यूरोपिय महासंघ और रशिया में से किसी एक का चयन करें, ऐसी चेतावनी महासंघ के विदेश विभाग के प्रमुख जोसेफ बोरेल ने दी है। सोमवार को ब्रुसेल्स में अल्बेनिया और सर्बिया समेत पांच देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक का आयोजन किया गया। इसमें बोरेल ने सर्बिया को लक्ष्य किया। इसी बीच कुछ दिन पहले ही सर्बिया के राष्ट्राध्यक्ष अलेक्झांडर वुकिक ने ऐसा बड़ा आरोप लगाया था कि, ‘कलर रिवोल्युशन’ की कोशिश शुरू हुई है।

युगोस्लाविया के टूकड़े करने से निर्माण हुए देशों में सर्बिया, माँटेनेग्रो, बोस्निया-हर्झ्ोगोविना, नॉर्थ मैसिडोनिया और कोसोवो का समावेश होता है। सर्बिया से अलग होकर बने कोसोवो को अभी अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सभी देशों ने स्वीकृति प्रदान नहीं की है। इश मुद्दे पर अमरीका समेत पश्चिमी देश सर्बिया पर लगातार दबाव बना रहे हैं। रशिया-यूक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि पर दबाव अधिक बढ़ाया जा रहा हैं और सर्बिया में प्रदर्शन भी शुरू हुए हैं।

मई के शुरू में सर्बिया की राजधानी बेलग्रेड में हुई मास शूटिंग की घटनाओं में करीबन २० लोग मारे गए थे। यह घटना सरकार की असफलता होने का आरोप लगाकर विरोधी और स्वयंसेवी गुटों ने देश में प्रदर्शन शुरू किए हैं। पिछले हफ्ते राजधानी बेलग्रेड में निकाली रैली में १० हज़ार से भी अधिक शामिल हुए थे। आगे भी ऐसी रैली निकालने की चेतावनी विपक्षी गुटों ने दी है।

इस पृष्ठभूमि पर यूरोपिय महासंघ ने सर्बियन सरकार को धमकाने की कोशिश ध्यान आकर्षित कर रही हैं। बोरेल ने इसी बीच यह कहा है कि, यूरोप के कुछ देशों में रशिया का प्रभाव बढ़ रहा है। इसी दौरान यूरोपिय महासंघ की रशिया विरोधी कार्रवाई का सर्बिया समर्थन नहीं कर रहा हैं, इसका अहसास भी उन्होंने कराया। इस नीति के कारण सर्बिया यूरोपिय महासंघ का सदस्य नहीं हो सकेगा, इसपर बोरेल ने ध्यान आकर्षित किया।

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