इस्राइली प्रधानमंत्री की हत्या के षडयंत्र को नाकाम किया गया

वॉशिंग्टन: इस्राइल की अंतर्गत गुप्तचर यंत्रणा ने प्रधानमंत्री ‘बेंजामिन नेत्यान्याहू’ की हत्या के षडयंत्र को नाकाम कर दिया है। सीरिया के अस्साद संलग्न आतंकवादी संगठन के आदेश के अनुसार हमले की तैयारी कर रहे दो लोगों को गिरफ्तार किया है, ऐसी जानकारी इस्राइली यंत्रणा ने दी है। प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू के साथ साथ जेरुसलेम में स्थित अमरिका के दूतावास पर हमले के षडयंत्र को भी इन आतंकवादियों ने रचने की बात सामने आई है।

इस्राइल की अंतर्गत गुप्तचर यंत्रणा ‘शेन बेत’ ने प्रसारित की जानकारी में आतंकवादियों के सेल को उध्वस्त किया है, ऐसा कहा है। एक महीने पहले इस्राइली यंत्रणा ने ‘मोहम्मद जमाल रशदे’ इस संदिग्ध को कब्जे में लिया था। इस्राइली नागरिक रशदे की तरफ से नेत्यान्याहू और जेरुसलेम के मेयर ‘निर बरकत’ की वैयक्तिक और गोपनीय जानकारी और फोटोग्राफ्स मिले थे। उसके बाद इस्राइली यंत्रणा ने रशदे की कसके पूछताछ करने के बाद प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू और मेयर निर बरकत की हत्या का षडयंत्र रचने की जानकारी सामने आई है।

प्रधानमंत्री, हत्या, षडयंत्र, नाकाम किया, बेंजामिन नेत्यान्याहू, इस्राइल, वॉशिंग्टन, सीरिया सीरिया के आतंकवादी संगठन ने इस्राइली प्रधानमंत्री के हत्या के आदेश दिए थे। जेरुसलेम के पास दाखिल हुए दो आतंकवादियों पर यह जिम्मेदारी सौंपी गई थी, यह जानकारी इस्राइली यंत्रणा ने दी है। ‘शेन बेत’ ने जाल बिछाकर दोनों आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है। इसके बाद जेरुसलेम में स्थित अमरिकी दूतावास और कनाडा के सुरक्षा अधिकारी भी आतंकवादियों के निशाने पर थे, यह जानकारी सामने आई है। इस्राइली यंत्रणा ने इन दोनों आतंकवादियों के नाम गुप्त रखे हैं।

इस्राइल की यंत्रणा के कब्जे वाले रशदे को सीरिया के ‘पॉप्युलर फ्रंट फॉर द लिबरेशन ऑफ़ पैलेस्टाईन’ (पीएफएलपी-जीसी) इस अस्साद संलग्न आतंकवादी संगठन ने आदेश दिए थे। इस हमले के लिए पीएफएलपी-जीसी के आतंकवादी जॉर्डन के रास्ते से इस्राइल में दाखिल होने वाले थे, ऐसी जानकारी रशदे ने दी है, ऐसा इस्राइली यंत्रणा ने कहा है।

पीएफएलपी-जीसी यह आतंकवादी संगठन पिछले कई दशकों से लेबेनॉन-सीरिया के सीमा इलाके में कार्यरत है। ईरान संलग्न हिजबुल्लाह इस आतंकवादी संगठन की सीरिया में शाखा के तौर पर इस समूह को पहचाना जाता है। ९० के दशक में इस्राइल की मुख्य गुप्तचर यंत्रणा ने लेबेनॉन और दुनिया भर के हिजबुल्लाह के नेताओं के खिलाफ मुहीम शुरू की थी, उसके बाद ‘पीएफएलपी-जीसी’ यह संगठन भूमिगत हुआ था। लेकिन सन २०११ में सीरिया में अस्साद राजवट के खिलाफ गृहयुद्ध भडकने के बाद ‘पीएफएलपी-जीसी’ संगठन वापस कार्यरत हुआ और ईरान का लष्कर और हिजबुल्लाह की मदद से सीरिया के संघर्ष में शामिल हुआ है, ऐसी जानकारी इस्राइली यंत्रणा ने दी है।

इस ईरान और हिजबुल्लाह संलग्न आतंकवादी संगठन का प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू और जेरुसलेम में स्थित अमरिकी दूतावास पर हमला करने का षडयंत्र सामने आने की वजह से, बड़ा अनर्थ टलने का दावा इस्राइली गुप्तचर और सुरक्षा यंत्रणा कर रहीं हैं। दौरान, जेरुसलेम को इस्राइल की राजधानी घोषित करके इस जगह पर अमरिका का दूतावास शुरू करने वाले अमरिका और इस्राइल को गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे, ऐसी धमकी ईरानी नेताओं ने दी थी।

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