पाकिस्तान को चोरों के हाथ में जाने देने से बेहतर था कि उस पर परमाणु बम गिराया जाता – पूर्व प्रधानमंत्री इम्रान खान के बयान से सनसनी

इस्लामाबाद – चोरों के हाथ में पाकिस्तान सपने से बेहतर था कि उस पर परमाणु बम गिराया जाता, ऐसा सनसनीखेज बयान पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इम्रान खान ने किया है। पाकिस्तान की वर्तमान सरकार की आलोचना करते हुए इम्रान खान ने किया यह बयान गैर-जिम्मेदाराना होने का दोषारोपण माध्यमों ने किया है। लेकिन इससे पहले भी इम्रान खान ने, क्या पाकिस्तान के परमाणु अस्त्र नए सरकार के हाथ में सुरक्षित रहेंगे, ऐसा सवाल उपस्थित किया था।

21 मई को राजधानी इस्लामाबाद में लाँग मार्च लेकर प्रवेश करने की घोषणा इम्रान खान ने की है। देश की वास्तविक आजादी के लिए यह जंग आवश्यक साबित होती है, ऐसा इम्रान खान का कहना है। इस संदर्भ में पत्रकारों से बात करते समय इम्रान खान ने, वे किसी भी प्रकार का समझौता न करते हुए यह संघर्ष करेंगे, ऐसा दावा किया। ‘पाकिस्तान की सेना मेरे साथ चर्चा करने की कोशिश कर रही है। लेकिन संपर्क की सारी लाइने ही मैंने बंद कर रखी हैं’ ऐसा दावा इम्रान खान ने किया। जब तक पाकिस्तान में चुनावों का ऐलान नहीं हो जाता, तब तक हम पीछे नहीं हटेंगे, ऐसा इम्रान खान ने आगे कहा।

इसी बीच, पाकिस्तान की सूचना और प्रसारण मंत्री मरियम औरंगजेब ने इम्रान खान की जमकर आलोचना की। पाकिस्तान में स्थिरता और अराजक फैलाने के लिए इम्रान खान कोशिश कर रहे हैं। लेकिन वे किसी भी प्रकार की ज़िम्मेदारी का स्वीकार करना नहीं चाहते। इसी कारण उन्होंने अपनी सरकार गिरने के पीछे विदेशी साज़िश होने का झूठा प्रचार शुरू किया। लेकिन सत्ता में रहते समय उन्होंने किया हुआ भ्रष्टाचार और गैरव्यवहार से जनता का ध्यान वे दूसरी ओर नहीं मोड़ सकते, ऐसी आलोचना मरियम औरंगजेब ने की है।

पाकिस्तान के माध्यम भी इमरान खान को लक्ष्य कर रहे हैं। उनके गैर जिम्मेदाराना बर्ताव की बढ़ी कीमत पाकिस्तान को चुकानी पड़ेगी, ऐसी चेतावनी या कभी इमरान खान का समर्थन करने वाले पत्रकार भी देने लगे हैं। वर्तमान परिस्थिति में पाकिस्तान के फॉरेन रिज़र्व महज़ दो महीने की आयात करने जितनी ही बचे होकर, तीसरे महीने में पाकिस्तान की हालत श्रीलंका जैसी हो सकती है। ऐसी परिस्थिति में, अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष तथा अन्य वित्त संस्थाओं ने अगर सहायता नहीं की, तो पाकिस्तान के ढह जाने का खतरा निर्माण हुआ है।

ऐसी परिस्थिति में पाकिस्तान की स्थिरता और सुरक्षा को इम्रान खान चुनौती दे रहे हैं। उसी समय, पाकिस्तान में चोरों की सरकार होने का दावा करके, ऐसी सरकार सत्ता में होने से बेहतर था कि देश पर परमाणु बम गिराया होता, ऐसी चरम सीमा की भूमिका इम्रान खान रख रहे हैं। इस कारण उनके दावों को अनदेखा करना पाकिस्तान की सरकार और सेना के लिए अधिक से अधिक मुश्किल बनता चला जा रहा है। लेकिन अगर मुझे गिरफ्तार किया, तो पाकिस्तान में हाहाकार मचेगा, ऐसे संकेत इम्रान खान और उनके सहयोगी दे रहे हैं। इम्रान खान के पीछे पाकिस्तान का युवा वर्ग होकर, उनके सिर भड़काने में इम्रान खान को बहुत बड़ी सफलता मिल रही है, ऐसी चिंता विश्लेषक ज़ाहिर कर रहे हैं। वर्तमान सरकार पर पाकिस्तान की असफलता का ठीकरा फोड़ने में भी खान कामयाब होने का दावा किया जाता है।

ऐसे हालातों में कानून और सुव्यवस्था बरक़रार रखकर, पाकिस्तान पर आए आर्थिक संकट का निवारण करने की चुनौती प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ तथा उनके सहकर्मियों के सामने खड़ी है। उसी समय, पाकिस्तान के सेना प्रमुख के सामने भी यह सवाल खड़ा है कि इम्रान खान को कैसे रोका जाए, ऐसा दावा इस देश के माध्यम कर रहे हैं।

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