उत्तर कोरिया के लड़ाकू और बॉम्बर विमानों ने दक्षिण कोरिया के करीब लगाई गश्त

सेऊल – उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच तनाव बढ़ता ही जा रहा है। गुरूवार को उत्तर कोरिया के १२ लड़ाकू और बॉम्बर विमानों ने दक्षिण कोरिया की हवाई सीमा के करीब उड़ान भरी। उत्तर कोरिया की इस आक्रामकता के खिलाफ दक्षिण कोरिया ने ३० विमान भेजकर अपने पड़ोसी देश को आगाह किया। दो दिन पहले उत्तर कोरिया ने दो बैलेस्टिक मिसाइलें दागीं और इसके बाद दक्षिण कोरिया ने चार मिसाइलों का परीक्षण किया था। इसी बीच, अमरीका और दक्षिण कोरिया की नौसेनाओं ने जापान के समुद्र में नया युद्धाभ्यास शुरू किया है।

पिछले हफ्ते अमरीका के विशाल विमान वाहक युद्धपोत ‘यूएसएस रोनाल्ड रीगन’ दक्षिण कोरिया के बुसान बंदरगाह में दाखिल हुआ। तब से दोनों कोरियन देशों के बीच तनाव काफी बढ़ता जा रहा है। अमरीका, दक्षिण कोरिया और जापान की नौसेनाओं ने यलो सी के क्षेत्र में युद्धाभ्यास करने की वजह से आगबबूला हुए उत्तर कोरिया ने लगातार मिसाइल परीक्षण किए। पिछले दस दिनों में उत्तर कोरिया ने छह बार मिसाइल परीक्षण किए। इनमें से एक मिसाइल ने जापान की हवाई सीमा लांघने के कारण कुछ घंटों के लिए इस क्षेत्र में संघर्ष सी स्थिति निर्माण हुई थी।

परमाणु अस्त्र से हमला करने की क्षमता वाले उत्तर कोरिया के इस मिसाइल ने जापान की सुरक्षा को चुनौती दी और इसके बाद अमरीका ने अपने विमान वाहक युद्धपोत इस क्षेत्र में तैनात की थी। इस पर गुस्सा हुए उत्तर कोरिया ने फिर से दो मिसाइल परीक्षण किए। इसी बीच दक्षिण कोरिया ने धरती से धरती पर हमला करनेवाली चार मिसाइल्स दागकर अपने पड़ोसी देश को जवाब दिया था। इस वजह से अधिक आक्रामक हुए उत्तर कोरिया ने गुरूवार की सुबह को फिर से दो बैलेस्टिक मिसाइल्स का परीक्षण किया।

इसके कुछ घंटे बाद उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया की दिशा में आठ लड़ाकू और चार बॉम्बर विमानों का दस्ता भेजा। इसी बीच उत्तर कोरिया की कार्रवाई की प्रतिक्षा कर रहे दक्षिण कोरिया ने सीधे ३० विमान प्योन्गैन्ग की दिशा में भेजे। उत्तर कोरिया की तैश दिलानेवाली हरकतों पर दक्षिण कोरिया ने उसीकी भाषा में जवाब देना टाल दिया था। लेकिन, दक्षिण कोरिया में सत्तापरिवर्तन के बाद इस देश की बागड़ोर राष्ट्राध्यक्ष युन सूक-येओल ने स्वीकारी है और उन्होंने उत्तर कोरिया के विरोध में आक्रामक भूमिका अपनाई है। दक्षिण कोरिया की इस आक्रामकता को अमरीका का समर्थन प्राप्त है।

शुक्रवार को अमरीका ने दक्षिण कोरिया और जापान की नौसेनाओं के साथ और एक युद्धाभ्यास शुरू किया। उत्तर कोरिया के पूर्वीय ओर के ‘सी ऑफ जापान’ के क्षेत्र में यह युद्धाभ्यास हुआ। पिछले दस दिनों में इन तीनों देशों की नौसेनाओं द्वारा किया हुआ यह दूसरा युद्धाभ्यास है। उत्तर कोरिया के बढ़ते हुए खतरे की पृष्ठभूमि पर दक्षिण कोरिया के रक्षामंत्री ने अमरीका की इंडो-पैसिफिक कमांड के प्रमुख से मुलाकात की।

इसी बीच, मिसाइल परीक्षणों की तीव्रता बढ़ाकर उत्तर कोरिया परमाणु परीक्षण करने की तैयारी कर रहा है, यह दावा भी किया जा रहा है। लेकिन, चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की बैठक कुछ ही दिनों में हो रही है और ऐसे में उत्तर कोरिया परमाणु परीक्षण करके चीन मुश्किलें नहीं बढ़ाना चाहेगा, ऐसा विश्लेषकों का कहना है।

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