रशिया-यूक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि पर अमरीका की ऊर्जा और व्यापार नीति दोगली – फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष इमैन्युएल मैक्रॉन की आलोचना

पैरिस/वॉशिंग्टन – रशिया-यूक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि पर रशियन ईंधन के आयात पर प्रतिबंध लगा रहे यूरोप को इसकी बडी कीमत चुकानी पड़ रही है। इस मुद्दे पर यूरोपिय देशों में फैली नाराज़गी अब सामने आ रही है और फ्रान्स ने सीधे अमरीका को जोरदार फटकार लगायी है। यूरोप को हो रहे ईंधन निर्यात और व्यापार के मुद्दे पर अमरीका का बायडेन प्रशासन अपना रही नीति दोगली होने की आलोचना फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष इमैन्युएल मैक्रॉन ने की है। फ्रान्स की विदेशमंत्री कैथरीन कोलोना अमरीका के दौरे पर जा रही हैं और इसी बीच राष्ट्राध्यक्ष मैक्रॉन की यह आलोचना ध्यान आकर्षित करती है।

‘अमरीका की अर्थव्यवस्था बेहतर दर्शाने के लिए बायडेन प्रशासन ने कुछ निर्णय लिए हैं। इन निर्णयों के प्रति आदर है, फिर भी ऐसे निर्णय दोगली नीति के प्रतीक हैं। अमरीका में ईंधन की कीमतें कम रखी गई हैं लेकिन, यूरोप को निर्यात हो रहे ईंधन वायु के लिए विक्रमी कीमतें वसूली जा रही हैं’, इन शब्दों में मैक्रॉन ने बायडेन प्रशासन को फटकार लगायी।

‘बायडेन प्रशासन ने अमरीका के कुछ क्षेत्रों को लगभग ८० प्रतिशत सब्सीडी दी है, पर यूरोपिय देशों को ऐसे निर्णय लेने से रोका गया है। यह बात भी अमरीका का दोगला रवैया दर्शाती है। ऐसे निर्णयों की वजह से अमरीका-यूरोप व्यापार की विश्वस्नीयता पर असर पडता है’, ऐसा इशारा फ्रेंच राष्ट्राध्यक्ष ने दिया। बायडेन प्रशासन ने ‘इन्फ्लेशन रिडक्शन ऐक्ट’ के माध्यम से अमरीका में इलेक्ट्रिक वाहनों को बडे पैमाने पर अनुदान दिया है। यह बात अमरीका की ‘ग्रीन इकॉनॉमी’ को अनुचित ढ़ंग से दिया गया समर्थन है, ऐसा दावा यूरोप कर रहा है।

राष्ट्राध्यक्ष मैक्रॉन ने अमरीका के साथ-साथ यूरोप के हिस्सेवाले नॉर्वे को भी लक्ष्य किया है। रशिया-यूक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि पर भू-राजनीतिक स्थिति का इस्तेमाल करके अमरीका और नॉर्वे जैसे देश ‘सुपर प्रॉफिट’ प्राप्त कर रहे हैं, ऐसा आरोप फ्रेंच राष्ट्राध्यक्ष ने लगाया। यह दोनों देश यूरोप और एशियाई देशों को कम कीमत में ईंधन प्रदान करें, ऐसी माँग करने के लिए पहल करेंगे, ऐसे संकेत भी मैक्रॉन ने पहले ही दिए थे। फ्रेंच राष्ट्राध्यक्ष के अलावा वित्तमंत्री ब्रुनो ले मेर ने भी अमरीका की आलोचना की थी। अमरीका यूरोपियन कंपनियों को स्थानीय कीमत के चौगुनी कीमत से ईंधन वायु की बिक्री कर रही है, ऐसा आरोप भी वित्तमंत्री मेर ने लगाया।

रशिया-यूक्रेन युद्ध के साथ ही कुछ मुद्दों पर अमरीका और फ्रान्स के सहयोग के बावजूद कई मुद्दों पर मतभेद होने की बात भी सामने आयी है। पिछले साल अमरीका ने ब्रिटेन की सहायता से ऑस्ट्रेलिया के साथ ‘ऑकस डील’ को लेकर फ्रान्स और अमरीका के बीच तनाव निर्माण हुआ था। फ्रान्स ने अमरीका से अपने राजदूत को वापस बुलाने का भी निर्णय लिया था। इसके बाद अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने फ्रान्स के साथ सहयोग पूर्ववत बनाने की कोशिश की थी। लेकिन, यह सहयोग अभी तक सामान्य नहीं हो पाए हैं और दोनों देशों के बीच मतभेद अब भी कायम होने की बात मैक्रोन के बयान से साबित हो रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.