‘मार्शल लॉ’ लगाने का निर्णय पुतिन की निराश मानसिकता का संकेत – अमरिकी विदेशमंत्री एंथनी ब्लिंकन की आलोचना

वॉशिंग्टन/मास्को – ‘पिछले कुछ हफ्तों में रशिया के राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने सेना में नई भरती करने की कोशिश की। इसके बाद यूक्रेन का कुछ हिस्सा ज़बरन कब्ज़े में करके रशिया से जोड़ दिया। इस कब्ज़ा किए प्रांतों के नागरिकों को रशिया में रहना हैं, ऐसें दावे भी उन्होंने किए थे। लेकिन, इन्ही क्षेत्रों में अब मार्शल लॉ लागू किया जा रहा हैं। पुतिन का यह निर्णय उनकी निराशा जताता हैं’, ऐसी आलोचना अमरिकी विदेशमंत्री एंथनी ब्लिंकन ने की हैं। रशिया के हो रहें हमलें और हिंसा यूक्रेन में सर्वंकष युद्ध ही शुरू होने के संकेत देते हैं, ऐसा दावा भी अमरिकी विदेशमंत्री ने इस दौरान किया।

रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार को सिक्युरिटी कौन्सिल की बैठक की थी। इस दौरान उन्होंने रशिया ने कब्ज़ा किए यूक्रेनी प्रांतों में ‘मार्शल लॉ’ लागू करने का ऐलान किया था। डोनेत्स्क, लुहान्स्क, झ्ौपोरिझ्ािआ और खेर्सन इन चारों प्रांतों को रशियन कानून के दायरे में लाना ज़रूरी हैं, यह कहकर पुतिन ने मार्शल लॉ के निर्णय का समर्थन किया था। यूक्रेन के प्रांतों में मार्शल लॉ लागू करने के साथ ही रशिया के आठ प्रांतों में भी सुरक्षा के नज़रिये से कुछ प्रतिबंध लगाने का ऐलान भी किया था। राष्ट्राध्यक्ष पुतिन का यह ऐलान यानी ‘ऑल आऊट वॉर’ या परमाणु हमले की तैयीर हो सकती हैं, ऐसें दावे कुछ विश्लेषक एवं माध्यमों ने किए थे।

लेकिन, अमरिकी विदेशमंत्री ने इस घोषणा को रशियन राष्ट्राध्यक्ष की निराश मानसिकता का प्रतिक बताया हैं। रशियन सेना ने यूक्रेन की नागरी बस्तियाँ, स्कूल एवं अस्पतालों पर किए जा रहें हमलों पर भी ब्लिंकन ने तीव्र शब्दों में नाराज़गी व्यक्त की।

इसी बीच, डोन्बास एवं खेर्सन में शुरू तीव्र संघर्ष मे रशियन सेना को सफलता प्राप्त होने का वृत्त सामने आया है। डोन्बास के बाखमत शहर पर कब्ज़ा पाने के लिए रशियन सेना आगे बढ़ रही हैं, यह जानकारी रशियन रक्षा विभाग ने प्रदान की। बाखमत के लिए जारी संघर्ष मे रशिया की कान्ट्रैक्ट कंपनी ‘वैग्नर ग्रुप’ के सेना दलों का बड़ा योगदान होने के दावे पश्चिमी माध्यमों ने किए हैं। साथ ही दक्षिण यूक्रेन के खेर्सन क्षेत्र में यूक्रेनी सेना के जापी जवाबी हमलों को रोकने में भी रशियन सेना को सफलता प्राप्त होने की बात कही जा रही है।

रशिया के लड़ाकू विमान बेलारूस में गश्त लगा रहे हैं, यह जानकारी बेलारुस के रक्षा विभाग ने प्रदान की। रशिया-यूक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि प र रशिया ने बेलारूस में रक्षा तैनाती बढ़ाना शुरू किया हैं। रशिया के करीबन नौ हज़ार सैनिक और लड़ाकू विमान, हेलीकॉप्टर्स, टैंक, बख्तरबंद वाहन एवं मिसाइल यंत्रणा बेलारूस में तैनात की गई हैं। बेलारूस और यूक्रेन में एक हज़ार किलोमीटर से भी अधिक दूरी की सीमा हैं। ऐसी पृष्ठभूमि पर रशियन विमानों का गश्त लगाना ध्यान आकर्िषत करता हैं।

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