राज्य सरकार ने दी दूधउत्पादक क़िसानों को राहत

मुंबई –  कोरोनावायरस का फैलाव रोकने के लिए लॉकडाऊन किया जाने के कारण दूधबिक्री में घट हुई है, जिससे कि दूधउत्पादक क़िसानों का बड़े पैमाने पर नुकसान हो रहा है। यह नुकसान टालने के लिए राज्य सरकार ने किसानों से २५ रुपये प्रतिलिटर भाव से हररोज़ दस लाख लिटर दूध की खरीद करने का निर्णय लिया है। कोरोना का प्रसार ख़त्म होने तक, अगले दो महीने यह खरीद जारी रहेगी, ऐसा सरकार द्वारा बताया गया।

दूधबिक्री में गिरावट आ जाने के कारण दूधव्यवसाय, दूधउत्पादक क़िसान संकट में फँस गया है। गाँव-गाँव में दूध का स्वीकार ना किया जा रहा होने के कारण, दूध की खरीद करके उत्पादकों को राहत दी जानेवाली है। राज्य में १२ लाख लीटर दूध का उत्पादन होता है। इसमें से १० लाख दूध अतिरिक्त है। प्राइवेट मार्केट में दूध के दाम १५ से १७ रुपये प्रतिलिटर तक नीचे गिर गये हैं। दूध की क़ीमतों में गिरावट होने के कारण दूधउत्पादकों को बहुत नुकसान हो रहा है।

इस कारण, १० लाख लिटर अतिरिक्त दूध की खरीद, सरकार दूधसंस्थाओं के माध्यम से करनेवाली है। २५ रुपये प्रतिलिटर के दाम से इस दूध की खरीद की जायेगी। इस दूध की पावडर बनाकर उसे संग्रहित किया जायेगा, बाद में उसकी ऑनलाईन बिक्री करने का निर्णय आज हुई बैठक में लिया गया। राज्य दूध महासंघ के माध्यम से इस योजना पर अमल किया जायेगा, ऐसा बताया गया।

Leave a Reply

Your email address will not be published.