सितंबर में कोरोना की तीसरी लहर टकराने की संभावना – नीति आयोग का इशारा

नई दिल्ली – नीति आयोग ने केंद्र सरकार के सामने कोरोना की तीसरी लहर से संबंधित रपट पेश की है। इसमें कोरोना की तीसरी लहर सितंबर में शुरू होने की संभावना होने का ड़र जताया गया है। तीसरी लहर के दौरान कोरोना के रोज़ाना चार से पांच लाख नए मामले सामने आ सकते हैं, यह अनुमान नीति आयोग ने जताया है। इसके लिए तैयार रहें, ‘आयसीयू’ के दो लाख बेडस्‌ तैयार रखें, यह सूचना भी नीति आयोग ने की है।

कोरोना की दूसरी लहर का प्रभाव कम हुआ है। केरल के अलावा अन्य राज्यों में कोरोना के नए मामलों की संख्या काफी कम हुई है। बीते महीने से रोज़ाना तीस से चालीस हज़ार मामले आ रहे हैं और इन मामलों की संख्या स्थिर है। इनमें से ७० प्रतिशत मामले केरल और महाराष्ट्र में पाए जा रहे हैं। लेकिन, अप्रैल से जून के दौरान देखा गया कोरोना के पैटर्न पर गौर करें तो तीसरी लहर के दौरान भारी मात्रा में संक्रमितों को अस्पतालों में दाखिल करने की ज़रूरत पड़ सकती है। इस वजह से कोरोना की तीसरी लहर का सामना करने के लिए तैयार रहें, यह बयान नीति आयोग ने अपनी रपट में किया है।

पूरा विश्‍व कोरोना की तीसरी लहर का सामना कर रहा है। अमरीका, ब्रिटेन, रशिया के अलावा कई देशों में कोरोना संक्रमितों की संख्या काफी बढ़ी है। इस पृष्ठभूमि पर भारत में तीसरी लहर शुरू होने से संबंधित नीति आयोग की रपट माध्यमों से सामने आयी है। इसके अनुसार देश में कोरोना की तीसरी लहर पहली और दूसरी लहर से भी अधिक ड़रावनी हो सकती है, यह ड़र भी जताया गया है। तीसरी लहर में चार से पांच लाख नए मामले रोज़ाना सामने आने की संभावना है। साथ ही १०० में से २३ संक्रमितों को अस्पताल में दाखिल करने की आवश्‍यकता पड़ सकती है। इस वजह से नई लहर के लिए तैयार रहने की आवश्‍यकता नीति आयोग ने अपनी रपट में स्पष्ट की है।

नीति आयोग की सिफारीश में ‘आयसीयू’ के दो लाख बेडस्‌ तैयार रखने को कहा गया है। इनमें से १.२ लाख बेडस्‌ वेंटिलेटर्स की सुविधा के साथ तैयार रखने की सूचना हुई है। इसके अलावा पांच लाख ऑक्सिजन बेडस्‌ एवं कुल सात लाख बेडस्‌ की आवश्‍यकता बयान करने के साथ ही १० लाख कोविड केअर बेडस्‌ तैयार रखने की सूचना नीति आयोग ने की है।

हाल ही में देश में कोरोना के ‘डेल्टा प्लस वेरियंट’ के संक्रमितों की संख्या बढ़ने की बात जिनोम सिक्वेन्स की जांच से स्पष्ट हुई थी। डेल्टा प्लस के ११ उप-प्रकार भी पाए जाने की खबर प्राप्त हुई थी। इस वजह से डेल्टा प्लस वेरियंट भारत में कोरोना की तीसरी लहर शुरू होने का कारण बन सकता है, यह ड़र भी कुछ विशेषज्ञों ने जताया था। इस पृष्ठभूमि पर नीति आयोग की रपट का ब्यौरा भी सामने आया है। यह रपट बीते महीने दी गई थी।

फिलहाल केरल के अलावा सभी राज्यों ने कोरोना प्रतिबंधक नियम काफी शिथिल किए हैं। इस वजह से सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ बढ़ी है और कई नागरिकों द्वारा मास्क लगाना, सोशल डिस्टंसिंग के नियमों का भी पालन ना होने की बात दिख रही है। इस वजह से कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है, यह इशारा लगातार दिया जा रहा है।

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