रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने चेचेन नेता कादिरोव को कर्नल पद पर किया नियुक्त

मास्को – रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने चेचेन रिपब्लिक के प्रमुख रमज़ान कादिरोव को रशियन सेना के कर्नल के पद पर नियुक्त किया है। पिछले महीने कादिरोव ने रशियन सेना के खार्किव से पीछे हटने की आलोचना करके नीति में बदलाव करने की माँग की थी। इसके बाद चेचेन रिपब्लिक की दो बटालियन यूक्रेन के डोनेत्स्क प्रांत में तैनात करने का ऐलान भी किया था। कादिरोव ने अपने तीनों बच्चों को यूक्रेन के मोर्चे पर जंग लड़ने भेजने दावा भी किया था। इस पृष्ठभूमि पर उन्हें रशियन सेना के तीसरे क्रमांक का सर्वोच्च पद बहाल करने का निर्णय ध्यान आकर्षित कर रहा है।

पिछले कुछ दिनों में रशिया को यूक्रेन के खार्किव एवं लिमन से पीछे हटना पड़ा था। इस वापसी के दौरान रशिया ने यूक्रेन के चार प्रांतों में जनमत लेकर इन प्रांतों का रशिया में विलयन होने का ऐलान किया था। रशिया का हिस्सा बने यूक्रेन के इन प्रांतों की सुरक्षा के लिए रशिया पूरी ताकत लगाएगी, यह चेतावनी भी राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने दी थी। रशिया ने यूक्रेन अभियान के लिए तीन लाख अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती की प्रक्रिया भी शुरू की थी। खार्किव से वापसी करने के बाद रशिया ने बड़े मिसाइल हमले करके यूक्रेन को संभावित परिणामों से आगाह किया था। राष्ट्राध्यक्ष पुतिन यूक्रेन अभियान की रचना बदल रहे हैं, ऐसे संकेत इन घटनाओं से प्राप्त होने का दावा कुछ विश्लेषकों ने किया था।

राष्ट्राध्यक्ष पुतिन और उनके यूक्रेन अभियान के कड़े समर्थक कादिरोव को सेना में बढ़ती देना उसी का हिस्सा दिख रहा है। चेचेन रिपब्लिक के प्रमुख कादिरोव को साल 2020 में रशियन सेना में मेजर का पद बहाल किया गया था। यूक्रेन अभियान शुरू होने के बाद मार्च में उन्हें लेफ्टनंट के पद पर नियुक्त करने का ऐलान किया गया था। इसके बाद अब कर्नल पद पर पदोन्नति देकर कादिरोव को यूक्रेन अभियान में अधिक सक्रीय करने के संकेत दिए गए हैं।

राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने विशेष आदेश के ज़रिये हमें कर्नल के पद पर नियुक्त किया है और यह पदोन्नति हमारा सम्मान है, ऐसा कादिरोव ने कहा। यूक्रेन का विशेष सैन्य अभियान शीघ्रता से खत्म करने की हम हर तरह की कोशिश करेंगे, इन शब्दों में उन्होंने यूक्रेन संघर्ष में अपनी भूमिका रेखांकित की। यूक्रेन संघर्ष में चेचेन सेना के दल पहले से शामिल हैं और इसके कुछ फोटो भी सार्वजनिक हुए थे। पिछले महीने चेचेन सेना की दो बटालियन डोनेत्स्क के लिए तैनात की जा रही हैं, यह ऐलान कादिरोव ने किया था। कादिरोव का ‘मिलिशिया’ कहे जानेवाला दल भी यूक्रेन संघर्ष में शामिल होने की बात कही जा रही है।

इसी बीच, यूक्रेन को लगातार की जानेवाली हथियारों की आपूर्ति रशिया और पश्चिमी देशों के बीच सीधे सैन्य संघर्ष छिड़ने के लिए उकसावा देनेवाली बात हो सकती है, यह इशारा रशिया के राजदूत एनातोली एन्तानोव ने दिया। अमरीका से यूक्रेन को प्रदान की जानेवाली बड़ी और प्रगत रक्षा यंत्रणा अमरीका की इस संघर्ष में सीधे शामिल होने की बात साबित करती है। अमरीका की इस सहायता की वजह से यूक्रेन संघर्ष में खूनखराबा और जीवित हानी अधिक बढ़ेगी, यह चेतावनी भी एनातोव ने दी।

 रशियन राजदूत अमरीका को चेतावनी दे रहे थे तभी अमरीका के पूर्व अधिकारी ने पुतिन की हुकूमत का तख्ता पलटने की माँग की है। रशिया की हुकूमत बदले बिना यूरोप में शांति और सुरक्षा स्थापित नहीं होगी, ऐसा बयान अमरीका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहाकर जॉन बोल्टन ने किया है।

राष्ट्राध्यक्ष पुतिन के करीबी दारिआ दुगिन की हत्या के पीछे यूक्रेन का हाथ – अमरिकी गुप्तचर यंत्रणा का दावा

वॉशिंग्टन/मास्को – रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन के सलाहकार ऐलेक्ज़ैंडर दुगिन की बेटी दारिआ दुगिन की हत्या के पीछे यूक्रेन का हाथ होने का दावा अमरिकी गुप्तचर यंत्रणाओं ने किया है। यूक्रेन सरकार के एक गुट ने दारिआ की हत्या की योजना को मंजूरी दी, ऐसा अमरिकी यंत्रणाओं ने अपने अनुमान से कहा है। अमरीका के अग्रिम अखबार ने इससे संबंधित खबर जारी की है। यूक्रेन ने अभी इस पर बयान नहीं किया है।

शनिवार 20 अगस्त को रशिया की राजधानी मास्को में दारिआ दुनिग की गाड़ी में विस्फोट कराके उनकी हत्या की गई थी। विस्फोट का असल निशाना उनके पिता ऐलेक्ज़ैंडर ही थे, ऐसा कहा जा रहा है। लेकिन, ऐन मौके पर गाड़ी बदलने के कारण दारिआ की मौत हुई, ऐसा माना जा रहा है।

दारिआ दुगिन की हत्या के पीछे यूक्रेनी यंत्रणा का हाथ होने का दावा रशिया ने किया था। ऐलेक्ज़ैंडर दुगिन और दारिआ दुगिन की हत्या के लिए यूक्रेनी एजेंट मास्को गए थे। विस्फोट के बाद यह एजेंट इस्टोनिया के रास्ते भाग निकले, ऐसा रशियन अधिकारी ने कहा था। अमरिकी यंत्रणा के अनुमान से इसकी पुष्टि होती दिख रही है।

ऐलेक्ज़ैंडर दुगिन राष्ट्राध्यक्ष पुतिन के ‘ब्रेन’ कहे जाते हैं। ‘रशियन वर्ल्ड’ कल्पना का पुरस्कार करनेवाले दुगिन ने यूक्रेन के हमले का लगातार समर्थन किया था।

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