नये हमले के बाद न्युक्लिअर प्लांट बंद कर देने की रशिया की चेतावनी

मॉस्को/किव्ह – युक्रेन की सेना ने अगर झॅपोरिझिआ न्युक्लिअर प्लांट पर हमलें जारी रखें, तो यह प्लांट बंद कर दिया जायेगा, ऐसी चेतावनी रशिया ने दी है। मंगलवार को युक्रेन ने इस प्लांट के परिसर में गाइडेड मिसाईल दागे होने का आरोप रशिया ने किया था। उसके बाद रशिया ने यह चेतावनी दी। इससे झॅपोरिझिआ के हालात फिर से बिगड़े होकर, परमाणु दुर्घटना की संभावना के मद्देनज़र, इमर्जन्सी अभ्यास शुरू किया होने का ऐलान युक्रेन ने किया। इसी बीच, संयुक्त राष्ट्र संगठन के महासचिव अँटोनिओ गुतेरस तथा तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष रेसेप एर्दोगन शुक्रवार को युक्रेन का दौरा करनेवाले हैं। इस दौरे से पहले या उसके दौरान न्युक्लिअर प्लांट में उकसाऊ हरक़त की जा सकती है, ऐसा रशिया के रक्षा विभाग ने जताया है।

झॅपोरिझिआ न्युक्लिअर प्लांट युक्रेन सनेत युरोप के सबसे बड़े न्युक्लिअर प्लांट्स में से एक है। उसकी क्षमता लगभग छह हज़ार मेगावैट इतनी है। इस प्लांट में बड़े पैमाने पर संवर्धित युरेनियम तथा परमाणुईंधन का भांडार है। फिलहाल इस प्रोजेक्ट में युक्रेनी कंपनी के कर्मचारी कार्यरत हैं। फ़रवरी महीने में युक्रेन पर किये हमले के कुछ ही हफ़्तों में रशिया ने युक्रेन के झॅपोरिझिआ न्युक्लिअर प्लांट पर कब्ज़ा किया था।

पिछले महीने में युक्रेन ने दक्षिणी युक्रेन में रशिया के कब्ज़े में होनेवाले इलाक़ों पर प्रतिहमलें शुरू किये थे। इस पृष्ठभूमि पर पिछले कुछ दिनों में इस न्युक्लिअर प्लांट की सुरक्षा का मुद्दा फिर एक बार चर्चा में आया है। रशिया ने इस प्लांट में बड़े पैमाने पर सेना तथा प्रगत रक्षायंत्रणाएँ तैनात की हैं। रशिया की इस तैनाती को झटका देने के लिए युक्रेनी सेनाएँ इस प्लांट के नज़दीकी परिसर लक्ष्य कर रही हैं, ऐसा बताया जाता है। लेकिन युक्रेन तथा पश्चिमी यंत्रणाओं ने इन दावों को ठुकराया होकर, रशिया ही इस प्लांट के परिसर में हमलें करके उसका ठिकरा युक्रेन के माथे पर फोड़ रहा है, ऐसा कहा है।

रशिया ने झॅपोरिझिआ प्रोजेक्ट के मुद्दे पर आक्रामक भूमिका अपनाई है। कुछ दिन पहले रशिया ने इस मुद्दे पर सुरक्षा परिषद की बैठक भी बुलाई थी। इस बैठक में रशिया ने इस बात पर ग़ौर फ़रमाया था कि अगर इस प्रोजेक्ट में दुर्घटना हुई, तो पूरे युरोप महाद्वीप को भयानक परमाणु संकट का सामना करना पड़ेगा। साथ ही, इस संकट के लिए युक्रेन तथा उसे समर्थन देनेवाले देश ज़िम्मेदार होंगे, यह भी जताया था। लेकिन इसके बावजूद भी इस प्लांट के परिसर में हमलें जारी ही होने की बात सामने आयी है। इस कारण रशिया ने अब ठेंठ यह प्लांट बंद ही कर देने की चेतावनी दी है।

मंगलवार को, प्लांट के परिसर में इस्तेमाल किये जा रहे पर्माणु ईंधन के भांडार से महज़ 10 मीटर की दूरी पर क्षेपणास्त्र गिरने का आरोप रशिया ने किया। अन्य रॉकेट्स तथा क्षेपणास्त्र स्टोरेज साईट से 50 से 200 मीटर के परिसर में गिरे होने की जानकारी रशियन अधिकारी ने दी। हफ़्तेभर में युक्रेन ने किया यह दूसरा हमला है। युक्रेन के इस नये हमले के बाद तीव्र प्रतिक्रिया दर्ज़ करते हुए रशिया ने न्युक्लिअर प्लांट बंद करने की भूमिका अपनाई है। उससे पहले, आनेवाले कुछ दिनों में युक्रेन इस प्रोजेक्ट पर उकसाऊ हमलें करने की संभावना होने की चेतावनी भी रशिया ने दी। संयुक्त राष्ट्र संगठन के महासचिव अँटोनिओ गुतेरस के दौरे के बीच इस प्रकार का उकसावा किया जायेगा, ऐसा रशिया के रक्षा विभाग ने डटकर कहा।

इसी बीच, इस न्युक्लिअर प्रोजेक्ट में दुर्घटना होने की संभावना के मद्देनज़र, युक्रेन ने आपत्कालीन अभ्यास की शुरुआत की है। झॅपोरिझिआ के नज़दीकी क्षेत्र में युक्रेन की यंत्रणाओं ने अभ्यास शुरू किया है, ऐसा स्थानीय तथा पश्चिमी माध्यमों द्वारा बताया गया। इस प्लांट का इस्तेमाल किसी भी प्रकार की लष्करी गतिविधि के लिए ना हों, उल्टा यह परिसर ‘डिमिलिटराईझ्ड् झोन’ बनें, इसलिए रशिया और युक्रेन को कदम उठाने होंगे, ऐसा आवाहन भी संयुक्त राष्ट्र संगठन द्वारा हाल ही में किया गया था।

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